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    DU के नए छात्रों को मिलेंगे 'सखा' का साथ, रैगिंग का डर भगाने के लिए कॉलेजों की है खास योजना; पढ़ें डिटेल्स

    Updated: Mon, 28 Jul 2025 06:35 PM (IST)

    दिल्ली विश्वविद्यालय अपने नए छात्रों के स्वागत के लिए तैयार है। कॉलेजों में वरिष्ठ छात्र सखा बनकर नए छात्रों का मार्गदर्शन करेंगे। रैगिंग रोकने के लिए सख्त नियम लागू किए गए हैं और शपथ पत्र अनिवार्य किया गया है। विश्वविद्यालय परिसर में नियंत्रण कक्ष स्थापित किए गए हैं और रैगिंग विरोधी दिवस व सप्ताह मनाया जाएगा। छात्रों को शिकायत दर्ज कराने के लिए संपर्क सूत्र भी दिए गए हैं।

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    कॉलेजों में नए छात्रों को मिलेंगे 'सखा', रैगिंग का डर भगाने को खास योजना।

    उदय जगताप, शालिनी देवरानी, दक्षिणी दिल्ली। कॉलेज में कहां कौन सी लैब है, कैंटीन में किन व्यंजनों का स्वाद बेस्ट है, हॉबी के मुताबिक कौन सा क्लब ज्वाइन करें और कोई परेशानी हो तो किससे कहें... कॉलेजों में सखा नए छात्रों से ये संवाद करते दिखेंगे।

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    दिल्ली विश्वविद्यालय के कॉलेजों में एक अगस्त से नया शैक्षणिक सत्र शुरू होने वाला है। इस मौके को सहज और सुरक्षित बनाने के लिए कई कॉलेजों में खास योजना बनाई गई है। इसके तहत कॉलेजों में वरिष्ठ छात्रों को “सखा” की भूमिका में नियुक्त किया जाएगा।

    ये सखा न केवल नए छात्रों का मार्गदर्शन करेंगे, बल्कि उन्हें कॉलेज के माहौल से परिचित कराने में भी मदद करेंगे। इसके साथ विश्वविद्यालय ने रैगिंग को लेकर सोमवार को प्राक्टोरियल बोर्ड और पुलिस के साथ अहम बैठक की। इसमें रैगिंग रोकने के लिए दिशानिर्देश जारी किए गए।

    विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) और दिल्ली विश्वविद्यालय की ओर से कॉलेजों में रैगिंग को लेकर सख्त नियम लागू हैं। इसके बावजूद कई बार नए छात्र परिसर में असहज महसूस करते हैं। ऐसे में कॉलेज प्रशासन की ओर से छात्रों को सहज बनाने के लिए दोस्ताना माहौल तैयार किया जाएगा। इसके तहत किसी कॉलेज में सखा नियुक्त होंगे, तो कहीं फ्रेंड्स क्लब के सदस्य संवाद करेंगे।

    वरिष्ठ छात्रों की ड्यूटी इसमें लगाई जाएगी, जोकि खाली पीरियड में नए छात्रों के साथ बातचीत कर उन्हें शैक्षणिक, खेलकूद, सांस्कृतिक गतिविधियों सहित अन्य अवसरों के बारे में जानकारी देंगे। डीयू की बैठक में विश्वविद्यालय परिसर एवं कॉलेजों में अनुशासन बनाए रखने व रैगिंग की रोकथाम को लेकर कई ठोस निर्णय लिए गए।

    विश्वविद्यालय के कॉलेजों और विभागों को नियम और ''कार्यस्थल पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न की रोकथाम अधिनियम 2013'' के तहत जारी नियमों को सख्ती से लागू करने का निर्देश दिया गया है। रैगिंग में दोषी पाए जाने पर प्रवेश रद, डिग्री रद, कक्षा/परीक्षा में रोक, निष्कासन, परिणाम रोके जाने जैसी सख्त कार्रवाई की जा सकती है।

    सखा बनाएंगे छात्रों को सहज, देंगे मार्गदर्शन

    श्री वेंकटेश्वर कॉलेज के कॉलेज प्राचार्य वी रवि बताते हैं कि कॉलेज में आने वाले नए छात्र सहज महसूस करें इसके लिए महिला विकास क्लब और आंतरिक शिकायत कमेटी सक्रिय रहेगी। वरिष्ठ छात्रों को बतौर सखा तैनात किया जाएगा और कॉलेज के विभिन्न विभागों, काउंसलिंग सेल्स और क्लबों की भी भागीदारी रहेगी।

