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दिल्ली में सड़े चावल, जामुन और लकड़ी के बुरादे से बनाए जा रहे थे मसाले, पुलिस ने दो अवैध फैक्ट्रियों पर मारा छापा

Delhi Crime News दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा की साइबर सेल ने करावल नगर में नकली मसाले बनाने की दो निर्माण इकाइयों का भंडाफोड़ किया है। निर्माण इकाइयों का नजारा देख टीम की आंखें भी फटी रह गई। यहां आरोपितों द्वारा सडे़ हुए चावल सड़े जामुन लकड़ी के बुरादे साइट्रिक एसिड और चोकर आदि मिलाकर मसाले बनाए जा रहे थे।

By Jagran NewsEdited By: Geetarjun Published: Sun, 05 May 2024 06:53 PM (IST)Updated: Sun, 05 May 2024 06:53 PM (IST)
सड़े चावल, जामुन और लकड़ी के बुरादे से बनाए जा रहे थे मसाले।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा की साइबर सेल ने करावल नगर में नकली मसाले बनाने की दो निर्माण इकाइयों का भंडाफोड़ किया है। निर्माण इकाइयों का नजारा देख टीम की आंखें भी फटी रह गई। यहां आरोपितों द्वारा सडे़ हुए चावल, सड़े जामुन, लकड़ी के बुरादे, साइट्रिक एसिड और चोकर आदि मिलाकर मसाले बनाए जा रहे थे।

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अपराध शाखा ने इन नकली मसालों की दिल्ली-एनसीआर में आपूर्ति करने वाले दो निर्माताओं और एक आपूर्तिकर्ता को गिरफ्तार करते हुए दो निर्माण इकायों, मशीनें, टेंपो और अन्य उपकरण जब्त किए हैं। मौके से कुल 15 टन मिलावटी मसाले और कच्चा माल बरामद किया गया है।

2021 से बना रहे थे मसाले

मसालों की सप्लाई खरी बावली और सदर बाजार के साथ ही दिल्ली-एनसीआर के अन्य बाजारों में बड़ी मात्रा में की जाती थी, जिसकी जांच चल रही है। दोनों आरोपित 2021 से मसालों की निर्माण इकाई चला रहे थे।

मिलावटी मसाले बनाने वालों पर रखी जा रही थी नजर

अपराध शाखा, साइबर सेल डीसीपी राकेश पावरिया ने बताया कि साइबर सेल, अपराध शाखा की टीम को मिालावटी मसालों के निर्माता और आपूर्तिकर्ताओं पर निगरानी रखने का निर्देश दिया गया है। टीम को सूचना मिली थी कि उत्तर पूर्वी दिल्ली में कुछ निर्माता विभिन्न ब्रांडों के नाम पर मिलावटी मसालों के निर्माण और दिल्ली-एनसीआर में उसकी बिक्री में शामिल हैं।

एक मई को मारा गया था छापा

एक मई को करावल नगर में दो निर्माण इकाइयों के चलने की जानकारी मिली। सूचना पर छापा मारा गया। यहां आरोपित दिलीप सिंह उर्फ बंटी और खुर्शीद मलिक मौजूद मिले। दिलीप यह निर्माण इकाई चला रहा था और बड़ी मात्रा में एसिड, तेल आदि का उपयोग कर मिलावटी हल्दी बना रहा था।

पूछताछ में दिलीप सिंह ने बताया कि निर्माण इकाई का मालिक है। खुर्शीद मलिक ने बताया कि वह इन मसालों का आपूर्तिकर्ता है।

