Digital Arrest Scams: पैसे दोगुने करने की बात हो, तो सतर्क हो जाएं; साइबर लुटेरे अपना रहे ठगी के नए तरीके
डिजिटल दुनिया में साइबर अपराधों की घटनाएं बढ़ रही हैं। साइबर अपराध को लेकर हर समय नए तरह के खतरे सामने आ रहे हैं। साइबर लुटेरों अपना निशाना तलाशने के लिए लोगों के सोशल मीडिया पर नजर रख रहे हैं। लोग साइबर ठगों के जाल में फंसकर अपनी लाखों की जमा पूंजी गंवा रहे हैं। ऐसे में साइबर अपराधों से बचने के लिए जागरूक रहें और सतर्कता बरतें।

अजय राय, नई दिल्ली। सोशल मीडिया में किसी सुंदर युवती से दोस्ती का ऑफर आता है, उसका मोहक अंदाज देखकर आप दोस्ती करते हैं और कुछ दिन वाट्सएप पर उससे मीठी-मीठी चैट होती हैं।
हफ्ते-दस दिन के बाद वो बात करना बंद कर देती है। कुछ दिन बाद वो युवती अचानक फिर से चैट करना शुरू करती है और आपको पता भी नहीं चलता, वह आपको शेयर बाजार में पैसे निवेश करने के बहाने ठगी के जाल में फंसा देती है। इस तरह आप उसके जाल में फंसकर अपनी लाखों की जमा पूंजी गंवा बैठते हैं।
सोशल मीडिया पर लुटेरों की नजर
सोशल मीडिया पर अपने हर अहम क्षण को आप शेयर करते हैं तो दोस्तों के लाइक्स के साथ साइबर लुटेरों की निगाह में भी आते हैं। इनकी एक टीम ऐसे ही लोगों में से अपना शिकार चुनती है। शिकार चुनकर साइबर लुटेरों की ओर से कोई युवती मनमोहक फोटो लगाकर ऑनलाइन दोस्ती का प्रस्ताव देती है।
यह युवती वाट्सएप चैट के जरिये दोस्ती कर प्यार भरी बातें करती है और फिर कुछ समय के लिए चैट करना बंद कर देती है। कुछ दिन बाद वह फिर से मैसेज भेजती है और चैट शुरू करती है। इस समय वह अपनी दुख भरी कहानी सुनाती है। बताती है कि किस तरह वह परेशानी में थी, लेकिन उसकी कंपनी के लोग अच्छे हैं।
शेयर बाजार में मुनाफा कमाने का लालच
उसकी कंपनी शेयर बाजार में निवेश करने संबंधी राय देती है और लोगों का फायदा कराती है। यह बताकर वह अपना शिकार फंसा लेती है और व्यक्ति को निवेश की टिप्स देने वाले एक वाट्सएप ग्रुप में जोड़ देती है, जहां साइबर लुटेरे शेयर बाजार में मुनाफा कमाने के टिप्स देते हैं। शुरू में मुनाफा होता है, लेकिन यह खेल हजारों से लाखों रुपये तक पहुंच जाता है और धीरे-धीरे व्यक्ति निवेश की सलाह दे रहे लुटेरों पर भरोसा करने लगता है।
वीडियो कॉल पर युवतियां करती हैं प्यार भरी बातें
मुनाफा कमाने के बाद व्यक्ति को मुनाफे का यह खेल और बड़ा करने के लिए लुटेरे अपने टेलीग्राम चैनल पर आने का ऑफर देते हैं और अपने यहां खाता खुलवाने के लिए कहते हैं। यहीं से लुटेरे सारी बाजी अपने हाथ में ले लेते हैं और अपनी फर्जी ट्रेडिंग कंपनी द्वारा बाजार में पैसा लगाकर भारी मुनाफा कमाने का ऑफर देते हैं। इस दौरान, युवती वीडियो कॉल पर व्यक्ति से प्यार भरी बातें भी करती रहती है।
जब व्यक्ति मोटा पैसा लगा देता है और मुनाफा देखकर पैसा निकॉलने की कोशिश करता है, तो वह पैसा नहीं निकॉल पाता। तब उसे समझ में आता है कि वह ठगी का शिकार हो गया। इसके बाद न युवती का पता चलता है और न टिप्स देने वालों का।
देशभर में शेयर बाजार के नाम पर ठगी के ज्यादातर मामलों को इसी तरीके से अंजाम दिया गया है, लेकिन जब लोग पुलिस में मामला दर्ज कराते हैं तो अपनी इज्जत बचाने के लिए पुलिस को दी गई शिकायत में युवती का जिक्र नहीं करते।
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प्लॉट बेचकर थी कारोबार की तैयारी, डूब गई जिंदगी भर की कमाई
