Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    दिल्ली पुलिस के पत्र में बांग्ला भाषा पर विवाद, ममता बनर्जी ने BJP पर साधा निशाना; जानें क्या है पूरा मामला

    Updated: Sun, 03 Aug 2025 11:09 PM (IST)

    दिल्ली पुलिस के एक पत्र में बांग्ला को बांग्लादेशी भाषा लिखने पर विवाद हो गया है। टीएमसी ने इसे भाजपा की साजिश बताते हुए माफी की मांग की है। ममता बनर्जी ने भी भाजपा पर बंगालियों के प्रति नफरत का आरोप लगाया है। वहीं भाजपा ने इसे राजनीतिक नौटंकी करार दिया है और कहा है कि वह अवैध घुसपैठियों के खिलाफ कार्रवाई जारी रखेगी।

    Hero Image
    पुलिस के पत्र पर राजनीतिक खींचतान, टीएमसी ने बीजेपी और दिल्ली पुलिस पर साधा निशाना।

    जागरण संवाददाता, दक्षिणी दिल्ली। दिल्ली पुलिस के एक पत्र में बांग्ला को बांग्लादेशी भाषा लिखे जाने पर तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने केंद्र सरकार और भाजपा पर निशाना साधा है। टीएमसी ने उस पत्र को एक्स पर पोस्ट कर इसे मात्र एक त्रुटि नहीं बल्कि सोची-समझी साजिश बताया है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी उस पत्र को पोस्ट किया है। वहीं भाजपा ने इन आरोपों को खारिज करते हुए इसे एक राजनीतिक नौटंकी बताया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    दक्षिणी दिल्ली के लोधी कालोनी थाना पुलिस ने 11 मार्च 2025 में फर्जी आधार कार्ड के साथ अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी घुसपैठियों को गिरफ्तार किया था। इस मामले की जांच के दौरान पुलिस ने पिछले दिनों चाणक्यपुरी स्थित बंग भवन में पत्र लिखकर उनसे एक दुभाषिया की मांग की थी, जोकि बांग्लादेशियों घुसपैठियों से बरामद दस्तावेज को हिंदी और अंग्रेजी में ट्रांसलेट कर सके। पत्र में पुलिस ने बांग्ला की बजाय बांग्लादेशी भाषा लिखा है। इसको लेकर विवाद खड़ा हो गया है।

    बंगालियों के प्रति भाजपा में नफरत: ममता बनर्जी

    उस पत्र को एक्स पर पोस्ट करते हुए टीएमसी ने आरोप लगाया है कि यह बंगालियों के प्रति भाजपा के नफरतपूर्ण रवैये का एक और उदाहरण है। टीएमसी ने कहा कि दिल्ली पुलिस ने बंगला जैसी संवैधानिक भाषा का अपमान किया है और करोड़ों बंगाली भाषी भारतीयों को बाहरी साबित करने की कोशिश की है। टीएमसी ने इस मुद्दे पर दिल्ली पुलिस से बिना शर्त माफी मांगने और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।

    वहीं भाजपा प्रवक्ता अमित मालवीय ने इसे राजनीतिक नौटंकी बताते हुए कहा कि अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों और रोहिंग्या घुसपैठ के खिलाफ कानूनी कार्रवाई को ममता बनर्जी भाषाई भावनाओं के सहारे ढकना चाहती हैं। उन्होंने भी एक्स पर अपनी पोस्ट में लिखा कि भारत की संप्रभुता से कोई समझौता नहीं होगा।

    यह भी पढ़ें- दक्षिणी दिल्ली में विवाहिता ने फंदा लगाकर की आत्महत्या, वीडियो बनाकर पति और ससुरालवालों पर लगाए संगीन आरोप