मसाले में मिलाई जा रही थी ये चीजें

इकाई का निरीक्षण करने पर मिलावटी मसाले यानी हल्दी पाउडर, गरम मसाला पाउडर, अमचूर पाउडर और अन्य कच्चे माल यानी सड़े हुए चावल, सड़े हुए नारियल, नीलगिरी के पत्ते, सड़े हुए जामुन, लकड़ी की धूल, साइट्रिक एसिड, चोकर, सूखी मिर्च के सिर वहां रंग रसायन आदि पाया गया। मौके पर खाद्य एवं सुरक्षा विभाग की टीम को बुलाया गया और टीम ने यहां पहुंच मिलावटी मसालों के नमूने लिए।

आगे की पूछताछ में पता चला कि एक अन्य निर्माण इकाई काली खाता रोड, करावल नगर में भी चल रही है। दोनों की निशानदेही पर वहां छापा मारा गया और सरफराज नाम के व्यक्ति को मिलावटी मसाले बनाते हुए पकडा गया।

दोनो निर्माण इकाई से कुल 7,105 किलोग्राम मिलावटी मसाले मिले

  • हल्दी पाउडर 3300 किलोग्राम
  • गरम मसाला पाउडर 115 किलोग्राम
  • अमचूर पाउडर 1450 किलोग्राम
  • धनिया पाउडर 2240 किलोग्राम
  • 7,215 किलोग्राम कच्चा माल बरामद
  • सड़े हुए चावल 1050 किलोग्राम
  • सड़ा हुआ बाजरा 200 किलोग्राम
  • सड़े हुए नारियल 6 किलोग्राम
  • धनिया के बीज 720 किलोग्राम
  • कच्ची बहुत कम गुणवत्ता वाली हल्दी 550 किलोग्राम
  • यूकेलिप्टस के पत्ते 70 किलोग्राम
  • सड़े हुए जामुन 1450 किलोग्राम
  • लकडी का बुरादा 400 किलोग्राम
  • साइट्रिक एसिड 24 किलोग्राम
  • चोकर 2150 किलोग्राम्
  • सूखी लाल मिर्च 440 किलोग्राम
  • सूखी लाल मिर्च के सिर 150 किलोग्राम
  • रंगीन रसायन 5 किलोग्राम
  • दो बड़े आकार की चक्की
  • दो वजन मशीनें
  • दो स्ट्रेचिंग मशीनें, अन्य उपकरण आदि।
  • एक टेम्पो

आरोपी व्यक्तियों की प्रोफाइल

करावल नगर निवासी दिलीप सिंह उर्फ बंटी का जन्म मध्य प्रदेश में हुआ था। अपने परिवार के साथ वर्ष 2004 में वह दिल्ली आ गया और जनरल स्टोर पर काम करने लगा। 2021 में अपने दोस्त के साथ मसाले बनाने की इकाई लगाई और ज्यादा पैसा कमाने के लिए बेकार सामग्री का उपयोग कर मिलावटी मसाले बना कर सदर बाजार, खारी बावली में बेचने का विचार आया। साप्ताहिक बाजर के विक्रेताओं के लिए नवम्बर 2023 में उसने अपनी अलग यूनिट चलाना शुर कर दिया।

मुस्तफाबाद निवासी सरफराज ने 2021 में करावल नगर में मसालों की प्रसंस्करण इकाई स्थापित की, लेकिन उससे होने वाली कमई से वह संतुष्ट नहीं था। अंत में, उसने बेकार सामग्री का उपयोग करके मिलावटी मसाले बनाने का फैसला किया और मुस्तफाबाद, खजूरी खास और आसपास के क्षेत्रों के अन्य स्थानीय बाजारों में आपूर्ति की।

लोनी, गाजियाबाद निवासी खुर्शीद मलिक 2013 में दिल्ली आया और कपडे की बिक्री-खरीद का काम शुरू किया। वर्ष 2019 में, उसने टेंपो खरीदा और प्रसंस्करण इकाइयों से खरीदकर दिल्ली और लोनी के स्थानीय बाजारों में मिलावटी मसालों की आपूर्ति शुरू कर दी। पैसे कमाने के लिए वह असली के बदले मिलावटी मसाले खरीद रहा था।


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