15 दिन का अल्टीमेटम! दिल्ली की इन दो बस्तियों पर गरजेगा बुलडोजर; आतिशी का दावा
आम आदमी पार्टी ने दिल्ली सरकार और भाजपा पर शालीमार बाग और शाहदरा में झुग्गी बस्तियों को तोड़ने के नोटिस जारी करने का आरोप लगाया। आप ने भाजपा पर जहां झुग्गी वहीं मकान के वादे से मुकरने और गरीबों के साथ विश्वासघात का आरोप लगाया। आतिशी ने कहा कि पीएम मोदी के आश्वासन के बावजूद झुग्गियां तोड़ी जा रही हैं।

पीटीआई, नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) ने शुक्रवार को दावा किया कि शालीमार बाग और शाहदरा में झुग्गी बस्तियों को ध्वस्त (Demolition) करने के नोटिस जारी किए गए हैं। आप ने दिल्ली सरकार पर राजधानी के गरीबों के साथ विश्वासघात करने और चुनावी वादों से मुकरने का आरोप लगाया। इन आरोपों पर भाजपा या दिल्ली सरकार की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया उपलब्ध नहीं हो पाई है।
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में विधानसभा में विपक्ष की नेता आतिशी ने कहा, "भाजपा ने झुग्गीवासियों को कार्ड बांटे, जिनमें वादा किया गया था कि 'जहां झुग्गी, वहीं मकान।' यहां तक कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी आश्वासन दिया था कि बिना आवास उपलब्ध कराए किसी भी झुग्गी बस्ती को नहीं तोड़ा जाएगा। फिर भी छह महीने के भीतर शहर भर में झुग्गियां तोड़ दी गईं। अब मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के निर्वाचन क्षेत्र शालीमार बाग में दो झुग्गी बस्तियों को नोटिस जारी किए गए हैं।"
इंदिरा कैंप और लाल बाग को खाली करने के निर्देश
आतिशी के अनुसार, शालीमार बाग स्थित इंदिरा कैंप और शाहदरा स्थित लालबाग के निवासियों को 15 दिनों के भीतर अपने घर खाली करने को कहा गया है। लालबाग की झुग्गियों को 31 जुलाई को तोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा, "35 साल तक किसी सरकार ने इन झुग्गियों को नहीं छुआ, लेकिन यह भाजपा सरकार इन्हें ध्वस्त कर रही है।"
गरीबों की ताकत को कम मत आंकिए: आतिशी
उन्होंने कहा, "गरीबों की ताकत को कम मत आंकिए। वे इस शहर को चलाते हैं और वे इसे रोक सकते हैं।" आप नेता और शालीमार बाग से पूर्व विधायक वंदना कुमारी ने दावा किया कि नोटिस 23 जुलाई को उसी इलाके में दिया गया था, जहां सीएम गुप्ता रहती हैं।
उन्होंने कहा, "यह गरीब विरोधी नीति है। स्थायी आवास उपलब्ध कराए बिना कभी भी किसी झुग्गी बस्ती को नहीं तोड़ा जाएगा।" उन्होंने इस कदम का पूरी ताकत से विरोध करने का फैसला लिया।
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