पति को करंट देकर मारनेवाली सुष्मिता और उसका देवर एक दिन की पुलिस हिरासत में, की जा रही है पूछताछ
पश्चिमी दिल्ली में पति की हत्या के आरोप में पत्नी और देवर को गिरफ्तार किया गया। पुलिस पूछताछ में पता चला कि दोनों के बीच प्रेम संबंध थे। उन्होंने पति को रास्ते से हटाने की योजना बनाई। पहले नींद की गोलियां दी गईं लेकिन बाद में बिजली के झटके से हत्या कर दी गई। कोर्ट ने आरोपियों को पुलिस हिरासत में भेज दिया है।

जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली। पति की हत्या में गिरफ्तार सुष्मिता व इसके चचेरा देवर राहुल को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया। पेशी के दौरान पुलिस ने मामले की छानबीन के लिए जरुरी पूछताछ के लिए इनके हिरासत की मांग की, जिसे कोर्ट ने मंजूर कर लिया है।
कोर्ट ने इन्हें रविवार तक के लिए हिरासत की मंजूरी दी है। हिरासत के दौरान पुलिस दोनों से पूछताछ कर इस पूरे घटनाक्रम को समझने की कोशिश करेगी। संभव है कि पुलिस दोनों को साथ लेकर घटनास्थल का भी दौरा करे और क्राइम सीन को समझने की कोशिश करे।
पुलिस का कहना है कि अभी तक की छानबीन से पता चला है कि सुष्मिता व राहुल के बीच करीब डेढ़ वर्षों से नजदीकियां थीं। नजदीकियां तब बढ़ने लगी जब सुष्मिता व करण के बीच छोटे मोटे बात पर झगड़े होने लगे। गाली गलौच होने लगी। तब सुष्मिता इन झगड़ों की बात राहुल से साझा करने लगी।
सुष्मिता यदि झगड़े की बात किसी और से कहती थी, तो उधर से केवल यह सुनने को मिलता था कि पति पत्नी के बीच अनबन ऐसी ही होती रहती है, सब ठीक हो जाएगा। लेकिन जब राहुल से वह पति के साथ होने वाली अनबन व झगड़े की बात कहती थी, तो राहुल से बड़े ध्यान से सुनता था और सहानुभूति जताता था। यहीं से दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ने लगीं।
लंबे समय की नजदीकी के बाद इन्होंने तय कर लिया कि अब चाहे कुछ हो जाए, दोनों अब साथ रहेंगे। लेकिन सबसे बड़ी अड़चन सुष्मिता के पति का जीवित रहना था। जब तक करण जिंदा था, दोनों एक साथ नहीं रह सकते थे। एक विकल्प तलाक का था, लेकिन तब भी तलाक के बाद एक ही परिवार में सुष्मिता की दूसरी शादी नहीं हो सकती थी। तमाम बातों को देखते हुए ही दोनाें ने करण के रास्ते से हटाने का फैसला किया।
इसके लिए पूरी योजना तैयार की। नींद की गोलियां खरीदीं। यह भी तय कर लिया कि नींद की गोलियाें के ओवरडोज से मरने की बात लोगों को कही जाएगी। आखिर ऐसा क्यों किया, इसपर इन्होंने तय किया कि कुछ बहाना बना दिया जाएगा। लेकिन क्या , यह ये तय नहीं कर पाए थे। घटना वाली रात जब नींद की गोली से बात नहीं बनी तब इन्होंने बिजली से झटका देकर मारने की बात एकाएक सोची और उसपर अमल किया।
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