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    Delhi AIIMS: ब्लड जांच की रिपोर्ट मिलने में लग रहा है 4 दिन का समय, अब तक शुरू नहीं हुई एम्स में डिजीटल सेवाएं

    By Ranbijay Kumar SinghEdited By: Abhi Malviya
    Updated: Thu, 01 Dec 2022 06:49 PM (IST)

    एम्स के सर्वर पर रैनसमवेयर अटैक के नौ दिन बाद भी अस्पताल में मरीजों का पंजीकरण आनलाइन नहीं हो पा रहा है। तीन दिन पहले अस्पताल का डाटा सर्वर पर बहाल हो गया। लेकिन एम्स में लगे सभी कंप्यूटर सिस्टम को फार्मेट करने का काम अभी पूरा नहीं हुआ है।

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    Delhi AIIMS: ब्लड जांच की रिपोर्ट मिलने में लग रहा है 4 दिन का समय

    नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। एम्स के सर्वर पर रैनसमवेयर अटैक के नौ दिन बाद भी अस्पताल में मरीजों का पंजीकरण आनलाइन नहीं हो पा रहा है। तीन दिन पहले अस्पताल का डाटा सर्वर पर बहाल हो गया। लेकिन एम्स में लगे सभी कंप्यूटर सिस्टम को फार्मेट करने का काम अभी पूरा नहीं हुआ है। इस वजह से मैनुअल तरीके से ही पंजीकरण मरीजों का इलाज हो रहा है। इस वजह से मरीजों को जांच रिपोर्ट मिलने में काफी देरी हो रही है। ब्लड जांच की रिपोर्ट मिलने में चार दिन समय लग रहा है। वहीं सीटी स्कैन व एमआरआइ जांच की रिपोर्ट मिलने का वेटिंग 10 दिन है।

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    28 नवंबर को लिए सैंपल

    इस वजह से 23 नवंबर को एम्स के सर्वर पर रैनसमवेयर अटैक होने के बाद ओपीडी में इलाज कराने वाले जिन मरीजों की सीटी स्कैन व एमआरआइ जांच हुई है, उनमें से ज्यादातर मरीजों को अभी तक रिपोर्ट नहीं मिल पाई है। वहीं स्मार्ट लैब में ब्लड जांच के लिए जिन मरीजों के सैंपल 28 नवंबर को लिए गए थे, उन मरीजों को एक दिसंबर को जांच रिपोर्ट दी गई। 29 नवंबर और इसके बाद सैंपल देने वाले मरीजों को जांच रिपोर्ट नहीं मिल पाई है। इस वजह से मरीजों को इलाज में परेशानी हो रही है। 29 नवंबर को जांच कराने वाले मरीजों को दो दिसंबर को रिपोर्ट मिल पाएगी। अगले कुछ दिनों तक यह समस्या बरकरार रहेगी। जबकि रैनसमवेयर अटैक से पहले ब्लड जांच की रिपोर्ट चार घंटे में मरीजों को मिल जाती थी।

    अगले मंगलवार को शुरू हो सकती हैं डिजिटल सेवाएं

    एम्स के अनुसार अगले सप्ताह अस्पताल की डिजिटल सेवाएं शुरू होंगी। बताया जा रहा है कि मंगलवार आनलाइन पंजीकरण की सुविधा शुरू हो जाएगी लेकिन अभी तक एम्स के लगे 50 प्रतिशत कंप्यूटर सिस्टम ही फार्मेट किए गए हैं। एम्स में करीब पांच हजार कंप्यूटर हैं। जिसमें अभी तक करीब ढ़ाई हजार कंप्यूटर को फार्मेट किया गया है। इन सभी कंप्यूटर सिस्टम पर साइबर सुरक्षा के लिए एंटीवायरस व फायरवाल जैसे साफ्टवेयर अपलोड किए गए हैं। शेष करीब ढाई हजार कंप्यूटर को फार्मेट करने का काम जारी है। यह काम भी अगले तीन-चार दिनों में पूरा हो जाएगा। इसलिए अगले सप्ताह डिजिटल सेवाएं शुरू हो जाएंगी।

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