'मेरे कमरे में आओ, मैं तुम्हें विदेश घुमाने ले जाऊंगा'; छात्राओं ने खोला चैतन्यानंद का काला चिट्ठा
शारदा इंस्टीट्यूट की छात्राओं ने चैतन्यानंद सरस्वती पर गंभीर आरोप लगाए हैं जिसमें फेल करने की धमकी देकर कमरे में बुलाना और आपत्तिजनक मैसेज भेजना शामिल है। छात्राओं ने वार्डन पर भी शिकायतें दबाने और मैसेज डिलीट कराने का आरोप लगाया है। पुलिस चैतन्यानंद की तलाश कर रही है जिसके खिलाफ पहले से ही कई मामले दर्ज हैं। संस्थान की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं।

जागरण संवाददाता, दक्षिणी दिल्ली। शारदा इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड रिसर्च की छात्राओं ने चैतन्यानंद पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। छात्राओं ने पुलिस को दिए बयानों में बताया कि चैतन्यानंद उन्हें फेल करने का डर दिखाकर देर रात अपने कमरे में बुलाता था।
विदेश यात्रा और परीक्षा में अच्छे नंबर दिलाने का भरोसा जताकर उन्हें अपने जाल में फंसाने की कोशिश करता था। छात्राओं ने आरोप लगाया कि वह उन्हें वाट्सएप पर आपत्तिजनक मैसेज भेजता था। उसकी बात नहीं मानने पर करियर खराब करने की धमकी देता था।
पुलिस के अनुसार इस मामले में तीन महिला वार्डन के नाम भी सामने आए हैं। उन पर पीड़ित छात्राओं ने उनकी शिकायतों को दबाने, चैतन्यानंद द्वारा भेजे गए वाट्सएप मैसेज को डिलीट करवाने के आरोप लगाए हैं।
तीन महिला वार्डन भी हैं आरोपित
पुलिस को यह भी पता चला है कि 50 से ज्यादा छात्राओं के फोन से चैट डिलीट की गई हैं। पुलिस इसकी जांच कर रही है। कुछ छात्राओं का आरोप है कि वार्डन उन्हें चैतन्यानंद सरस्वती से मिलवाने भी ले जाती थीं।
पुलिस के अनुसार चैतन्यानंद सरस्वती आर्थिक रूप से कमजोर छात्राओं को ही फंसाने की कोशिश करता था क्योंकि उसे पता था कि वह ईडब्ल्यूएस कोटे में यहां पढ़ रही हैं और करियर खराब होने के डर से वह किसी को कुछ नहीं बताएंगी।
चैतन्यानंद की तलाश में कई राज्यों में छापेमारी
चैतन्यानंद की तलाश में दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और उत्तराखंड में पुलिस की टीमें छापेमारी कर रही हैं। पुलिस के अनुसार वह मोबाइल बहुत कम इस्तेमाल करता है। इस कारण भी उसे ढूंढने में पुलिस को दिक्कत आ रही है।
हालांकि पुलिस का कहना है कि उसकी आखिरी लोकेशन आगरा में मिली थी और उसे जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। चैतन्यानंद ने अपनी अग्रिम जमानत याचिका भी दाखिल की थी, लेकिन बाद में उसे खुद ही वापस ले लिया।
पहले भी दर्ज हैं मामले तो क्यों नहीं की कार्रवाई
चैतन्यानंद के खिलाफ दिल्ली में पहले से छेड़छाड़ के दो मामले दर्ज हैं। इसके अलावा ओडिशा में भी उनके खिलाफ मामले दर्ज होने की बात सामने आ रही है। दिल्ली में दर्ज मामले छेड़छाड़ के ही हैं।
इसके बावजूद संस्थान ने उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। ऐसे में संस्थान पर भी सवाल उठ रहे हैं। बुधवार को मामला सामने आने के बाद भी संस्थान इसमें चुप्पी साधे हुए है और कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है।
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