मेरे पास दो प्लॉट थे। इन प्लॉट को बेचकर करीब डेढ़ करोड़ रुपये जमा किए, फिर लोन भी ले लिया था। खाते में अब दो करोड़ रुपये हो गए थे। सोचा था कि इन पैसों को किसी कारेाबार में लगाकर मुनाफा कमा लूंगा। इसे लेकर दोस्त और रिश्तेदारों से बातचीत भी चल रही थी कि किस कारोबार में पैसा लगाया जाए।
मोटी कमाई के लालच से खाली हो रहा अकाउंट
जनवरी 2024 में एक दिन मैं घर पर खाली बैठा हुआ था। बैठे-बैठे सोशल मीडिया देख रहा था। इस बीच, मैंने स्टाक मार्केट में पैसा लगाकर डबल कमाई का विज्ञापन देखा। अब खाते में पैसा तो पड़ा ही हुआ था। ऐसे में मैंने सोचा कि क्यों न स्टाक मार्केट में ही पैसा लगाकर अपने खाते में पड़े हुए पैसे को डबल कर लिया जाए।
विज्ञापन में अंकित लिंक को क्लिक करने के बाद मुझे एक वाट्सएप ग्रुप से जोड़ लिया गया। ग्रुप में पहले से ही कई लोग जुड़े थे। मैंने 28 जनवरी तक चल रही हर प्रतिक्रिया को ध्यान से देखा।
उसमें देखा कि निवेश करने वालों के पैसे कम ही दिन में दोगुने हो रहे हैं। इसके बाद मैंने भी निवेश करने की सहमति भर दी। इसके बाद मुझे वीआइपी पर्सनल विंडो 30 और जी111-एंजल वन सर्विस ग्रुप नामक दो और वाट्सएप ग्रुप से जोड़ दिया गया। फिर विभिन्न कंपनियों के बैंक खाता नंबर भेजकर निवेश करने को कहा गया।
मैंने विभिन्न बैंक खाते में कई मदों में करीब दो करोड़ 26 हजार आठ सौ तीस रुपये ट्रांसफर किए। जब मैंने निवेश किए हुए पैसे मांगे तो आरोपितों ने और निवेश करने को कहा। इसपर मुझे ठगी का एहसास हुआ तो मैंने साइबर थाने में शिकायत दी। अब तक मेरे 25 प्रतिशत रुपये की ही रिकवरी हो सकी है। -दिनेश अग्रवाल, सिविल इंजीनियर, सेक्टर-88, फरीदाबाद
हिमाचल प्रदेश में साइबर अपराध के मोहित चावला ने दिए ये टिप्स
- सोशल मीडिया पर जानकारी सीमित करें, अपनी निजी जानकारी जैसे, पता, फोन नंबर, फोटो साझा करने से बचें
- पैसा तेजी से डबल करने की बात जैसे ही आए, सतर्क हो जाएं, समझ लें कि कहीं कुछ गड़बड़ है।
- शेयर बाजार में निवेश अधिकृत प्लेटफार्म से ही करें। किसी वाट्सएप ग्रुप, किसी टेलीग्राम ग्रुप या किसी बैंक खाते में इसके लिए सीधे पैसे नहीं डालें।
- ई-मेल या सोशल मीडिया पर आए अनजान लिंक पर क्लिक न करें और किसी भी जानकारी को साझा करने से पहले सत्यापित करें।
- सुरक्षित कनेक्शन का उपयोग करें, केवल "https://" वाली वेबसाइट्स का ही उपयोग करें।
- साफ्टवेयर को नियमित रूप से अपडेट करें, ऑपरेटिंग सिस्टम, एप्स और ब्राउजर को अपडेट रखें।
- भरोसेमंद वेबसाइट्स से खरीदारी करें, ऑनलाइन शॉपिंग के लिए केवल सुरक्षित और प्रमाणित वेबसाइट का उपयोग करें।
- ऑनलाइन भुगतान के लिए डेबिट कार्ड के बजाय क्रेडिट कार्ड अधिक सुरक्षित होते हैं।
- बैंकिंग गतिविधियों पर नजर रखने के लिए अलर्ट सुविधा का उपयोग करें।
- डिवाइस पर ट्रैकिंग सेट करें, डिवाइस में ट्रैक करने और रिमोटली डेटा डिलीट करने की सुविधा चालू रखें।
दैनिक जागरण डिजिटल अरेस्ट व साइबर फ्रॉड को लेकर अपने पाठकों को जागरूक करने के लिए 'लुटेरा ऑनलाइन: सतर्क रहें' नाम से जागरुकता कैंपेन चला रहा है। साइबर क्राइम को लेकर जागरुकता अभियान 'लुटेरा ऑनलाइन: सतर्क रहें' सीरीज का पार्ट-5 गुरुवार को पढ़िए www.jagran.com पर...
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