अब पुतलों पर बीमारी सेट कर ट्रेनिंग ले सकेंगे मेडिकल छात्र, आरएमएल अस्पताल में खुला सिमुलेशन सेंटर
अटल बिहारी वाजपेयी आयुर्विज्ञान संस्थान और आरएमएल अस्पताल में मेडिकल सिमुलेशन सेंटर शुरू किया गया है। यह दिल्ली का पहला ऐसा केंद्र है जहां मेडिकल छात्र पुतलों पर विभिन्न चिकित्सा स्थितियों का अभ्यास कर सकते हैं। एनएमसी के दिशानिर्देशों के अनुसार यह सेंटर छात्रों को सीपीआर इंजेक्शन और अन्य चिकित्सीय प्रक्रियाओं का प्रशिक्षण देगा जिससे उन्हें बेहतर कौशल विकास का अवसर मिलेगा।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। अटल बिहारी वाजपेयी आयुर्विज्ञान संस्थान और आरएमएल अस्पताल में अब तक लेक्चर और चित्रों के माध्यम से मेडिकल छात्र सीखने व समझते आए हैं।
बेड साइड ट्रेनिंग में मरीजों को देखने और उनकी कंडीशन समझने का मौका मिलता था पर अब छात्र लैब में सेंसर और कंप्यूटर मॉड्यूल की सहायता से पुतलों (मैनिक्विन) में कोई भी मेडिकल कंडीशन सेट करके रियलटाइम लर्निंग का लाभ पा सकेंगे।
इसके लिए ट्राॅमा सेंटर में मेडिकल सिमुलेशन सेंटर बनाया गया, जिसकी शुरुआत मंगलवार को निदेशक प्रो. अशोक कुमार ने की।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में केंद्र सरकार के अस्पतालों में यह पहला सेंटर है, जिसने संस्थान स्तर पर यूजी-पीजी छात्रों को स्किल बेस लर्निंग प्रोग्राम की सुविधा उपलब्ध कराई है।
राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) की गाइडलाइन भी है कि सभी स्नातकोत्तर काॅलेजों में छात्रों की ट्रेनिंग के लिए मेडिकल सिमुलेशन सेंटर अनिवार्य रूप से तैयार किया जाए।
इसी के तहत आरएमएल के ट्राॅमा सेंटर भवन में इसकी पहल की गई। सेंटर में लगभग सभी विभागों के प्रशिक्षण की बुनियादी सुविधा है।
छात्र सीखने के लिए यहां सीपीआर देने से लेकर इंजेक्शन लगाने, हेड इंजरी, बेबी बर्थ आदि सभी तरह की चिकित्सीय परिस्थितियां तैयार कर सकते हैं। इस अवसर पर मेडिकल सिमुलेशन सेंटर की प्रमुख डाॅ. नीरजा बनर्जी, डाॅ. अखिलेश गुप्ता आदि रहे।
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