Delhi: सेक्सटॉर्शन गिरोह के जाल में फंसे बैंक के सीनियर मैनेजर, गंवाए 11.93 लाख रुपये; ब्लैकमेल कर की वसूली
एक बैंक के वरिष्ठ प्रबंधक को सेक्सटॉर्शन गिरोह ने जाल में फंसाया और ब्लैकमेल करते हुए उनसे 11.93 लाख रुपये वसूल लिए। इसके बाद भी मांग का सिलसिला रुकता नहीं देख पीड़ित ने साइबर थाना पुलिस में शिकायत दी।

पश्चिमी दिल्ली, जागरण संवाददाता। एक बैंक के वरिष्ठ प्रबंधक को सेक्सटॉर्शन गिरोह ने जाल में फंसाया और ब्लैकमेल करते हुए उनसे 11.93 लाख रुपये वसूल लिए। इसके बाद भी मांग का सिलसिला रुकता नहीं देख पीड़ित ने साइबर थाना पुलिस में शिकायत दी। शिकायत के आधार पर पश्चिम जिला साइबर थाना पुलिस ने प्राथमिकी कर छानबीन शुरू की।
अलवर से अब्दुल गिरफ्तार
छानबीन से मिली जानकारियों के आधार पर पुलिस ने राजस्थान के अलवर में छापेमारी कर अब्दुल नामक आरोपित को दबोच लिया। आरोपित के पास से वारदात में इस्तेमाल दो मोबाइल फोन, दो सिमकार्ड के अलावा अन्य सामान बरामद किया है। पूछताछ के दौरान अब्दुल से पुलिस को पता चला कि वह अपने साले के साथ मिलकर यह सब कर रहा है।
खुद लड़ाकर बता करते थे दोस्ती
इंटरनेट मीडिया के जरिये शिकार की तलाश कर गिरोह के बदमाश खुद को लड़की बताकर दोस्ती करते थे। बाद में धोखे से शिकार का अश्लील वीडियो बनाते और ब्लैकमेल करते थे। पश्चिम जिला के अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त अक्षत कौशल ने बताया कि 23 मार्च को एक व्यक्ति ने साइबर थाने में एक शिकायत दर्ज कराई थी। पीड़ित ने बताया कि उनका फेसबुक पर अकाउंट है।
पिछले माह एक अंजान महिला से फेसबुक पर दोस्ती की थी। महिला ने खुद को अकेला और नौकरी पेशा बताया। कुछ समय बाद महिला ने खुद को परेशानी में बताकर पीड़ित से दो बार तीन-तीन हजार रुपये अपने नंबर पर मंगाए। इसके बाद दोनों और अच्छे से बात करने लगे। 19 मार्च को पीड़ित के पास महिला का वीडियो कॉल आया। कॉल उठाते ही बातचीत के बाद महिला ने अपने कपड़े उतारकर पीड़ित को भी कपड़े उतारने के लिए उकसाया।
जाल में फंसाकर वसूली रकम
इसके बाद पीड़ित ने भी ऐसा किया। अगले दिन पीड़ित के पास एक कॉल आया। कॉलर ने खुद को पुलिस अधिकारी बताकर वीडियो कॉल के बारे में खूब डराया। इसके बाद खुद को यू-ट्यूब अधिकारी बताने वाले का भी कॉल आया। वीडियो डिलीट कराने के बदले आरोपितों ने धीरे-धीरे 11.93 लाख रुपये वसूल लिये। पीड़ित की शिकायत मिलने के बाद साइबर थाना प्रभारी एसीपी रविंद्र अहलावत के नेतृत्व में गठित टीम ने छानबीन शुरू की।
आरोपित की सीडीआर के अलावा बैंक खातों की पड़ताल की गई। बाद में पुलिस ने आरोपित की पहचान कर उसे अलवर से दबोच लिया। छानबीन में पता चला कि आरोपित मोबाइल और सिमकार्ड का इंतजाम बंगाल से करते थे। रुपयों के लिए किराए के खातों का इंतजाम किया जा रहा था। पुलिस अब्दुल से पूछताछ कर उसके साले तक पहुंचने का प्रयास कर रही है।
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