दिल्ली के इस इलाके में पहुंची Metro और Namo Bharat Train, पर अभी भी लोगों को DTC Bus का इंतजार
न्यू अशोक नगर में आबादी तेजी से बढ़ रही है लेकिन विकास धीमा है। मेट्रो और नमो भारत ट्रेन तो पहुंच गई है लेकिन डीटीसी बस सेवा का इंतजार है। पानी की समस्या बहुत है कई गलियों में गंदा पानी आता है। सीवर ओवरफ्लो की समस्या रोजाना की हो गई है। खबर में पढ़ें स्थानीय लोगों ने इसको लेकर क्या कुछ कहा है।

जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली। उत्तर प्रदेश की सीमा से सटे न्यू अशोक नगर में आबादी तेजी से बढ़ रही है, लेकिन विकास धीमा है। यहां मेट्रो के अलावा नमो भारत ट्रेन पहुंच गई है, लेकिन डीटीसी बस सेवा का इंतजार है। लोग ई-रिक्शा और ऑटो के सहारे ही आसपास आते-जाते हैं।
लोगों का आरोप है कि इस क्षेत्र में पानी की समस्या बहुत है। कई गलियों में लोग बूंद-बूंद को पानी को तरस रहे हैं, कुछ गलियों में गंदा पानी आता है। लोग टैंकर से पानी भरते हैं। जो नहीं भर पाते, वो खरीद कर पानी पीते हैं। सीवर ओवरफ्लो की समस्या रोजाना की हो गई है।
आबादी डेढ़ लाख से अधिक
यह अनाधिकृत कॉलोनी है, जो खेती की जमीन पर वर्ष 1980 से 83 के बीच विकसित की गई। इसमें आबादी डेढ़ लाख से अधिक है। अधिकांश लोगों ने छोटे-छोटे फ्लैट और दुकानों का निर्माण कर उन्हें किराये पर दे दिया है।
रास्ते भी छोटे है। दैनिक जागरण संवाददाता लोगों के बीच गया तो उन्होंने बताया कि न्यू अशोक नगर तक मेट्रो और रैपिड ट्रेन तो पहुंच गईं लेकिन डीटीसी बस सेवा का इंतजार ही हो रहा है।
न्यू अशोक नगर में जर्जर रोड व फैली गंदगी। जागरण
पानी की आपूर्ति आंशिक रूप से होती है। लोगों का आरोप है कि सड़कें टूटी पड़ी है। सामुदायिक केंद्र के निर्माण को लेकर जनप्रतिनिधि गंभीर नहीं हैं। वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है लेकिन पार्किंग को कोई इंतजाम नहीं किया गया है।
सुबह को दस बजे, दोपहर को तीन बजे और शाम को पांच बजे रोज पानी के टैंकर आते है। अधिकांश लोग टैंकरों से ही पानी भरते हैं। पानी के कनेक्शन लोगों ने ले रखे हैं लेकिन पानी साफ नहीं आता है। यहां विकास कार्य होने चाहिए। लोगों का आरोप है कि बिजली के पोल पर तारों का जाल बिछा हुआ है। इससे आए दिन आग लगने की घटनाएं होती रहती हैं।
- पिंटू सिंह, स्थानीय निवासी
डीटीसी बस सेवा शुरू होनी चाहिए। वाहनों की पार्किंग का ठोस इंतजाम होना चाहिए। सड़कों की मरम्मत होनी चाहिए। सीवर सिस्टम में सुधार की जरूरत है।
- बादल डेढ़ा, स्थानीय निवासी
कच्ची सड़कों को पक्का बनाना चाहिए। गंदे पानी की आपूर्ति से निजात मिलनी चाहिए। सामुदायिक केंद्र का निर्माण होना चाहिए।
- राजेंद्र सिंह, स्थानीय निवासी
सीवर ओवर फ्लाे और गंदे पानी की आपूर्ति सबसे बड़ी समस्या है। सड़कें टूटी पड़ी है। नियमित सफाई नहीं होती है।
- लक्ष्मण सिंह, स्थानीय निवासी
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