Cyber crime Prevention: आनलाइन धोखाधड़ी से कैसे बचें? जाने माने एक्सपर्ट ने दिए जरूरी टिप्स; आप भी करें नोट
Cyber crime Prevention साइबर एक्सपर्ट त्रिवेणी सिंह ने बताया कि इनाम अथवा फ्री के चक्कर में नहीं पड़ें। साइबर ठगी के शिकार होने पर बैंक साइबर क्राइम थाने हेल्पलाइन नंबर आदि पर तुरंत शिकायत दर्ज करवानी चाहिए।

नई दिल्ली/नोएडा [मनोज कुमार मिश्र]। लालच में आकर और जागरूकता के अभाव में लोग आए दिन आनलाइन धोखाधड़ी के शिकार हो रहे हैं। इस चक्कर में लोग पैसे की ठगी के अलावा चरित्र हनन के शिकार भी हो जाते हैं। वाट्सएप, टेलीग्राम, एसएमएस या ई-मेल के जरिये मैसेज भेजकर धोखेबाज लालच देते हैं और लोग उनके जाल में फंसकर अपनी महत्वपूर्ण जानकारी दे देते हैं।
इन सुझावों के साथ आनलाइन धोखाधड़ी से बचने के लिए जागरण विमर्श में एसटीएफ के पुलिस अधीक्षक डा. त्रिवेणी सिंह ने महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। वह सोमवार को दैनिक जागरण के नोएडा स्थित कार्यालय में हुए कार्यक्रम में आनलाइन जुड़े।
सोच समझकर करिये दोस्ती, अनजानी काल से भी बचें
त्रिवेणी सिंह ने बताया कि किसी भी अनजानी काल या मैसेज से लोगों को सचेत रहने की जरूरत है। इस तरह के मैसेज या काल पर जीरो ट्रस्ट करें। जिसको जानते हैं, उसी से दोस्ती करिए। जामताड़ा, मेवात आदि क्षेत्रों से इस तरह की घटनाएं खूब की जाती हैं। अलग-अलग क्षेत्रों में ठगों के पाकेट बने हुए हैं।
उदाहरण के जरिये बताया, कैसे होती है ठगी
इन सभी अपराधों के मूल में पीड़ित की अज्ञानता या लालच ही पहला चरण होता है। उन्होंने कहा कि हमें किसी लालच में नहीं आना चाहिए, झांसे में आकर ओटीपी, एटीएम कार्ड पिन नंबर की जानकारी किसी के साथ साझा नहीं देनी चाहिए। उन्होंने एक केस का उदाहरण दिया कि पार्ट टाइम जाब के नाम पर एक लड़की को मैसेज आया। इस पर क्लिक करते ही वाट्सऐप नंबर आया। इसके बाद टेलीग्राम नंबर मिला। इसके बाद वेबसाइट मिली। उस पर पोंजी स्कीम के बारे में जानकारी थी। लड़की ने पहले सौ रुपये लगाए तो उसे सवा सौ रुपये मिले। इसी लालच में उसने दो सौ, तीन सौ, पांच सौ लगाए। इस तरह से उसे यकीन हो गया। बाद में उसने ढाई लाख लगाए तो कुछ नहीं मिला। उन्होंने कहा कि इस केस की जांच करते-करते 42 सौ करोड़ निकाल चुके हैं।
आनलाइन धोखाधड़ी से कैसे रहें सावधान
- ठगी के शिकार हो जाएं तो क्या करें l
- यदि पांच लाख से ज्यादा रकम की ठगी हो तो साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराएं l पांच लाख से कम की रकम हो तो जिला पुलिस स्टेशन में शिकायत लेकर जाएं l
- 1930 नंबर पर काल करें। वहां शिकायत को फीड कर लिया जाता है। वहां से रियल टाइम ट्रैकिंग होती है l
- cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज कराएं l
- वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से मिलें l
- यदि उत्तर प्रदेश में शिकायत दर्ज करानी हो तो upcop अप्लीकेशन डाउनलोड कर उस पर भी शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
- बिना देर किए अपने बैंक को सूचित करें
- लाटरी और इनाम के नाम पर धोखाधड़ी से बचे
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