नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में जाति विरोधी नारे लिखकर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और अगड़ी जातियों को निशाना बनाए जाने के बाद शरारती तत्वों पर निगरानी के लिए जेएनयू परिसर में कैमरे लगाए जाएंगे। विश्वविद्यालय प्रबंधन ने अपने सभी केंद्रों को सुरक्षा की दृष्टि से एडवाइजरी जारी की है। इसमें कहा गया है कि हर स्कूल और केंद्र के फ्लोर पर सीसीटीवी कैमरा लगाया जाए।
अब हर केंद्र पर होगी पर्याप्त रोशनी
साथ ही कहा कि अब से सभी स्कूल और केंद्रों में केवल एक ही गेट से प्रवेश और निकास होगा। यहां पर एक रजिस्टर भी बनाना होगा। जिसमें हर प्रवेश और निकास करने वालों की जानकारी होगी। विश्वविद्यालय ने सभी केंद्रों से कहा है कि वे सार्वजनिक संपत्ति को तोड़-फोड़ किए जाने से रोकने के लिए हर केंद्र के उपयुक्त स्थान पर नोटिस बोर्ड लगाएं और इन जगहों पर पर्याप्त रोशनी की सुविधा बनाए रखने को कहा। प्रशासन ने ये भी सुझाव दिया कि जेएनयू के छात्रों को जागरूक करने के लिए समय-समय पर अभिविन्यास सत्र आयोजित किए जाएं।
कुलपति ने स्थिति का लिया जायजा
वहीं, कुलपति प्रो. शांतिश्री ने शुक्रवार को स्कूल आफ इंटरनेशनल स्टडीज (एसआइएस-1) और (एसआइएस-2) का दौरा किया और स्थिति का जायजा लिया। इस दौरान कुलपति ने सभी छात्रों, कर्मचारियों और संकाय सदस्यों के साथ बातचीत की। उन्होंने कहा कि जेएनयू में भविष्य में ऐसी घटनाओं न हो इसके लिए सभी को सतर्क होना होगा। उन्होंने जेएनयू समुदाय से परिसर में समावेश, समानता और सद्भाव को बनाए रखने की अपील की।
कुलपति ने बुलाई बैठक
इसके साथ ही कुलपति ने शुक्रवार को मामले से संबंधित एक आपातकाल बैठक बुलाई। जिसमें ये फैसला लिया गया कि एसआइएस- 1 और एसआइएस-2 की बिल्डिंग के दूसरी मंजिल पर स्थित सभी पढ़ने के कक्षों को एसआइएस- 2 के भूतल में शिफ्ट करने के बिल्डिंग के इन कक्षों को पांच दिसंबर से बंद कर दिया जाएगा।
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