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    देश का सबसे बड़ा हथियार तस्कर नेपाल से गिरफ्तार, पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई और दाउद इब्राहिम से है कनेक्शन

    Updated: Sat, 09 Aug 2025 08:54 PM (IST)

    दिल्ली पुलिस ने नेपाल पुलिस के साथ मिलकर सबसे बड़े अवैध हथियार तस्कर शेख सलीम को गिरफ्तार किया। वह पाकिस्तान से भारत में हथियार भेजता था और लॉरेंस बिश्नोई जैसे गैंग्सटरों को सप्लाई करता था। सलीम पहले वाहन चोरी में शामिल था और उसने तुर्किये की जिगाना पिस्टल की तस्करी भी की। वह करोड़ों के हथियार देश में सप्लाई कर चुका है।

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    भारत का सबसे बड़ा हथियार तस्कर सलीम पिस्टल नेपाल से हुआ गिरफ्तार।

    जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। भारत के सबसे बड़े अवैध हथियार तस्कर को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने नेपाल पुलिस के साथ एक संयुक्त अभियान में गिरफ्तार कर लिया।

    आरोपित की पहचान दिल्ली के जाफराबाद के शेख सलीम उर्फ सलीम पिस्टल के रूप में हुई है। आरोपित वर्षों से पाकिस्तान से भारत में अत्याधुनिक हथियारों की आपूर्ति कर रहा था।

    जांचकर्ताओं को उसके पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई और दाऊद इब्राहिम की डी-कंपनी से जुड़े होने के सुबूत मिले हैं।

    सिद्धू मूसेवाला और बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में आया था नाम

    सलीम पिस्टल लारेंस बिश्नोई और हाशिम बाबा जैसे शीर्ष गैंग्सटरों को हथियारों का एक प्रमुख आपूर्तिकर्ता था। सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में भी उसका नाम सामने आया था।

    उसे 2018 में दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया था, लेकिन बाद में वह विदेश भागने में कामयाब रहा। हाल ही में, खुफिया जानकारी से पता चला था कि वह नेपाल में छिपा हुआ है।

    सूचना के आधार पर, सुरक्षा एजेंसियों ने उसका पता लगाया और उसे गिरफ्तार कर लिया। सलीम का नाम पहले बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में भी सामने आया था। उसका नेटवर्क भारत और पाकिस्तान तक फैला हुआ था।

    दिल्ली के जाफराबाद का रहने वाला है सलीम पिस्टल

    पुलिस के अनुसार, जाफराबाद के शेख सलीम ने आठवीं कक्षा पूरी करने के बाद स्कूल छोड़ दिया और शुरुआत में ड्राइवर का काम किया।

    सलीम का आपराधिक करियर दशकों पुराना है, जिसकी शुरुआत वर्ष 2000 में वाहन चोरी से हुई थी, जब उसने अपने सहयोगी मुकेश गुप्ता उर्फ काका के साथ मिलकर कई वाहन चुराए थे। उसे 25 मई, 2000 को गिरफ्तार किया गया था।

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    एक दशक से भी अधिक समय बाद, सात अगस्त, 2011 को जाफराबाद में हुई 20 लाख रुपये की एक हाई-प्रोफाइल सशस्त्र डकैती में उसका नाम आया था। आखिरकार 18 सितंबर, 2013 को उसे गिरफ्तार कर लिया गया।

    जिगाना पिस्टल भारत में लाने वाला पहला तस्कर था सलीम

    भारत में तुर्किये की बनी जिगाना पिस्टल भारत में सबसे पहले तस्करी कर लाने वालों में सलीम पिस्टल था। ये दिल्ली-एनसीआर के अधिकतर गैंग को हथियार सप्लाई करता है। जब ये पिस्टल गैंग्सटरों के पास जाने लगी, तो वह उनकी पहली पसंद बनने लगी।

    करोड़ों के हथियारों को देश में कर चुका है सप्लाई

    सलीम अब तक करोड़ों रुपये के हथियार देश में सप्लाई कर चुका है। पाकिस्तान से जिगाना पिस्टल की खेप नेपाल पहुंचती है। वहां से ये भारत लाई जाती है। इस पिस्टल के हर पुर्जे को अलग किया जाता है और उसके बाद भारत लाया जाता है।

    तस्कर नेपाल से इन पुर्जों को कार में छिपाकर लाते हैं। इसके लिए कार में विशेष जगह बनाई जाती है। भारत में लाकर इन पुर्जों को असेंबल किया जाता है।

    पुलिस अधिकारियों के अनुसार, नेपाल से तस्करी होकर भारत लाई जाने वाली जिगाना पिस्टल छह लाख में मिलती है, जबकि ड्रोन से भारत में लाई जाने वाली जिगाना सस्ती है, वह चार लाख में मिल जाती है।

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