क्या है 'डंकी रूट', जिसके जरिए अमेरिका भेजने वाले एक गिरोह का दिल्ली में हुआ भंडाफोड़; एजेंट गिरफ्तार
दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस ने फ़र्ज़ी वीज़ा पर डंकी रूट से अवैध रूप से विदेश भेजने के मामले में पंजाब के एक एजेंट नरेश कुमार को गिरफ्तार किया है। उस पर आरोप है कि उसने साथियों के साथ मिलकर एक यात्री को फ़र्ज़ी शेंगेन वीज़ा पर अमेरिका भेजा। गुरसाहिब सिंह नामक यात्री को अमेरिका से डिपोर्ट किया गया था और जाँच में वीज़ा फ़र्ज़ी पाया गया।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। आईजीआई एयरपोर्ट थाना पुलिस ने फर्जी वीजा पर डंकी रूट से अवैध तरीके से विदेश भेजने के मामले में पंजाब के एक एजेंट को गिरफ्तार किया है। आरोपित का नाम नरेश कुमार है। नरेश पर आरोप है कि उसने अपने साथियों के साथ मिलकर एक यात्री के पासपोर्ट पर फर्जी शेंगेन वीजा लगाया और उसे अवैध रूप से अमेरिका में प्रवेश करवाया। मामले की छानबीन जारी है।
आईजीआई जिला पुलिस की अतिरिक्त आयुक्त उषा रंगनानी ने बताया कि चार अप्रैल की रात अमेरिका से डिपोर्ट किया गया यात्री गुरसाहिब सिंह आईजीआई एयरपोर्ट पर पहुंचा। इमिग्रेशन के दौरान जब उसके यात्रा दस्तावेजों की जांच के दौरान पासपोर्ट में छेड़छाड़ के निशान मिले, जिसमें एक पेज पर गोंद के निशान और हटाए गए वीजा के सबूत थे। इसके बाद उसे पकड़ लिया गया और पूछताछ शुरू की गई।
कुछ लोगों ने अमेरिका में बेहतर कमाई का लालच दिया
पूछताछ के दौरान गुरसाहिब ने पुलिस को बताया कि वह 2018 से 2024 तक सिंगापुर में काम कर चुका था। भारत लौटने के बाद उसे कुछ लोगों ने अमेरिका में बेहतर कमाई का लालच दिया। उसकी मुलाकात एजेंट गुरदेव सिंह उर्फ गुर्री से हुई, जिसने 20 लाख रुपये के बदले अमेरिका में अवैध प्रवेश का वादा किया। गुरसाहिब ने 17 लाख रुपये नकद और 3 लाख रुपये बैंक खाते में दिए।
डंकी रूट का इस्तेमाल, कई देशों से गुजरने के बाद पहुंचा अमेरिका
एजेंट ने गुरसाहिब को लंदन, स्पेन, ग्वाटेमाला, मैक्सिको के रास्ते अमेरिका भेजा। मैक्सिको के शहर तिजुआना में एक सहयोगी ने उसके पासपोर्ट पर फर्जी शेंगेन वीजा लगाया और बाद में उसे छिपाने के लिए पासपोर्ट के पेज पर गोंद लगाकर छेड़छाड़ की। हालांकि, अमेरिका में कुछ दिनों बाद गुरसाहिब पकड़ा गया और तीन महीने की हिरासत के बाद भारत डिपोर्ट कर दिया गया।
बाद में पकड़े गए एजेंट
मामले में आरोपित एजेंट को पकड़ने के लिए एक विशेष टीम बनाई गई। कई छापेमारी और तकनीकी निगरानी के बाद आरोपित एजेंट नरेश कुमार को पटियाला में उसके ठिकाने से गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि वह और उसका भाई कई वर्षों से एजेंट के रूप में काम कर रहे थे। वे गुरदेव के साथ कमीशन पर काम करते थे और गुरसाहिब के फर्जी वीजा और यात्रा की व्यवस्था में शामिल थे।
विदेश यात्रा के लिए केवल अधिकृत एजेंसियों से संपर्क करें और सस्ते आफर देने वाले फर्जी एजेंटों के झांसे में न आएं। - उषा रंगनानी, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त, आईजीआई एयरपोर्ट, नई दिल्ली
किसे कहते हैं 'डंकी रूट'
डंकी रूट को अवैध रास्ता माना जाता है। इसके जरिए लोग बिना किसी वैध वीजा या दस्तावेज के विदेशों में प्रवेश करते हैं। यह रूट आमतौर पर कई देशों से होकर गुजरता है। पंजाब में 'डंकी' का मतलब होता है किसी जगह से दूसरी जगह कूदना या उछलना। भारत से विदेश जाने वाले रूट को 'डंकी रूट' कहा जाता है। इस रास्ते से लोग बड़े देशों जैसे अमेरिका, ब्रिटेन और कनाडा आदि में अवैध तरीके से प्रवेश करते हैं। पहले इस तरीके से अपराधी किस्म के लोग ही जाते थे लेकिन अब लोग अपना शौक पूरा करने के लिए इस तरह के रूट का इस्तेमाल करते हैं।
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