दिल्ली पुलिस का ताबड़तोड़ एक्शन, 22 विदेशी नागरिकों को पकड़ा; सभी के डिपोर्ट की प्रक्रिया हुई तेज
दिल्ली पुलिस अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिकों पर कार्रवाई कर रही है। जुलाई से अब तक दिल्ली में 28 विदेशी नागरिक पकड़े गए हैं। इन सभी को निर्वासन केंद्र में रखा गया है जहां से उन्हें उनके देश वापस भेजने की प्रक्रिया चल रही है। पुलिस टीमें लगातार तलाशी और खुफिया जानकारी जुटाकर ऐसे लोगों की पहचान कर रही हैं।

जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली। राजधानी में अवैध रूप से रहने वाले विदेशी नागरिकों पर पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है। इस क्रम में इस महीने अभी तक बाहरी जिला में अभी तक 6 विदेशी नागरिकों को पकड़ा है। वहीं द्वारका जिला पुलिस का दावा है कि जुलाई महीने में अलग अलग देशों के कुल 22 नागरिकों को पकड़ा गया है, जिन्हें डिपोर्ट किए जाने की प्रक्रिया चल रही है।
बाहरी जिला पुलिस उपायुक्त सचिन शर्मा ने बताया कि अवैध रूप से रहने वाले विदेशी नागरिकों की पहचान के लिए जिले में कई टीमें गठित की गई हैं, जो गहन तलाशी, महत्वपूर्ण खुफिया जानकारी जुटाने और व्यक्तियों की पहचान, हिरासत और निर्वासन की प्रक्रिया में लगी हैं।
इसी क्रम में एक अगस्त की रात कोलकाता पुलिस और निहाल विहार पुलिस स्टेशन की टीम, शिव विहार, निहाल विहार में संयुक्त अभियान चलाया। यह कार्रवाई कोलकाता में दर्ज एक मामले के आधार पर काल डिटेल रिकार्ड विश्लेषण के आधार पर शुरू की गई थी, जिसमें नाइजीरियाई नागरिक शामिल थे।
तकनीकी खुफिया जानकारी के आधार पर, दोनों टीमों ने शिव विहार में एक स्थान पर छापेमारी की और पांच नाइजीरियाई नागरिकों को पकड़ा। सत्यापन के बाद, तीन व्यक्तियों को कोलकाता मामले में शामिल पाया गया और उन्हें कोलकाता पुलिस ने हिरासत में लिया।
शेष दो व्यक्तियों, माइकल और हैरिसन, से पूछताछ की गई। जब उनसे भारत में रहने के लिए वैध दस्तावेज मांगे गए, तो उन्होंने शुरू में टालमटोल की, लेकिन बाद में संदिग्ध दस्तावेज पेश किए। जांच में पता चला कि उनके पास केवल पुराने पासपोर्ट और वीजा थे।
विशेष रूप से, माइकल द्वारा दिया गया दस्तावेज भ्रामक था, जिसमें नाम आधिकारिक रिकार्ड से मेल नहीं खाता था, जो पहचान छिपाने का प्रयास दर्शाता है। कानूनी औपचारिकताओं के बाद, माइकल और हैरिसन को हिरासत में लिया गया। विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय के साथ समन्वय में उनकी निर्वासन प्रक्रिया शुरू की गई है।
वहीं चार अगस्त को निहाल विहार पुलिस स्टेशन की एक गश्त टीम शिव विहार और चंदर विहार क्षेत्र में नियमित निगरानी कर रही थी। गश्त के दौरान, उन्हें विश्वसनीय जानकारी मिली कि शिव विहार में शिव मंदिर के पास कुछ नाइजीरियाई नागरिक अवैध रूप से रह रहे हैं।
इस जानकारी पर तुरंत कार्रवाई करते हुए, टीम ने छापेमारी की और दो नाइजीरियाई नागरिकों, न्गोजी एजिके और ओकेह न्नमदी को पकड़ा। जब उनसे वैध पहचान और यात्रा दस्तावेज पेश करने को कहा गया, तो दोनों ने किसी भी दस्तावेज के होने से इंकार किया। हालांकि, बाद में तलाशी और गहन पूछताछ के दौरान, उनके पास से पुराने पासपोर्ट और वीजा बरामद किए गए।
दोनों व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया और उनके निर्वासन प्रक्रिया शुरू की गई है। चार अगस्त को ही चंदर विहार में कुछ नाइजीरियाई नागरिकों के अवैध प्रवास की विश्वसनीय जानकारी के आधार पर, विदेशी सेल, बाहरी जिला की एक समर्पित टीम तुरंत गठित की गई। यहां टीम ने एक नाइजीरियाई नागरिक, नोसा को पकड़ा।
इसके अगले दिन पांच अगस्त को, चंदर विहार में कुछ नाइजीरियाई नागरिकों के अवैध प्रवास की विश्वसनीय जानकारी के आधार पर, विदेशी सेल की एक और समर्पित टीम गठित की गई। यहां एक नाइजीरियाई नागरिक, इवांस चिका न्वांगवु को पकड़ा गया। इन सभी छह नाइजीरियाई नागरिकों को नरेला, लामपुर में सेवा सदन डिटेंशन सेंटर में रखा गया है, जहां से उनकी निर्वासन प्रक्रिया आगे बढ़ाई जाएगी।
उधर द्वारका जिला पुलिस ने जुलाई महीने में अवैध रूप से रह रहे 22 विदेशी नागरिकों को पकड़कर निर्वासन के लिए भेजा। इनमें बांग्लादेश व नाइजीरिया के आठ, आइवरी कोस्ट के तीन, लाइबेरिया के दो और सेनेगल का एक नागरिक शामिल हैं।
इन आरोपितों में तीन को उत्तम नगर थाना पुलिस, दो को एएटीएस, दो को बिंदापुर , दो को द्वारका सेक्टर-23 , छह को मोहन गार्डन थाना पुलिस और सात को एंटी नारकोटिक्स सेल ने पकड़ा है। ये लोग बिना वैध वीजा के भारत में रह रहे थे या अवैध रूप से प्रवेश किए थे।
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