Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Kisan Andolan: राकेश टिकैत ने 24 घंटे के भीतर केंद्र सरकार को दी दूसरी धमकी, कहा - 'गलतफहमी में न रहें'

    By Jp YadavEdited By:
    Updated: Tue, 30 Nov 2021 04:31 AM (IST)

    Kisan Andolan किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार ये चाहती कि हम बिना बातचीत के यहां से धरना खत्म करके चले जाएं। देश में कोई आंदोलन और धरना ना हो सरकार इस गलतफहमी में ना रहे।

    Hero Image
    Kisan Andolan: राकेश टिकैत ने 24 घंटे में केंद्र सरकार को दी दूसरी धमकी, कहा - 'गलतफहमी में न रहें'

    नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों को वापस लेने के निर्णय के बाद भी संयुक्त किसान मोर्चा 6 नई मांगों/शर्तों के साथ दिल्ली-एनसीआर के चारों बार्डर पर धरना-प्रदर्शन जारी रखे हुए है। इस बीच दिल्ली-यूपी के गाजीपुर बार्डर पर चल रहे धरना-प्रदर्शन की अगुआई कर रहे भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने केंद्र सरकार एक और नई धमकी दी है। उन्होंने कहा है कि किसान अपनी मांगें मंगवाए बिना यहां से नहीं जाएगा और सरकार इस गफलत में नहीं रहे कि देश में किसान आगें कोई धरना-प्रदर्शन नहीं करेगा। इससे पहले महाराष्ट्र में एक महापंचायत में किसान नेता राकेश टिकैत ने केंद्र सरकार को चेताते हुए 26 जनवरी जैसा ट्रैक्टर मार्च करने की धमकी भी दी है।  

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    किसान नेता राकेश टिकैत ने सोमवार को कहा है कि सरकार ये चाहती कि हम बिना बातचीत के यहां से धरना खत्म करके चले जाएं। देश में कोई आंदोलन और धरना ना हो। सरकार से जो एक बातचीत का रास्ता है, वो बंद हो जाए, तो सरकार इस गलतफहमी में ना रहे। सरकार से बात किए बिना हम नहीं जाएंगे। सरकार से बातचीत का रास्ता खोल के जाएंगे।

    इसके अलावा राकेश टिकैत ने यह भी कहा कि तीन मामलों का समाधान हो गया है अभी 1 मामला बाकी है। 1 साल में जो नुकसान हुआ है उस पर सरकार बैठकर बात करे, समाधान निकल जाएगा। सरकार धोखे में रखकर, जालसाज़ी के साथ ग़लत बयानबाजी करके मामले को निपटाना चाहती है, तो उससे ये मामला खत्म नहीं होगा। गौरतलब है कि 24 घंटे के भीतर राकेश टिकैत ने केंद्र सरकार लगातार दो धमकियां दी हैं। 

    बता दें कि केंद्र में सत्तासीन भारतीय जनता पार्टी सरकार ने 19 नवंबर को तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों को निरस्त करने का ऐलान किया, जिसके बाद संसद में कार्यवाही के जरिये इसे विधिवत निरस्त किया जाएगा। बावजूद इसके संयुक्त किसान मोर्चा एमएसपी पर कानून बनाने समेत 5 नई मांगों को लेकर धरना-प्रदर्शन जारी रखे हुए है। 

    यह भी पढ़ेंः दिल्ली में निगम चुनाव से पहले भाजपा को तगड़ा झटका, समर्थकों के साथ तीन नेता AAP में शामिल

    यह भी पढ़ेंः Rakesh Tikait के खिलाफ महिलाओं का फूटा गुस्सा, यूपी गेट के पास रहने वाले लोगों ने खोला मोर्चा

    Delhi Weather News: कड़ाके की ठंड के लिए हो जाएं तैयार, जानिये- कब कोहरा करेगा परेशान

    क्या 2024 में भी पीएम बनेंगे नरेन्द्र मोदी? पढ़िये- प्रसिद्ध ज्योतिषज्ञ के. रंगाचारी की ताजा भविष्यवाणी