'निजी स्कूल अब मॉन्स्टर की तरह करेंगे व्यवहार', मनीष सिसोदिया ने दिल्ली सरकार के नए कानून को बताया खतरनाक
दिल्ली के पूर्व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने भाजपा सरकार के स्कूल फीस बिल पर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने आरोप लगाया कि नया कानून अभिभावकों की जेब पर डाका है जिससे प्राइवेट स्कूलों को मनमानी फीस बढ़ाने की छूट मिल जाएगी। सिसोदिया ने भाजपा पर सरकारी स्कूलों को बर्बाद करने का भी आरोप लगाया ताकि प्राइवेट स्कूल मोटी कमाई कर सकें।

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और दिल्ली के पूर्व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने भाजपा सरकार के स्कूल फीस बिल को लेकर गहरी चिंता जताई है। उनका कहना है कि दिल्ली में भाजपा का नया कानून अभिभावकों की जेब पर खुला डाका है।
उन्होंने कहा कि फीस बढ़ाने का पूरा अधिकार स्कूल के मैनेजर और उसकी कमेटी को दे दिया गया है। उनके अनुसार नए कानून के मुताबिक स्कूलों को न सरकार रोक सकेगी और न कोर्ट सुनेगा। कहा कि माता-पिता की मेहनत की कमाई को खुलेआम लूटा जाएगा और कोई कुछ नहीं कर पाएगा।
उन्होंने कहा कि इसीलिए भाजपा सरकारी स्कूलों को बर्बाद रखती हैं, ताकि प्राइवेट स्कूलों की फीस बढ़ा सके और अभिभावक अपने बच्चों को न पढ़ा पाएं। जबकि केजरीवाल सरकार पहले आडिट कराती थी। उसके बाद फैसला लेती थी कि फीस बढ़ेगी या नहीं, लेकिन भाजपा ने कानून में आडिट का प्रविधान ही खत्म कर दिया है।
शनिवार को मनीष सिसोदिया ने एक वीडिया संदेश जारी कर कहा कि दिल्ली की विधानसभा ने शुक्रवार एक बहुत खतरनाक कानून पास किया है। यह कानून कहने के लिए प्राइवेट स्कूलों की फीस पर लगाम लगाने के लिए बनाया गया है। लेकिन सच यह है कि इस कानून के लागू होने के बाद दिल्ली के सारे प्राइवेट स्कूल राक्षस की तरह अभिभावकों का खून चूस सकते हैं। अब उनके ऊपर ना सरकार का शिकंजा रहेगा, ना कोर्ट का शिकंजा रहेगा।
प्राइवेट स्कूलों को खुली छूट दे दी गई है। शायद इसीलिए छह महीने पहले, जब भाजपा की सरकार दिल्ली में बनी थी, तब प्राइवेट स्कूल वालों ने लड्डू बांटे थे। क्योंकि पिछले 10 साल से अरविंद केजरीवाल ने उनको फीस नहीं बढ़ाने दी थी। जैसे ही भाजपा की सरकार आई, प्राइवेट स्कूल वालों ने लड्डू बांटे और कहा कि अब हमारी सरकार आ गई है। अब हम खुलकर अभिभावकों को लूट सकते हैं।
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