Swachh Survekshan 2022: एनडीएमसी समेत दिल्ली कैंट की रैकिंग में गिरावट, देखें क्या है MCD की स्थिति
Swachh Survekshan Ranking 2022 निगमों के लिए यह परिणाम उत्साहित करने वाले इसलिए भी नहीं है क्योंकि बीते वर्ष 48 शहरी निकायों में से यह परिणाम मिले थे जबकि इस वर्ष तीन शहरी निकाय कम हो गए हैं।
नई दिल्ली [निहाल सिंह]। Swachh Survekshan Ranking 2022: स्वच्छ सर्वेक्षण के परिणामों में पूर्वकालिक तीनों निगमों की रैकिंग में मामूली सुधार हुआ है जबकि श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) और दिल्ली कैंट की रैकिंग लुढ़क गई है। जहां बीते वर्ष एक से दस लाख की आबादी वाले शहर में एनडीएमसी को पहला स्थान मिला था अब वह तीसरे स्थान पर पहुंच गई है।
इसी प्रकार छावनी परिषद श्रेणी में दिल्ली कैंट जो कि तीसरे स्थान पर था उसकी रैकिंग में भी गिरावट आई है। वर्ष 2022 के स्वच्छ सर्वेक्षण में दिल्ली कैंट को पांचवा स्थान मिला है। जबकि दस लाख से अधिक आबादी वाले शहरी निकायों में दिल्ली के पूर्वकालिक तीनों निगम (उत्तरी,पूर्वी और दक्षिणी) की रैकिंग में मामूली सुधार देखने को मिले हैं, लेकिन यह परिणाम उत्साहित करने वाले नहीं है। 45 शहरी निकायों में उत्तरी दिल्ली निगम को पीछे से 9 वां यानि 37 वां स्थान मिला है। पूर्वी दिल्ली निगम को 34 और दक्षिणी दिल्ली निगम को 28 वां स्थान मिला है।
निगमों के लिए यह परिणाम उत्साहित करने वाले इसलिए भी नहीं है क्योंकि बीते वर्ष 48 शहरी निकायों में से यह परिणाम मिले थे जबकि इस वर्ष तीन शहरी निकाय कम हो गए हैं। इसलिए संभवत: तीन निकाय कम होने से निगमों की रैकिंग में यह मामूली सुधार हुआ है।
वर्ष 2021 के स्वच्छ सर्वेक्षण के परिणाम में उत्तरी दिल्ली निगम 45 वें स्थान पर था और पूर्वी निगम 40वें और दक्षिणी निगम 31वें स्थान पर था। ऐसे में मात्र 45 शहरी निकायों की स्वच्छ सर्वेक्षण की प्रतियोगिता में भी राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के पूर्वकालिक निगम शीर्ष दस तो छोड़िए शीर्ष 25 में भी स्थान नहीं बना पाए हैं।
एकीकरण से पहले हुआ था सर्वे इसलिए अलग-अलग निगम के आए परिणाम
22 मई 2022 से दिल्ली नगर निगम पूर्वकालिक तीनों निगमों (उत्तरी, पूर्वी और दक्षिणी) के स्थान पर अस्तित्व में आ गया है। हालांकि स्वच्छ सर्वेक्षण इससे पूर्व ही हो गया था और स्वच्छ सर्वेक्षण में तीनों निगमों ने अलग-अलग ही भाग लिया था। इसलिए अभी परिणाम पूर्वकालिक निगमों के अलग-अलग ही आए हैं। वर्ष 2023 के स्वच्छ सर्वेक्षण के परिणाम एकीकृत निगम के तौर पर ही आएंगे।
ये भी पढ़ें- Delhi Politics: भाजपा का AAP पर हमला, कोरोना से लड़ाई में जान गंवाने वालों के साथ भेदभाव का आरोप
ये भी पढ़ें- Delhi News: सीए पति ने किया पत्नी का E-Mail अकाउंट हैक, कोर्ट के आदेश पर FIR दर्ज