स्वतंत्रता दिवस पर दिल्ली जेल में बंद 1497 कैदियों को मिली राहत, 15 से 20 दिन की विशेष छूट मिली
दिल्ली के जेलों में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर 1497 कैदियों को विशेष छूट दी गई है। जेल महानिदेशक सतीश गोलचा ने बताया कि यह छूट कैदियों के अच्छे व्यवहार को देखते हुए दी गई है। विभाग कैदियों को समाज में पुनएकीकरण के लिए तैयार करने और उन्हें शिक्षा और कौशल विकास प्रदान करने पर ध्यान दे रहा है ताकि वे रिहाई के बाद बेहतर जीवन जी सकें।

जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली। 79वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दिल्ली की जेलों में बंद 1497 कैदियों को विशेष छूट (रेमिशन) प्रदान की गई। तिहाड़ जेल मुख्यालय में ध्वजारोहण समारोह के दौरान जेल महानिदेशक सतीश गोलचा ने कहा कि आचरण के आधार पर 1497 कैदियों को 15 से 25 दिनों तक की विशेष छूट दी गई है।
महानिदेशक ने सुधार और पुनर्वास के प्रति विभाग की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए कहा कि इसका उद्देश्य कैदियों को समाज में पुन: एकीकरण के लिए तैयार करना और सुविधाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। इस छूट के दौरान कैदी अपने घर जा सकेंगे।
उन्होंने कहा कि हम कैदियों को शिक्षा, कौशल और मनोवैज्ञानिक सहायता प्रदान करने पर ध्यान दे रहे हैं ताकि रिहाई के बाद वे बेहतर जीवन जी सकें। कैदियों के लिए शिक्षा और कौशल विकास पर ध्यान दिया जा रहा है, ताकि जब कैदी जेल से बाहर निकलें तो समाज में सम्मानपूर्वक जीविका अर्जित कर सकें।
महानिदेशक ने अपने संबोधन में जेल प्रशासन द्वारा विभिन्न स्तरों पर किए जा रहे कार्यों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि जेलों के भीतर उपचार प्रदान करने के लिए विशेषज्ञ डाॅक्टरों की भर्ती की गई है।
पिछले साल 3247 नए पद सृजित किए गए, जिसके परिणामस्वरूप जेल कैडर में पदोन्नति हुई। दिल्ली अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड (डीएसएसएसबी) ने 1,697 वार्डर और 93 सहायक अधीक्षक पदों के लिए विज्ञापन जारी किया है ताकि जनशक्ति को और मजबूत किया जा सके।
जेल विभाग ने हाल ही में लामपुर डिटेंशन सेंटर का संचालन अपने हाथ में लिया है, जहां लगभग 273 विदेशी कैदी रखे गए हैं। इस अवसर पर उप महानिरीक्षक राजीव सिंह सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।
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