दिल्ली में बेतहाशा बारिश से जलभराव का डर होगा खत्म, दोगुने से अधिक वर्षाजल का प्रबंधन का नया ड्रेनेज प्लान तैयार
दिल्ली में जलभराव की समस्या से निपटने के लिए नया ड्रेनेज मास्टर प्लान जारी किया जाएगा। केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने बताया कि 1976 के बाद यह पहला नया प्लान है जिसमें 70 एमएम प्रति घंटे तक वर्षा जल निकासी की व्यवस्था होगी। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने पिछली सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वे इस समस्या को दहेज में लेकर नहीं आए थे।

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। दिल्ली में जलभराव की समस्या के समाधान के लिए नया ड्रेनेज मास्टर प्लान जारी किया गया। केंद्रीय शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने यह जानकारी दी। वर्ष 1976 के बाद नया प्लान तैयार किया गया है। नए प्लान में प्रति घंटे 70 एमएम तक वर्षा तक जल निकासी की व्यवस्था होगी। वर्तमान समय में 30 एमएम तक वर्षा की जल निकासी होती है। दिल्ली को नजफगढ़, बारापुला और यमुना पार तीन भागों में विभाजित कर ड्रेनेज प्रणाली को बेहतर किया जाएगा। यानी आगामी वर्षाकाल में दिल्ली में बेतहाशा बरसात होने पर भी दिल्लीवासियों को जलभराव का सामना नहीं करना पड़ेगा।
हम दिल्ली को रुपया देने को तैयार : केंद्रीय मंत्री
केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा, 'मेरा दिल्ली से गहरा संबंध रहा है। मैं लबे समय तक दिल्ली का निवासी भी रहा हूं। दिल्ली देश का दिल है। किसी भी समस्या को हल करने के लिए योजना बनाई जाती है। जल निकासी के लिए वह यह प्लान है। ड्रेनेज मास्टर प्लान के लिए पैसा देने के लिए तैयार है।'
'केजरीवाल सरकार ने नहीं बनाईं योजनाएं'
उन्होंने पूर्व की आम आदमी पार्टी सरकार के बारे में कहा कि हमने केजरीवाल सरकार को भी पैसा दिया। मगर उन्होंने योजनाएं फ्रेम नहीं कीं और ऐसे ही पड़ा रहा। दिल्ली की लैंडफिल साइट दो साल में बिल्कुल साफ कर दी जाएगी, जितनी मशीनें लगानी पड़ेंगी हम इसे हटाएंगे। इस कार्य में डीडीए भी पैसा देगा। दिल्ली के दो ड्रेन नजफगढ़ ड्रेन और शाहदरा ड्रेन से गाद पूरी तरह से हटाने की जरूरत है। यमुना के आईटीओ बैराज का रखरखाव दिल्ली को दिया जा रहा है। यमुना से अतिक्रमण हटाने की जरूरत है। पीने के पानी की भी समस्या दूर की जाएगी। हथिनी बैराज पर पानी एकत्रित करने की भी योजना है।
'दिल्ली को जलभराव से रोकने की गारंटी'
वहीं, पीडब्ल्यूडी मंत्री प्रवेश वर्मा ने कहा कि छह माह पहले जब हमारी सरकार बनी तो हमारी मुख्यमंत्री जलभराव रोकने के लिए सड़कों पर दिखाई दीं। हमने मिंटो ब्रिज पर इस बार पानी नहीं भरने दिया। दिल्ली के नालों से इस बार 20 लाख लीटर गाद निकाली गई। ड्रेनेज मास्टर कोई किताब नहीं, दिल्ली को जलभराव रोकने की गारंटी है।
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'आज आबादी है ढाई करोड़'
इस संदर्भ में पीडब्ल्यूडी के अतिरिक्त मुख्य सचिव नवीन चौधरी ने इस संदर्भ में बताया कि इससे पहले वर्ष 1976 में ड्रेनेज मास्टर प्लान लागू किया गया था। उस समय दिल्ली की जनसंख्या 60 लाख थी। आज ढाई करोड़ है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने शुरू से यह बात कही है कि दिल्ली से जलभराव हर हाल में दूर करना है।
हर मुद्दे पर बहस करने को तैयार
इस अवसर पर दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि हमारी केंद्र सरकार दिल्ली के लिए पैसा देने के लिए हर जरूरत के समय खड़ी रही है। पिछले 11 साल से केंद्र सरकार दिल्ली को पैसा देती रही है। सत्ता में आने के बाद हम लोग नालों पर घूमे हैं। रेखा गुप्ता ने मुख्यमंत्री रहे अरविंद केजरीवाल को चुनौती दी कि वे 11 साल सत्ता में रहे और मैं 6 माह की मुख्यमंत्री हूं, उनसे हर मुद्दे पर बहस करने को तैयार हूं।
हम दहेज में समस्या लेकर नहीं आए : सीएम रेखा गुप्ता
मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली में एक बहुत बड़ी समस्या है कि विभाग यह कह देते हैं कि यह नाला उनके क्षेत्र में नहीं आता है। दिल्ली में बहु निकाय की समस्या है। इसे दूर किया जाएगा ताकि जलभराव होने पर 'आप' के लोग कह कर आ जाते हैं कि देखो जी, जलभराव हो रहा है।
उन्होंने कटाक्ष किया कि इसे हम दहेज में लेकर नहीं आए थे, ये व्यवस्था तो यही आप के लोग छोड़कर गए हैं। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार इस पर काम कर रही है। हम दिल्ली के लोगों को जलभराव, पीने के पानी से लेकर किसी भी समस्या से जूझने नहीं देंगे। यमुना केजरीवाल के भाषण से 11 साल में साफ नहीं हुई है। इसे हम साफ करेंगे।
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