बक्करवाला टोल पर महापंचायत: बहरी NHAI से पांडवों की तरह हमारी दो मांग- टोल से मुक्ति और यू-टर्न फ्री
दिल्ली के मुंडका-बक्करवाला टोल प्लाजा पर 350 रुपये के टोल टैक्स के खिलाफ ग्रामीणों का विरोध जारी है। बक्करवाला गांव में टोल के विरोध में महापंचायत में कई गांव के ग्रामीण शामिल हुए। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि NHAI नहीं सुन रहा है। महापंचायत में विधायकों ने भी भाग लिया। ग्रामीणों ने सरकार से यू-टर्न फ्री करने और देहात के लोगों को टोल से मुक्ति देने की मांग की।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली के मुंडका-बक्करवाला टोल प्लाजा पर 350 रुपये के टोल टैक्स के खिलाफ ग्रामीणों का विरोध अब भी जारी है। रविवार को बक्करकाला गांव में टोल के विरोध में आयोजित महापंचायत में भारी संख्या में लोग जुटे। कई ग्राम पंचायतों ने धरना देने की चेतावनी दी थी। इसी क्रम में यह महापंचायत की गई, जिसमें दो दर्जन से अधिक गांव के ग्रामीण एकत्र हुए। महापंचायत में लोगों ने आरोप लगाते हुए कहा कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई/NHAI) उनकी इस मनमाने टोल टैक्स की बात सुन नहीं रहा है। उसके बहरे कानों तक जोरदार तरीके से आवाज पहुंचानी चाहिए।
इस बहुप्रतीक्षित महापंचायत में लोगों की उमड़ी भीड़ बो देखकर सरकार को विचार करना होगा। इसमें अपनी बात रखने के लिए मुंडका के विधायक गजेंद्र दराल, नजफगढ़ की विधायक नीलम और विधायक संदीप सहरावत भी पहुंचे। इस बीच लोगों ने अपनी बात रखते हुए कहा कि सरकार को यह समझना होगा कि दिल्ली देहात सरकार बनाना जानती है तो अपने हक के लिए सरकार उखाड़ भी सकती है। इसमें तय किया गया कि महापंचायत का प्रतिनिधमंडल बुधवार को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से इस मनमाने टोल टैक्स की वापसी को लेकर मुलाकात करेगा। महापंचायत में यह निर्णय वहां मौजूद तीन विधायकों की ओर से सांसदों से बात करने के बाद लिया गया।
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वक्ता ने महाभारत के प्रसंग का उदाहरण देते हुए कहा कि पांडवों ने कौरवों से मांगा ही क्या था, बस पांच गांव। बाद में पांडवों ने कहा कि पांच गज जमीन ही दे दो लेकिन उनकी सुनी नहीं गई। उसी तरह हम भी क्या मांग रहे हैं, 'दिल्ली देहात क्या मांग रहा है बस दो मांग...यू टर्न फ्री कर दो और देहात के लोगों को टोल से मुक्ति दो। लेकिन सरकार हमारी दो मांगों को भी नहीं सुन रही है। गांव के साथ काॅलोनी के लोगों के लिए भी सोचना होगा।
महापंचायत में अपनी बात रखते हुए जनकपुरी के असालतपुर गांव की एक महिला ने कहा कि महिला कह रही है कि सरकार गांव की अनदेखी कर रही है। टोल को उखाड़ना ही होगा। मातृशक्ति महापंचायत के साथ है। हम लोग इतने काबिल हैं कि सरकार हिला सकते हैं।
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