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    Delhi Metro: डीएमआरसी के नए एमडी विकास कुमार के सामने है 2 बड़ी चुनौती, मंगू सिंह और ई श्रीधरन से होगी तुलना

    By Jp YadavEdited By:
    Updated: Fri, 01 Apr 2022 05:17 AM (IST)

    Delhi Metro CMD Vikas Kumar दिल्ली सरकार के परिवहन विभाग द्वारा जारी एक आदेश में कहा गया है कि विकास कुमार आगामी पांच साल की अवधि तक के लिए डीएमआरसी क ...और पढ़ें

    डीएमआरसी के नए सीएमडी विकास कुमार के सामने हैं 2 बड़ी चुनौती, मंगू सिंह और ई श्रीधरन से होगी तुलना

    नई दिल्ली, जागरण डिजिटल डेस्क। काफी लंबे इंतजार के बाद दिल्ली मेट्रो रेल निगम (Delhi Metro Rail Corporation) को विकास कुमार के रूप में नया प्रबंध निदेशक मिल गया है। विकास कुमार का बतौर डीएमआरसी प्रबंध निदेशक का कार्यकाल 1 अप्रैल से शुरू होगा और अगले 5 साल तक रहेगा। इसके साथ बृहस्पतिवार को रिटायरमेंटर के साथ मंगू सिंह का काफी लंबा कार्यकाल समाप्त हो गया, उन्हें इस बीच कई बार सेवा विस्तार भी मिल चुका है। बतौर मंगू सिंह और मेट्रो मैन ई-श्रीधरन के कार्यकाल को वर्षों तक याद किया जाएगा, जाहिर है ऐसे में विकास कुमार की तुलना भी ई-श्रीधरन और मंगू सिंह से होगी। आइये जाते हैं कौन हैं विकास कुमार और क्या हैं इनके सामने 2 बड़ी चुनौतियां।

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    तकरीबन 10,000 करोड़ रुपये के घाटे से कैसे उबरेगा दिल्ली मेट्रो

    कोरोना काल में दिल्ली मेट्रो रेल निगम ने ट्रेनों का परिचालन ठप कर दिया था। मार्च, 2020 के अंतिम सप्ताह में शुरू हुआ दिल्ली मेट्रो का परिचालन सितंबर, 2020 के पहले सप्ताह में शुरू हुआ। दिल्ली मेट्रो रफ्तार पकड़ती इससे पहले मार्च महीने में कोरोना के मामले बढ़े और अप्रैल में फिर लाकडाउन लगाना पड़ा। इससे मेट्रो का परिचालन फिर बंद करना पड़ा। इस दौरान दिल्ली मेट्रो को सैकड़ों करोड़ रुपये का घाटा हो गया। सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली मेट्रो का कुल घाटा फिलहाल 4000 करोड़ रुपये पहुंच चुका है। वहीं, डीएमआरसी ने कुछ महीने पहले दिल्ली हाई कोर्ट में प्रस्तुत दस्तावेजों के जरिये बताया था कि विभिन्न बैंक खातों में उसके 5,694 करोड़ रुपये जमा हैं। वहीं, दिल्ली एयरपोर्ट मेट्रो एक्सप्रेस प्राइवेट लिमिटेड से जारी विवाद के बीच डीएमआरसी को रिलायंस कंपनी को 6000 करोड़ रुपये देने हैं। 

    दिल्ली मेट्रो फेज-4 निर्माण

    पिछले 2 साल से कोरोना वायरस संक्रमण के चलते दिल्ली मेट्रो के फेज-4 का काम धीमा हुआ है। या यूं कहें जिस गति से फेज- 4 का काम होना था, वह नहीं हुआ। ऐसे में दिल्ली मेट्रो के नए सीएमडी के सामने दिल्ली मेट्रो फेज-4 का काम जल्द से जल्द पूरा करने की चुनौती रहेगी। बता दें कि दिल्ली मेट्रो फेज 4 के तह तीन कारिडोर  104 किलोमीटर लंबा होगा। नेटवर्क पूरा होने के बाद इस पर हर रोज  15 लाख यात्री सफर करेंगे। दिल्ली मेट्रो फेज 4 के मंजूर किए गए कुल 6 कारिडोर हैं। 

    • तुगलकाबाद से एरोसिटी (20.20 किलोमीटर)
    • जनकपुरी से आरके आश्रम (28.92 किलोमीटर)
    • मुकुंदपुर से मौजपुर (12.54 किलोमीटर)

    गौरतलब है कि तीनों कारिडोर में 17 अंडरग्राउंड के साथ 29 एलिवेटेड स्टेशन भी होंगे। इन तीनों कारिडोर की कुल लंबाई 61.679 किलोमीटर है। इस पूरे रूट पर अंडरग्राउंड स्टेशन 22.359 किलोमीटर के होंगे और एलिवेटेड 39.320 किलोमीटर होगा। इनका निर्माण समय पर हो, इसकी चुनौती विकास कुमार के सामने है। खासतौर से कोरोना के चलते पहले से देरी से चल रहे प्रोजेक्ट में गति बढ़ाना विकास कुमार के लिए बड़ी चुनौती है।

    जानिये- कौन हैं विकास कुमार

    • भारतीय रेलवे ट्रैफिक सर्विस के 1988 बैच के अधिकारी विकास कुमार दिल्ली मेट्रो के आपरेशंस और मेंटिनेंस से जुड़े हैं। विकास को कुल 3 दशक का अनुभव है। 14 साल रेलवे में तो 17 वर्ष दिल्ली मेट्रो में काम किया है।
    • विकास कुमार भारतीय रेल सेवा के 1988-बैच के अधिकारी हैं। दिसंबर 2021 में उन्हें मेट्रों में निदेशक (संचालन) नियुक्त किया गया था। 
    • विकास कुमार ने आइआइटी रुड़की से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है।
    • विकास दिल्ली आइआइटी से एमटेक भी हैं। 

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