देवेंद्र कुमार बने दिल्ली हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश, उपराज्यपाल ने दिलाई पद और गोपनीयता की शपथ
Chief Justice Devendra Kumar Upadhyaya न्यायमूर्ति देवेन्द्र कुमार उपाध्याय ने दिल्ली उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश पद की शपथ ली है। दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने आज एक कार्यक्रम में उपाध्याय को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। पद की शपथ दिलाई जिसमें दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी भी मौजूद थीं। इस खबर को लगातार अपडेट किया जा रहा है।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। न्यायमूर्ति देवेन्द्र कुमार उपाध्याय ने दिल्ली उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश पद की शपथ ली है। दिल्ली के लेफ्टिनेंट जनरल विनय कुमार सक्सेना ने आज एक कार्यक्रम में पद की शपथ दिलाई, जिसमें दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी भी मौजूद थीं।
राज निवास में आयोजित इस कार्यक्रम में दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी, वरिष्ठ सरकारी अधिकारी, दिल्ली उच्च न्यायालय के कई मौजूदा न्यायाधीश और कानूनी पेशेवर और अन्य गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए।
दिल्ली हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के रूप में नियुक्ति की पुष्टि की
पिछले हफ्ते केंद्र सरकार ने कानून और न्याय मंत्रालय के माध्यम से एक अधिसूचना जारी कर न्यायमूर्ति उपाध्याय की दिल्ली उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में नियुक्ति की पुष्टि की। वह न्यायमूर्ति विभु बाखरू का स्थान लेंगे। जो कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश के रूप में कार्यरत हैं।
इससे पहले जनवरी में सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने न्यायमूर्ति उपाध्याय को बॉम्बे हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के पद से दिल्ली हाई कोर्ट में स्थानांतरित करने की सिफारिश की थी।
इलाहाबाद हाईकोर्ट में नागरिक और संवैधानिक कानून की प्रैक्टिस
भारत के राष्ट्रपति ने भारत के मुख्य न्यायाधीश के परामर्श से स्थानांतरण की पुष्टि करते हुए एक अधिसूचना जारी की जिसमें न्यायमूर्ति उपाध्याय को दिल्ली उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में कार्यभार संभालने का निर्देश दिया गया।
न्यायमूर्ति उपाध्याय जिन्होंने 1991 में लखनऊ विश्वविद्यालय से कानून में स्नातक की पढ़ाई पूरी की। 11 मई, 1991 को एक वकील के रूप में नामांकित हुए और उन्होंने इलाहाबाद उच्च न्यायालय में नागरिक और संवैधानिक कानून का अभ्यास किया।
उन्हें 2011 में इलाहाबाद उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया और 2013 में स्थायी न्यायाधीश बन गए। जुलाई 2023 में दिल्ली में स्थानांतरण से पहले उन्हें बॉम्बे उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था।
नोट: इस खबर को एजेंसी और इनपुट के आधार पर बनाया गया है।
वहीं पर उत्तर प्रदेश की सीमा से सटे न्यू अशोक नगर में आबादी तेजी से बढ़ रही है, लेकिन विकास धीमा है। यहां मेट्रो के अलावा नमो भारत ट्रेन पहुंच गई है, लेकिन DTC Bus सेवा का इंतजार है। लोग अभी ई-रिक्शा और ऑटो के सहारे ही हैं।
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