कौन होगा दिल्ली BJP का अगला अध्यक्ष ? वीरेंद्र सचदेवा के साथ केंद्रीय मंत्री और सांसद का नाम सबसे आगे
Delhi BJP President दिल्ली भाजपा में प्रदेश अध्यक्ष पद को लेकर सरगर्मी तेज है। वीरेंद्र सचदेवा मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं क्योंकि उनके नेतृत्व में पार्टी ने दिल्ली में महत्वपूर्ण सफलताएं हासिल की हैं। पार्टी ओबीसी या अनुसूचित जाति के नेता को भी मौका दे सकती है। अंतिम निर्णय शीर्ष नेतृत्व की सहमति से लिया जाएगा।

संतोष कुमार सिंह, नई दिल्ली। Delhi News: मंडल और जिला अध्यक्षों की घोषणा के बाद अब प्रदेश अध्यक्ष के नाम पर निर्णय होना है। अगले कुछ दिनों में यह तय हो जाएगा कि वीरेंद्र सचदेवा प्रदेश अध्यक्ष बने रहेंगे या यह कुर्सी किसी और नेता को मिलेगी।
इसके लिए दिल्ली के भाजपा नेताओं से सुझाव लिए जा रहे हैं। उनके सुझाव के आधार पर संभावित दावेदारों की सूची तैयार कर शीर्ष नेतृत्व को दी जाएगी। उनकी सहमति से अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
नए प्रदेश अध्यक्ष के लिए राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिव प्रकाश दिल्ली के नेताओं से सुझाव ले रहे हैं। जानकारी अनुसार मंगलवार व बुधवार को भाजपा के सभी सातों सांसदों से उन्होंने अलग-अलग मुलाकात की थी। उसके बाद दिल्ली सरकार के मंत्री प्रवेश वर्मा, आशीष सूद, मनजिंदर सिरसा व कपिल मिश्रा से सुझाव लिए गए।
सांसदों और मंत्रियों के साथ ही पूर्व महापौर व दक्षिणी दिल्ली जिला के प्रभारी जय प्रकाश और महरौली जिला के प्रभारी राजीव बब्बर से भी मिलकर अध्यक्ष पद को लेकर चर्चा की। बताते हैं कि पूर्व प्रदेश अध्यक्षों से भी राय ली जा रही है।
अध्यक्ष पद को लेकर कई नामों की चर्चा है। वर्तमान अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं, क्योंकि इनकी अध्यक्षता में पार्टी 27 वर्षों के बाद दिल्ली की सत्ता में वापस लौटी है। वह पहले अध्यक्ष हैं जिनके कार्यकाल में दिल्ली में भाजपा को सभी सातों सीटों पर जीत मिलने के साथ ही विधानसभा में भी जीत मिली है।
इसके साथ ही नगर निगम में भी भाजपा का शासन है। नगर निगम चुनाव में मिली हार के कारण तत्कालीन अध्यक्ष आदेश गुप्ता के इस्तीफा देने के बाद दिसंबर, 2022 में उन्हें अध्यक्ष बनाया गया था। उसके बाद मार्च, 2023 में उन्हें स्थायी अध्यक्ष बना दिया गया।
वह पंजाबी समुदाय से आते हैं। दिल्ली में पंजाबियों की अच्छी संख्या है उन्हें अपने साथ जोड़े रखने के लिए इस बार भी किसी पंजाबी नेता को दिल्ली की कमान मिल सकती है। इसमें सचदेवा के साथ ही पूर्वी दिल्ली के सांसद व केंद्रीय राज्य मंत्री हर्ष मल्होत्रा व राजीव बब्बर के नाम की चर्चा है।
अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) या अनुसूचित जाति में पार्टी की पकड़ मजबूत करने के लिए इन वर्गों से संबंधित किसी नेता को भी अध्यक्ष बनाने पर विचार किया जा रहा है। यदि किसी अनुसूचित जाति को यह कुर्सी मिलती है तो उत्तर पश्चिमी दिल्ली के सांसद योगेंद्र चांदोलिया सबसे मजबूत दावेदार हैं।
ओबीसी नेताओं में एनडीएमसी के उपाध्यक्ष कुलजीत चहल व पूर्व महापौर जय प्रकाश के नाम की चर्चा है। पूर्व प्रदेश व मालवीय नगर के विधायक सतीश उपाध्याय भी अध्यक्ष पद की दौड़ में शामिल बताए जाते हैं।
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