अमेरिका जाने की ताक में था नेपाली नागरिक, भारतीय पहचान इस्तेमाल की ताक में था; पूछताछ में इमिग्रेशन ने पकड़ा
दिल्ली के आईजीआई हवाई अड्डे पर एक नेपाली नागरिक को फर्जी भारतीय पासपोर्ट के साथ पकड़ा गया। दीपक सुनार नाम के इस व्यक्ति ने कबूल किया कि उसने भारतीय पासपोर्ट इसलिए बनवाया क्योंकि इस पर विदेश का वीजा आसानी से मिल जाता है और वह अमेरिका जाने की फिराक में था। एक अन्य घटना में रमनदीप कौर नामक एक महिला को कनाडा जाने की कोशिश करते हुए गिरफ्तार किया गया।

गौतम कुमार मिश्रा, नई दिल्ली। भारतीय नागरिक बनकर काठमांडू से लौटे एक यात्री की नेपाली पहचान उजागर होने के मामले की जांच चल ही रही थी कि एक और मामले में नेपाली नागरिक की पहचान उजागर हुई है। इमिग्रेशन की शिकायत पर आरोपित के खिलाफ पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू कर दी है।
आरोपित का असली नाम दीपक सुनार है। छानबीन में पता चला कि नेपाली पासपोर्ट होने के बाद भी उसने फर्जी इंतजाम कर अपने लिए भारतीय पासपोर्ट इसलिए बनाया क्याेंकि भारतीय पासपोर्ट पर विदेश का वीजा उसने आसानी से मिल जाता।
अमेरिका जाने की ताक में था आरोपित
आरोपित दीपक आइजीआइ एयरपोर्ट के टर्मिनल 3 पर अमेरिका जाने वाली यूनाइटेड एयरलाइंस की उड़ान के लिए पहुंचा था। इमिग्रेशन क्लियरेंस के दौरान आरोपित से अधिकारियों ने सवाल पूछे तो उसने बताया कि उसका नाम चंद्र बहादुर दीपक है। इसे नेवार्क की यात्रा करनी थी। इमिग्रेशन अधिकारी को इसके हावभाव पर संदेह हुआ।
इसके बाद सघन पूछताछ शुरू हुई तो आरोपित टूट गया और उसने बताया कि वह नेपाली नागरिक है। लेकिन उसने अपने संपर्कों के बल पर भारतीय पासपोर्ट बनाया। विदेश यात्रा के लिए वह भारतीय पासपोर्ट का इस्तेमाल करता था, क्योंकि भारतीय पासपोर्ट पर विदेश का वीजा उसे आसानी से मिल जाता था। अमेरिका जाने के लिए इसलिए उसने भारतीय पासपोर्ट का इस्तेमाल किया।
एक महीने में दूसरा मामला
नेपाली नागरिक द्वारा भारतीय पासपोर्ट बनाकर अपनी पहचान छिपाने का यह एक महीने में दूसरा मामला है। पहले मामले में भारतीय नागरिक बनकर नेपाल से लौटे एक नेपाली नागरिक को इमिग्रेशन अधिकारियों ने पूछताछ के दौरान पकड़ा था। नया मामला पहले मामले से इसलिए अलग है क्योंकि इसमें विदेश यात्रा के लिए उड़ान भरने से पहले ही यात्री को पकड़ लिया गया।
इमिग्रेशन अधिकारियों का कहना है कि यदि कोई विदेश यात्रा से पहले ही इमिग्रेशन क्लियरेंस के दौरान पकड़ लिया जाता है तो इससे विदेश में भारतीय एजेंसियों की किरकिरी होने से बचती है। यह मामला आजकल इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि आजकल विदेश से बड़ी संख्या में भारतीय नागरिकों को फर्जी दस्तावेज से विदेश यात्रा के आरोप में अलग अलग देशों से डिपोर्ट किया जा रहा है।
कनाडा जाने की कोशिश में पकड़ी गई महिला यात्री
आइजीआइ एयरपोर्ट पर एक मामले में कनाडा जाने की कोशिश कर रही एक महिला यात्री को एयर कनाडा के कर्मियों ने इमिग्रेशन के हवाले कर दिया। आरोपित महिला का नाम रमनदीप कौर है। एयर कनाडा के कर्मियों ने इमिग्रेशन अधकारियों को बताया कि महिला के पासपोर्ट पर जो स्टीकर वीजा था, वह संदिग्ध था। इसके बाद एयर कनाडा ने कनाडा बार्डर सर्विसेज एजेंसी के अधिकारियों से संपर्क कर उनसे वीजा से जुड़ी जानकारी साझा कि ताकि पता चले कि यह वीजा फर्जी है या नहीं।
वहां के अधिकारियों ने स्टीकर वीजा के फर्जी होने की पुष्टि की। इसके बाद आरोपित महिला को यात्रा से रोक दिया गया। अब यह पता किया जा रहा है कि आखिर महिला के पासपोर्ट पर जब फर्जी वीजा था तब उसे यात्रा के लिए इमिग्रेशन क्लियरेंस कैसे मिला। आइजीआइ थाना पुलिस इस मामले की जांच में जुटी है।
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