    वे सामूहिक रूप से ऐसे सत्र आयोजित करेंगे, जहां छात्रों को उनकी रुचियों, चुनौतियों और दुविधाओं को लेकर मार्गदर्शन मिलेगा। ओरिएंटेशन सत्रों में सखा योजना की जानकारी दी जाएगी। देशबंधु कॉलेज में वरिष्ठ छात्रों के फ्रेंड्स क्लब बनाएंगे। इसमें प्रोफेसर भी शामिल होंगे, जो नए छात्रों से जुड़ेंगे।

    देना होगा शपथ पत्र

    सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का पालन करते हुए सभी छात्रों और उनके अभिभावकों को प्रवेश के समय यह शपथपत्र देना होगा कि वे रैगिंग में शामिल नहीं होंगे। यह शपथपत्र पोर्टल www.antiragging.in के माध्यम से भरना अनिवार्य होगा।

    कंट्रोल रूम होंगे स्थापित

    संयुक्त रूप से उत्तर और दक्षिण परिसर में एक से आठ अगस्त तक दो नियंत्रण कक्ष स्थापित किए जाएंगे।

    उत्तर परिसर में घटना होने पर छात्र 011-27667221 पर और दक्षिणी परिसर में 011-24119832 नंबर पर काल कर सूचना दे सकते हैं।

    यह भी होगा

    • 2 अगस्त को ''रैगिंग विरोधी दिवस'' और 12 से 18 अगस्त तक ''रैगिंग विरोधी सप्ताह'' मनाया जाएगा।
    • हिंदी और अंग्रेजी में रैगिंग विरोधी पोस्टर उत्तर और दक्षिण परिसर में प्रमुख स्थानों पर लगाए गए हैं।
    • कॉलेजों व विभागों में बाहरी व्यक्तियों की एंट्री पर रोक और रैगिंग से संबंधित नियमों को प्रमुखता से प्रदर्शित करने का निर्देश दिया गया है।
    • एंटी-रैगिंग कमेटी और निगरानी दस्ते का गठन करने को कहा गया है। जरूरत पड़ने पर एनसीसी- एनएसएस के छात्रों की मदद ली जा सकती है।
    • हर कॉलेज के बाहर पुलिस पिकेट्स की तैनाती की जाएगी। महिला कॉलेजों को विशेष सुरक्षा दी जाएगी। रैगिंग या अनुशासनहीनता के मामलों में विश्वविद्यालय के अधिकारी कानूनी कार्रवाई करने के लिए अधिकृत होंगे।
    • गश्त व्यवस्था को मजबूत किया गया है, जिससे किसी भी आपात स्थिति में तुरंत कार्रवाई हो सके।
    • महिला पुलिसकर्मी सादी वर्दी में कॉलेज परिसरों और आसपास के क्षेत्रों में तैनात रहेंगी। पीजी (पेइंग गेस्ट) में रहने वाली छात्राओं से आग्रह किया गया है कि वे ऐसे स्थानों का चयन करें जो स्थानीय पुलिस द्वारा सत्यापित हों।
    • रैगिंग की शिकायत की प्रक्रिया को सरल और प्रभावी बनाया गया है। छात्रों से कहा गया है कि किसी भी तरह की शिकायत को साइबर क्राइम पोर्टल पर भी दर्ज कराया जा सकता है।
    • यूजीसी के दिशा-निर्देशों के अनुसार, कॉलेजों को पहले तीन महीनों तक रैगिंग रोकथाम की साप्ताहिक रिपोर्ट और उसके बाद मासिक रिपोर्ट प्रॉक्टर को ईमेल (proctor @ du.ac.in) के माध्यम से भेजनी होगी।

    रैगिंग की शिकायत के लिए संपर्क सूत्र:

    1. यूजीसी हेल्पलाइन नंबर (24x7 टोल फ्री): 1800-180-5522
    2. यूजीसी निगरानी एजेंसी (सेंटर फार यूथ): 09818044577
    3. ईमेल: proctor @ du.ac.in / helpline @ antiragging.in
    4. पुलिस कंट्रोल रूम (उत्तर जिला): 011-23818614
    5. आपातकालीन नंबर: 112 / नजदीकी पीसीआर वैन
    6. हिम्मत ऐप और एंटी-रैगिंग ऐप का उपयोग करें
    7. वामिका सुरक्षा वाहन -एसएचओ मौरिस नगर: 8750870128

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