Kerala Train Fire Case: दिल्ली-NCR में छिपे हो सकते हैं शाहरुख के मददगार, आतंकी हमले की तरफ गहराता जा रहा शक
Kerala Kozhikode Train Fire Case केरल ट्रेन अग्निकांड के मुख्य आरोपित शाहरुख सैफी के मददगार स्लीपर सेल दिल्ली-एनसीआर में छिपे हो सकते है। लिहाजा इसके मददगारों के बारे में पता लगा दिल्ली-एनसीआर में तलाश की जा रही है।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। केरल ट्रेन अग्निकांड के मुख्य आरोपित शाहरुख सैफी के मददगार स्लीपर सेल दिल्ली-एनसीआर में छिपे हो सकते है। केंद्रीय जांच एजेंसियों को शक है कि यह आतंकी हमला भी हो सकता है। लिहाजा इसके मददगारों के बारे में पता लगा दिल्ली-एनसीआर में तलाश की जा रही है।
स्लीपर सेल की मदद से केरल पहुंचा शाहरुख
जांच एजेंसियों को शक है कि किन्हीं स्लीपर सेल की मदद से ही शाहरुख दिल्ली से केरल तक पहुचा। दिल्ली से केरल के रूट में लगातार उससे कुछ संदिग्ध संपर्क में रहे और उसे दिशा निर्देश दिए जाते रहे। केरल पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों ने दिल्ली पुलिस की स्पेशल से भी मदद मांगी है।
शक है कि शाहरुख के दिल्ली-एनसीआर में छिपे शाहरुख के मददगारों ने ही पूरी साजिश रची हाेगी। केरल पुलिस ने वहां के पेट्राल पंप से कई सुराग जुटाए है जहां से उसने पेट्रोल खरीदा था। वहां के सीसीटीवी फुटेज में वह कुछ लोगो से बात करते हुए भी दिख रहा है।
एजेंसियों के सामने बयान बदल रहा शाहरुख
सूत्रों की मानें तो शाहरुख लगातार जांच एजेंसियों के सामने बयान बदल रहा है। उसने पहले बताया की उसके साथ कोई नही था, फिर उसने बताया की वह इंटरनेट के जरिये जिहादी बना। जांच एजेंसी यह भी जांच कर रही है कि शाहरुख किन लोगों के संपर्क में था और वो कौन लोग हैं जिन्होंने उसे इंटरनेट मीडिया के जरिए अपने नापाक इरादे के लिए उसे ऐसा टास्क दिया। इस पूरे मामले में जांच एजेंसियां मीडिया से कोई जानकारी साझा नहीं कर रही है।
बताया जाता है कि मेडिकल बोर्ड ने उसके दिमाग का अध्ययन भी किया है की कही जानबूझकर वह जांच एजेंसियों को गुमराह तो नही कर रहा है या उसकी मानसिक स्थित ठीक नहीं है। सूत्रों की मानें तो केरल पहुंचने के बाद शाहरुख वहां अकेला नही था, बल्कि उसके साथ कुछ अन्य लोग भी थे जिन्होंने उसकी मदद की थी।
दिल्ली स्थित स्कूल में पता लगा रही एजेंसी
जांच एजेंसी पिछले एक सप्ताह से शाहरुख की पूरी कुंडली खंगालने में जुटी हुई है। आसिफ सैफी दिल्ली स्थित अली मेमोरियल स्कूल से भी उसके बारे में पता लगाया जा रहा है, जहां से उसने पढाई की थी। उसने सरकारी बायर्स स्कूल नूर नगर व आइएमटी नोएडा से बी फार्मा किया था। राष्ट्रीय जांच एजेंसी भी लगातार इस केस पर नजर बनाए हुए है।
ज्ञात रहे सैफी के शाहीनबाग स्थित घर से केरल पुलिस को कुछ डायरी मिली थी। जिसके पन्नों पर उर्दू के शब्द ‘कुफ़्र’ और ‘रोशन होने’ जैसे शब्दों का जिक्र था। इससे पुलिस का मानना है कि इंटरनेट मीडिया के जरिये वह इस्लामिक कट्टरपंथियों के संपर्क में आया था।
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