Water Crisis : जल आपूर्ति में अधिक फ्लोराइड व सीवर मिलावट का संकेत, दिल्ली जल बोर्ड पर सवाल
दिल्ली के आनंद विहार श्रेष्ठ विहार और योजना विहार में लोगों को दूषित पानी की आपूर्ति से जूझना पड़ रहा है। जल बोर्ड की अनदेखी के चलते लोग खुद जांच कराकर पानी में सीवर मिलावट का सबूत दे रहे हैं जिसमें फ्लोराइड की मात्रा तय मानकों से अधिक पाई गई है। पढ़ें पूरी रिपोर्ट...

आशीष गुप्ता, पूर्वी दिल्ली। राजधानी दिल्ली में साफ पानी का संकट लगातार गहराता जा रहा है। हालात इतने खराब हैं कि अब लोगों को खुद अपनी जेब से पैसे खर्च कर पानी की लैब जांच करानी पड़ रही है ताकि वे साबित कर सकें कि उन्हें दूषित पानी सप्लाई हो रहा है। वरना दिल्ली जल बोर्ड शिकायतों पर पानी को ‘साफ’ बताकर आसानी से पल्ला झाड़ लेता है।
श्रेष्ठ विहार सोसायटी ने खुद कराई पानी की जांच
पूर्वी दिल्ली के आनंद विहार वार्ड के श्रेष्ठ विहार इलाके की श्रेष्ठ कोआपरेटिव हाउस बिल्डिंग सोसायटी इस समस्या का ताजा उदाहरण है।
सोसायटी में रहने वाले लोग महीनों से गंदे और बदबूदार पानी से परेशान थे। बार-बार शिकायत के बावजूद दिल्ली जल बोर्ड से कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई, तब सोसायटी ने निजी लैब से पानी की गुणवत्ता की जांच कराई। रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि पानी में फ्लोराइड की मात्रा तय मानकों से अधिक है।
साथ ही पानी में बदबू और स्वाद भी खराब पाया गया, जिससे साफ संकेत मिलते हैं कि सप्लाई के पानी में सीवर का गंदा पानी मिल रहा है।
दूषित पानी से लोग बीमार, जलजनित रोग बढ़े
श्रेष्ठ विहार के निवासी और सोसायटी से जुड़े राजन हांडा ने बताया कि दूषित पानी की वजह से उनके घर के दो सदस्य बीमार पड़ गए हैं। इसके अलावा सोसायटी में कई लोग जलजनित रोगों से पीड़ित हैं।
उन्होंने बताया कि जल बोर्ड से कई बार शिकायत की गई लेकिन हर बार पानी को ‘ठीक’ बता कर फाइल बंद कर दी गई। इसके बाद मजबूरी में उन्हें अपनी जेब से निजी लैब में पानी की जांच करानी पड़ी।
अन्य इलाकों में भी हालात खराब
श्रेष्ठ विहार ही नहीं, आनंद विहार, योजना विहार और जागृति एन्क्लेव जैसे कई इलाकों में भी लोग इसी समस्या से परेशान हैं। योजना विहार सी-ब्लाक आरडब्ल्यूए के रजित चड्ढा ने बताया कि उनके क्षेत्र में तो कभी-कभी बिल्कुल काला पानी सप्लाई होता है।
उन्होंने आशंका जताई कि कहीं न कहीं पानी की पाइपलाइन में सीवर लाइन का गंदा पानी मिल रहा है। उनका कहना है कि जब सीवर ओवरफ्लो होता है, तब पानी ज्यादा गंदा आता है और जिस दिन सीवर की सफाई होती है, उसी दिन पानी कुछ साफ दिखाई देता है।
जल बोर्ड ने कहा- पाइपलाइन जर्जर, सुधार की योजना
दिल्ली जल बोर्ड के क्षेत्रीय इंजीनियरों का कहना है कि जहां से भी दूषित पानी की शिकायत आती है, वहां समस्या को प्राथमिकता से हल किया जाता है। जिन इलाकों में पानी की सप्लाई बार-बार दूषित पाई जाती है, वहां जर्जर पाइपलाइनें समस्या की वजह हैं।
जल बोर्ड ने दावा किया है कि इन पुरानी पाइपलाइनों को बदलने की योजना पर काम चल रहा है ताकि लोगों को साफ पानी मिल सके और बार-बार बीमार न होना पड़े।
जागरूकता और निगरानी जरूरी
स्थानीय लोगों का कहना है कि जब तक दिल्ली जल बोर्ड सप्लाई सिस्टम की नियमित निगरानी और मरम्मत नहीं करेगा, तब तक हालात नहीं सुधरेंगे।
लोग चाहते हैं कि सरकार पानी की गुणवत्ता की मुफ्त और नियमित जांच सुनिश्चित करे ताकि किसी को भी अपनी जेब से पैसे खर्च कर दूषित पानी का सबूत न देना पड़े।
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