एनडीएमसी के बाजारों को जटिल संपत्तिकर व्यवस्था से मिलेगी राहत, यूएएम आधारित होगी संपत्तिकर प्रणाली
एनडीएमसी क्षेत्र के दुकानदारों को जल्द ही संपत्तिकर में राहत मिलेगी। उपाध्यक्ष कुलजीत चहल ने कहा कि यूएएम (UAM) आधारित नई प्रणाली से गणना सरल होगी। कैट (CAT) की बैठक में व्यापारियों ने जटिल गणना की समस्या रखी जिस पर उपाध्यक्ष ने समाधान का आश्वासन दिया। दुकानदारों को उम्मीद है कि नई व्यवस्था से उन्हें फायदा होगा और कर प्रक्रिया आसान हो जाएगी।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। एनडीएमसी क्षेत्र स्थित बाजारों के दुकानदारों को इस वर्ष के अंत तक जटिल संपत्तिकर व्यवस्था से राहत मिलेगी। तीन तरह के वर्गीकरण के आधार पर संपत्ति की कर गणना की जगह इकाई क्षेत्र विधि (यूएएम) के माध्यम से सरल गणना मिलेगी।
इस संबंध में एनडीएमसी उपाध्यक्ष कुलजीत चहल ने दुकानदारों को आश्वास्त करते हुए कहा कि इस दिशा में काम चल रहा है। केंद्र सरकार इससे संबंधित विधेयक लाने की तैयारी में है।जिसमें एनडीएमसी समेत पूरे देश में संपत्तिकर की गणना व्यवस्था आसान हो जाएगी।
उन्होंने यह जानकारी कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) द्वारा कनॉट प्लेस व खान मार्केट के व्यापारी संगठनों के प्रतिनिधियों की आयोजित बैठक में दी। बैठक में चांदनी चौक के सांसद व कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल के साथ ही नई दिल्ली की सांसद बांसुरी स्वराज भी मौजूद रहीं।
वहीं, नई दिल्ली ट्रेडर्स एसाेसिएशन (एनडीटीए) के अध्यक्ष अतुल भार्गव, महासचिव विक्रम बधवार तथा खान मार्केट ट्रेडर्स एसाेसिएशन के अध्यक्ष संजीव मेहरा समेत अन्य व्यापारी प्रतिनिधियों ने बैठक में एनडीएमसी क्षेत्र के बाजारों तथा व्यापारियों की प्रमुख समस्याओं को सिलसिलेवार रखा, जिसमें जटिल संपत्तिकर की गणना और उससे होने वाली परेशानियां प्रमुख रहीं।
वैसे, कनॉट प्लेस, खान मार्केट व सरोजनी नगर समेत अन्य बाजारों के दुकानदार मौजूदा संपत्तिकर की गणना प्रक्रिया को जटिल बताते हुए उसके सरलीकरण की मांग लंबे समय से कर रहे हैं। दुकानदारों की शिकायत हैं कि इसमें तीन तरह की गणना होती है, जो भ्रम की स्थिति पैदा करती है। साथ ही उन्हें देश का सर्वाधिक संपत्तिकर चुकाना पड़ा रहा है।
कैट के प्रदेश अध्यक्ष विपिन आहूजा ने बताया कि बैठक में एनडीएमसी उपाध्यक्ष ने संपत्तिकर के लिए इस वर्ष तक यूएएम आधारित निष्पक्ष कर व्यवस्था लाने को लेकर आश्वस्त किया है। इसी तरह, कनॉट प्लेस समेत अन्य बाजारों में अवैध रेहड़ी-पटरी वालों पर कार्रवाई पर भी जोर दिया गया है।
बैठक में शामिल विक्रम बधवार ने बताया कि हेरिटेज कमेटी से दुकानों की मरम्मत को लेकर पैदा हो रही अड़चनों को दूर करने पर भी सहमति व्यक्त की गई है। संजीव मेहरा के अनुसार, नई संपत्तिकर व्यवस्था इस वर्ष के अंत तक आने को लेकर आश्वस्त किया गया है। जिसे लेकर वे लोग काफी आशांवित हैं।
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