CM रेखा गुप्ता का एक और बड़ा तोहफा, नई दिल्ली की पहचान बनेगा ये घंटाघर; जानिए क्या होंगी खूबियां
नई दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम गोलचक्कर पर एक नया घंटाघर बनने जा रहा है जिसका शिलान्यास उपराज्यपाल वीके सक्सेना और सीएम रेखा गुप्ता ने किया। 1.80 करोड़ की लागत से बनने वाला यह 27 मीटर ऊंचा घंटाघर छह महीने में तैयार हो जाएगा। यह घंटाघर भूकंपरोधी होगा और इसमें हिंदू मुगल और औपनिवेशिक वास्तुकला का मिश्रण होगा जो दिल्ली की पहचान बनेगा।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली में शिवाजी स्टेडियम और पालिका केंद्र में घंटा घरों के टूटने के बाद एक बार फिर दिल्ली नई दिल्ली में तालकटोरा स्टेडियम गोलचक्कर पर बनने जा रहा घंटाघर नई दिल्ली की पहचान बनेगा।
एनडीएमसी द्वारा निर्मित किए जाने वाले 27 मीटर ऊंचे घंटाघर का शिलान्यास सीएम रेखा गुप्ता और उपराज्यपाल वीके सक्सेना के साथ ही एनडीएमसी उपाध्यक्ष कुलजीत चहल ने किया। 1.80 करोड़ की लागत से बनने वाला यह घंटाघर छह माह में बनकर तैयार हो जाएगा।
इस घंटा घर के बन जाने के एक बार फिर नई दिल्ली को अलग पहचान मिलेगी। अब भी दिल्ली में प्रमुख तौर पर हरि नगर घंटाघर, सब्जी मंडी घंटाघर, कमला मॉर्केट घंटाघर जैसे स्थान पहले से ही प्रसिद्ध हैं। यह इन इलाकों की पहचान बन चुके हैं।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने कहा कि यह घंटाघर एक नया मील का पत्थर बनने के लिए डिजाइन किया गया है। इस घंटाघर का निर्माण सीमेंट कंक्रीट और मिट्टी की ईंटों से किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि इसका डिजाइन हिंदू, मुगल और औपनिवेशिक वास्तुकला का एक अद्भुत मिश्रण है। उन्होंने आगे कहा कि "एनडीएमसी द्वारा नए घंटाघर का निर्माण राष्ट्रीय राजधानी के शहरी पुनर्विकास में एक नया अध्याय लिखेगा।
एलजी ने कहा कि यह भव्य घंटाघर महत्वपूर्ण चौराहे पर स्थित है, जो कि एनडीएमसी क्षेत्र का प्रवेश द्वार है। जो यहां पर बड़ी संख्या में आने जाने वाले लोगों को आकर्षित करेगा। उपराज्यपाल ने यह भी बताया कि लाल किले के पीछे रिंग रोड पर सद्भावना पार्क में एक और घंटाघर का निर्माण किया जा रहा है। घंटाघर का विकास डीडीए द्वारा किया जा रहा है जो कि इस माह तक में पूरा हो जाएगा।
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इस दौरान सीएम रेखा गुप्ता ने कहा कि "यह घंटाघर दिल्ली की प्रगति का गौरवशाली आधार और विकसित भारत की यात्रा का एक शाश्वत साक्षी रहेगा।
घंटाघर की विशेषताएं
- यह घंटाघर भूकंपरोधी होगी।
- इसके चारों तरफ टाइल और स्टील की रेलिंग भी लगी होगी।
- हर मौसम का सामना करने में सक्षम घड़ियां लगाई जाएंगी।
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