बेटे को हवस का शिकार बनाता था सौतेला पिता, दादी ने दिलाई आजादी
बच्चे के साथ उसका सौतेला पिता शारीरिक शोषण करता था। अपने साथ ऑफिस ले जाने के बहाने किसी कॉटेज या रूम पर ले जाता था।
नई दिल्ली [जेएनएन]। अपने 11 वर्षीय पोते को हवस का शिकार बनाने वाले सौतेले पिता के चंगुल से छुड़वाने में शाहदरा थाना क्षेत्र निवासी 70 वर्षीय बुजुर्ग महिला को जीत मिल गई। एक माह से चल रहे मामले में सुनवाई करते हुए चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (सीडब्ल्यूसी) ने बुजुर्ग महिला को उसका पोता सौंप दिया। सीडब्ल्यूसी ने बच्चे का मेडिकल करवाया, जिसमें आरोपों की पुष्टि हो गई।
सौतेला पिता शारीरिक शोषण करता था
आरोप है कि बच्चे के साथ उसका सौतेला पिता शारीरिक शोषण करता था। अपने साथ ऑफिस ले जाने के बहाने किसी कॉटेज या रूम पर ले जाता था। सुनवाई के दौरान पीड़ित बच्चे ने उन जगहों के नाम भी बताए हैं। मामले में बच्चे की मां ने कस्टडी अपने पास रखने की दलील कमेटी के सामने रखी, जिसे कमेटी ने मानने से इन्कार कर दिया। कमेटी ने जेजे एक्ट का हवाला देते हुए कहा कि अधिनियम के तहत बच्चा किसके पास ज्यादा सुरक्षित है, इसी आधार पर कस्टडी दी जाती है।
बहू ने दूसरी शादी कर ली
बुजुर्ग महिला ने बताया कि उसकी बहू ने तीन वर्ष पूर्व दूसरी शादी कर ली थी। शादी के बाद वह अपने बेटे को साथ ले गई। इस दौरान भी बूढ़ी महिला का आना-जाना अपनी बहू के यहां बना रहा। कुछ दिनों से वह महसूस कर रही थी कि उसका पोता गुमसुम रहता है। बीमार-सी शक्ल और कमजोर होता जा रहा है।
पोते को अपने साथ ले आई दादी
कई बार वह आपने पोते को अपने साथ घर लाने की बात कहती, पर आरोपी सौतेला पिता ऐसा होने नहीं देता। इसी बीच गर्मियों की छुट्टियां पड़ीं। इसी दौरान एक दिन आरोपी सौतेला पिता घर पर नहीं था, जिसका फायदा उठाकर वह अपने पोते को अपने साथ ले गई। इस दौरान पोते ने दादी को सारी आपबीती बता दी, जिसके बाद मामले की शिकायत दादी ने चाइल्ड लाइन को कर दी।
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