कुख्यात नीतू दाबोदिया गिरोह का शूटर विदेशी अवैध हथियार के साथ गिरफ्तार, गिरोह फिर कर रहा था सक्रिय
दिल्ली के कंझावला में गोलीबारी करने वाले कुख्यात बदमाश देव वर्त को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया। वह गैंगस्टर नीतू दाबोदिया गिरोह का सक्रिय सदस्य है। पुलिस ने उसके पास से एक इटली निर्मित पिस्टल बरामद की है। देव वर्त पहले भी हत्या और जबरन वसूली के मामलों में शामिल रहा है।जेल से रिहा होने के बाद अपने गिरोह को फिर से सक्रिय करने की कोशिश कर रहा था।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। कंझावला में गोलीबारी की घटना में शामिल कुख्यात बदमाश देव वर्त को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया है। वह कुख्यात गैंग्सटर नीतू दाबोदिया गिरोह का सक्रिय अपराधी है। उसके पास से एक 7.65 एमएम की एक अत्याधुनिक पिस्टल (इटली निर्मित) और एक कारतूस बरामद किया गया है।
डीसीपी हर्ष इंदौरा के मुताबिक देव वर्त उर्फ मोहला, माजरा डबास का रहने वाला है। इलाके में खौफ पैदा करने के देव वर्त ने गोलीबारी की थी। बृहस्पतिवार देर रात माजरा डबास में एक व्यक्ति के घर पर गोलियां चलाने की सूचना मिली। किसी व्यक्तिगत विवाद के कारण गोलियां चलाई गई। इस संबंध में कंझावला थाने में आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया गया। जांच में हमलावर की पहचान देव वर्त के रूप में हुई। यह भी पता चला कि उसके कुख्यात गैंगस्टर नीतू दाबोदिया गिराेह के बदमाशों के साथ अच्छे संबंध थे।
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माजरा डबास गांव में गोलियां चलाईं
दाबोदिया को 2013 में स्पेशल सेल ने वसंत कुंज में एक मुठभेड़ में मार गिराया था। इस गैंगस्टर के बारे में जानकारी विकसित की गई। एसीपी भगवती प्रसाद व इंस्पेक्टर कृष्ण कुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम ने देव वर्त को ट्रैक कर अवैध हथियार के साथ द्वारका से गिरफ्तार कर लिया। देव वर्त पहले हत्या और जबरन वसूली के मामलों में शामिल रहा है।
उसके जेल में रहने के दौरान सरगना नीतू दाबोदिया को सेल ने 2013 में पुलिस ने मार गिराया। जेल से रिहा होने के बाद वह अपने गिरोह को सक्रिय करना चाहता है। इसी उद्देश्य से उसने बृहस्पतिवार की रात माजरा डबास गांव में गोलियां चलाई। 2012 में, देव वर्त अपने साथी सुमित उर्फ मोतिया के साथ मिलकर रोहित नामक व्यक्ति की हत्या कर दी थी।
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जबरन वसूली के एक मामले में शामिल
उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। जमानत पर रिहा होने से पहले वह दस महीने तक बाहर रहा। 2013 में, वह अपने साथी सत्यकाम के साथ मिलकर मंजीत नामक व्यक्ति से जबरन वसूली के एक मामले में शामिल था।
इसका हत्या, जबरन वसूली और अन्य संगठित आपराधिक गतिविधियों में शामिल होने का लंबा इतिहास रहा है। उस पर पहले भी हत्या और जबरन वसूली से जुड़े कई मामले दर्ज हैं। वर्तमान में वह अपने गिरोह को पुनर्जीवित करने और उसके प्रभाव को बढ़ाने की कोशिश कर रहा था। इलाके में अपना दबदबा फिर से स्थापित करने के लिए हिंसक आपराधिक वारदातों को अंजाम देने की योजना बना रहा था।
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