बेघरों की मौत पर सियासत, केजरीवाल बोलेे- LG जिम्मेदार, हम कैसे चलाएं सरकार
केजरीवाल ने कहा एलजी ने एक बेकार अधिकारी को पद पर नियुक्त किया। एलजी अधिकारियों को नियुक्त करने से पहले हमसे मशविरा लेने से इन्कार करते रहे हैं, ऐसे में हम सरकार कैसे चलाएं।
नई दिल्ली [जेएनएन]। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उप राज्यपाल अनिल बैजल के बीच ठंड से हुई मौतों को लेकर एक बार फिर 'कोल्ड वार' शुरू हो गई है। ठंड से हो रही मौतों पर सियासत के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में ठंड से हुई मौतों को लेकर एलजी अनिल बैजल पर निशाना साधा है।
हम सरकार कैसे चलाएं
केजरीवाल का कहना है मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ठंड से 44 बेघर लोगों की मौत हुई। इस मामले में वह DUSIB (दिल्ली अर्बन शेल्टर इंप्रूवमेंट बोर्ड) के सीईओ को कारण बताओ नोटिस जारी कर रहे हैं। केजरीवाल ने आगे कहा है, 'इस साल एलजी ने एक बेकार अधिकारी को इस पद पर नियुक्त किया। एलजी अधिकारियों को नियुक्त करने से पहले हमसे मशविरा लेने से इन्कार करते रहे हैं, ऐसे में हम सरकार कैसे चलाएं?'
सौरभ भारद्वाज ने किया रिट्वीट
सीएम केजरीवाल के ट्वीट के बाद 'आप' प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने रिट्वीट किया, 'विधानसभा की कमिटी ने इस पद पर नियुक्त किए गए अधिकारी के सर्विस रिकॉर्ड को लेकर नकारात्मक टिप्पणी की थी। चीफ सेक्रटरी कुट्टी अपने अधिकारी का बचाव करने हाई कोर्ट पहुंच गए। एलजी कभी भी ऐसे अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करेंगे।'
सरकार सियासत में मस्त
मौत के आंकड़े सेंटर फॉर होलिस्टिक डिवेलपमेंट (CHD) नाम की संस्था ने जारी किए थे। संस्था का दावा है कि ये आंकड़े गृह मंत्रालय की वेबसाइट से निकलवाए गए हैं। महज छह दिन में 44 बेघरों की मौत ने आम आदमी को भले ही अंदर तक झकझोर दिया हो, लेकिन सरकार सियासत में मस्त है।
दिल्ली सरकार का रवैया नहीं बदला
मौतों के लिए दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने आम आदमी पार्टी की सरकार को जिम्मेदार ठहराया है।तिवारी ने कहा कि हम सभी नए वर्ष में पहुंच गए हैं, लेकिन दिल्ली सरकार का रवैया नहीं बदला। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की चिंता दिल्लीवासियों की जगह अपनी कुर्सी और पार्टी को लेकर है। यही कारण है कि इस कड़ाके की ठंड में बेघर लोग खुले आसमान के नीचे सोने को मजबूर हैं ,जिससे कई लोगों की मौत हो रही है।
दिल्ली सरकार जिम्मेदार
भाजपा नेता ने कहा कि दिसंबर के महीने में ही 200 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी। वहीं, नए वर्ष में छह दिनों में 44 लोगों की जान चली गई है। इसके लिए सीधे तौर पर दिल्ली सरकार जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि यदि समय रहते पर्याप्त संख्या में रैन बसेरे बनाए जाते और बदहाल रैन बसेरों की दशा सुधार दी जाती तो गरीबों की जान नहीं जाती।
संजय सिंह ने दिया जवाब
मनोज तिवारी को 'आप' नेता संजय सिंह ने यह कहते हुए जवाब दिया कि जिस भाजपा शासित राज्य में एक बच्ची भात भात कहकर भूख से दम तोड़ देती है, उसके नेताओं को गरीबों से कोई लेना देना नहीं है। संजय ने कहा कि दिल्ली सरकार ने सर्दियों के दौरान बेघरों और गरीबों के लिए बेहतर इंतजाम किए हैं। 'आप' नेता ने यह भी माना है कि अगर किसी की मौत ठंड से होती है तो यह दुर्भाग्यपूर्ण है।
सर्दी का सितम जारी
बता दें कि दिल्ली-NCR में सर्दी का सितम जारी है। सोमवार सुबह भी न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सर्द हवाओं के कारण इस साल जनवरी के पहले हफ्ते में ही 44 बेघर लोगों की मौत हो चुकी है। पिछले साल पूरे जनवरी में 207 बेघर लोगों की मौत ठंड से हो गई थी और साल 2016 में यह आंकड़ा 245 का था।
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