पालिका धाम को NDMC ने घोषित किया जर्जर, फिर भी यही रहने पर अड़े एनडीएमसी कर्मी, 30 जुलाई तक खाली करने हैं आवास
नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (नडीएमसी/NDMC) द्वारा पालिका धाम कर्मचारी आवासीय परिसर को जर्जर घोषित करने के बाद कर्मचारी आवास खाली करने को तैयार नहीं हैं। उनका कहना है कि वैकल्पिक आवास का वादा पूरा नहीं होता। कर्मचारी मंत्री से मिलकर हलफनामा देने को तैयार हैं कि दुर्घटना के लिए वे जिम्मेदार होंगे। एनडीएमसी ने वैकल्पिक आवास के लिए आवेदन मांगे हैं लेकिन कर्मचारी आशंकित हैं।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी/NDMC) ने गोल मार्केट स्थित पालिका धाम कर्मचारी आवासीय परिसर को जर्जर घोषित कर दिया है। फिर भी एनडीएमसी के कर्मचारी मकान खाली न करने पर अड़ गए हैं जबकि 30 जुलाई तक सभी कर्मचारियों को यह आवास खाली करने हैं। कर्मचारियों का कहना है कि वह आखिरी समय में कहां जाएं? एनडीएमसी वैकल्पिक आवास देने की बात तो कर रहा है लेकिन पूर्व के अनुभव बताते हैं ऐसी स्थिति में न तो कर्मचारियों को मकान मिले हैं और न ही वैकल्पिक व्यवस्था। इसकी वजह से कर्मचारी मकान न खाली करने पर अड़े हुए हैं।
ले रहे हर तरह की दुर्घटना की जिम्मेदारी
कर्मचारियों का कहना है कि वह दिल्ली के पीडब्ल्यूडी मंत्री और स्थानीय विधायक से सोमवार को मिलेंगे और उन्हें पत्र देंगे। सूत्र बताते हैं कि कर्मचारी हलफनामा देंगे कि वह इन आवास में रहने के लिए तैयार है। अगर इमारत में कोई दुर्घटना होती है तो इसके जिम्मेदार यहां के परिवार ही और नागरिक होंगे।
कई स्थानों पर सरिया दिख रही
वर्ष 1970 के दशक में जब से ये इमारतें बनी हैं, तब से इनकी कोई मरम्मत नहीं हुई है। यहां पर टाइप-2 के 150 फ्लैट हैं। इमारत में जगह-जगह टाइलें टूटी हुई हैं। कई स्थानों पर सरिया दिख रहे हैं। वहीं पलस्टर भी बार-बार टूटकर गिर जाता है। कई बार यहां पर लोग चोटिल भी इसके कारण हो चुके हैं।
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पीडब्ल्यूडी मंत्री को लिखेंगे पत्र
यहां पर रहने वाले कर्मचारी इसकी स्थिति खराब तो बताते हैं और उन्हें डर भी है लेकिन आवासीय स्थायी व्यवस्था न होने की वजह यह वह यहां से मकान खाली नहीं कर रहे है। रेजिड़ेंट वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष व बिजली विभाग से सेवानिवृत्त राजू ढकोलिया का कहना है कि यहां से कोई भी व्यक्ति मकान खाली नहीं करेगा। हमारी प्रवेश वर्मा (पीडब्ल्यूडी मंत्री) से बात हो रही है। हम उन्हें पत्र लिखकर देंगे।
ई-आवास पोर्टल पर नाम और विवरण दर्ज करें
वहीं, एनडीएमसी के अनुसार 11 जुलाई को नोटिस जारी कर निवासियों को यहां के स्थान पर वैकल्पिक आवास के लिए आवेदन करने हेतु 14 से 16 जुलाई का समय दिया गया था। इस दौरान इन कर्मचारियों को एनडीएमसी के ई-आवास पोर्टल पर अपना नाम और विवरण दर्ज कराने के लिए कहा गया था ताकि उन्हें वैकल्पिक आवास मिल जाए।
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