सस्ते हवाई टिकट का झांसा देकर ठगने वाले गिरोह का भंड़ाफोड़, चीन के साइबर ठग गिरोह से निकला कनेक्शन
दिल्ली पुलिस की साइबर क्राइम टीम ने सस्ते हवाई टिकटों के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने दो आरोपियों तनुज अग्रवाल और तनवीर को गिरफ्तार किया है। ये लोग सोशल मीडिया पर सस्ते टिकटों का लालच देकर लोगों से पैसे ठगते थे। पुलिस ने उनके पास से चेकबुक और मोबाइल फोन बरामद किए हैं और मामले की जांच कर रही है।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। उत्तरी जिले की साइबर थाना पुलिस की टीम ने सस्ते हवाई टिकट बुकिंग का लालच देकर लोगों को ठगने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए दो जालसाजों को दबोचा है।
आरोपी इंटरनेट मीडिया पर सस्ते हवाई टिकट बुक कराने का लालच देते थे और पीड़ितों से रकम ठग नंबर ब्लाॅक कर देते थे।
इनकी पहचान राजस्थान, सीकर के तनुज अग्रवाल और यूपी देवबंद के तनवीर के रूप में हुई है। इनके कब्जे से यूटीएम टूरिज्म सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के नाम की एक चेकबुक और दो मोबाइल फोन बरामद हुए हैं।
उपायुक्त राजा बांठिया के मुताबिक, 11 सितंबर को सिविल लाइंस के डिक्सन सिंह ने सस्ते हवाई टिकट बुक करने के नाम पर 50 हजार रुपये की ठगी के संबंध में एनसीआरपी पोर्टल पर ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराई थी।
उन्होंने बताया कि वह अपने परिवार के साथ केरल जाने के लिए सस्ते हवाई टिकट खोज रहे थे। इंटरनेट मीडिया प्लेटफाॅर्म पर, उन्हें एक विज्ञापन देखा जिसमें केरल के लिए हवाई टिकट बुक करने पर ऑफर दिया जा रहा था।
जब उन्होंने दिए गए नंबर पर काॅल किया, तो उन्हें एक लिंक शेयर किया गया। लिंक पर क्लिक करते ही उनके बैंक खाते से 50 हजार रुपये कट गए।
पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की, जिसमें पता चला कि ठगी का पैसा इंडियन ओवरसीज बैंक के एक बैंक खाते में जमा किया गया और यह यूटीएम टूरिज्म सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर पंजीकृत पाया गया।
इसका संचालन कंपनी के निदेशक तनुज अग्रवाल द्वारा किया जा रहा था। तकनीकी निगरानी की मदद से पुलिस टीम ने उत्तराखंड के देहरादून में छापा मारते हुए 16 सितंबर को गणपति एन्क्लेव, सहस्त्रधारा रोड, देहरादून से आरोपी तनुज को गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में उसने बताया कि अपना बैंक खाता तनवीर को दिया था, जो पहले उसी इलाके में रहता था और अब वह देहरादून में कहीं स्थानांतरित हो गया है। आगे की पूछताछ में 18 सितंबर को तनवीर को पठानपुरा, देवबंद से गिरफ्तार कर लिया।
खाते से जुड़ी मिलीं 25 शिकायतें
पूछताछ में तनवीर ने बताया कि लगभग एक साल पहले वह टेलीग्राम एप के माध्यम से कुछ चीनी नागरिकों के संपर्क में आया, जिन्होंने उसे बैंक खाते उपलब्ध कराने की पेशकश की और इसके बदले उन्होंने उसे 10 लाख रुपये देने का वादा किया।
हर खाते में एक लाख से 1.5 लाख रुपये तक जमा किए गए। इसके बाद वह तनुज के संपर्क में आया और उसे अपना बैंक खाता उपलब्ध करा दिया, जिसके बदले तनवीर ने उसे 65 हजार रुपये दिए।
तनवीर ने टेलीग्राम एप के जरिए इस बैंक खाते की जानकारी चीनी नागरिकों को दी और इस खाते से धोखाधड़ी वाले लेन-देन किए जा रहे थे। जांच करने पर पता चला कि पीड़ितों ने भारत के विभिन्न राज्यों में इस खाते के खिलाफ कुल 25 शिकायतें दर्ज कराई हैं।
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