Delhi News: डीन ने क्यों दिया इस्तीफा? बेहोश होने पर अस्पताल में कराया भर्ती; पढ़ें क्या है पूरा मामला
दिल्ली विश्वविद्यालय के मार्डन इंडियन लैंग्वेज विभाग में रशियन स्नातक की परीक्षा समय पर न होने से छात्रों ने हंगामा कर दिया। विवाद इतना बढ़ गया कि कला संकाय के डीन प्रो. अमिताव चक्रबर्ती को अस्पताल ले जाना पड़ा। छात्रों के व्यवहार से आहत होकर डीन ने इस्तीफा दे दिया है। जानिए आखिर कॉलेज का पूरा मामला क्या है ?

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। डीयू के मार्डन इंडियन लैंग्वेज में रशियन स्नातक में होने वाली परीक्षा समय पर न होने से हंगामा हो गया। छात्र नेताओं की कला संकाय के डीन से बहस हो गई। विवाद इतना बढ़ा कि डीन शुगर कम होने से बेहोश हो गए। उन्हें अस्पताल ले जाया गया।
निदेशक को सौंप दिया इस्तीफा
छात्रों के व्यवहार से आहत डीन प्रो. अमिताव चक्रबर्ती ने दक्षिणी परिसर के निदेशक को इस्तीफा सौंप दिया है। हालांकि, इस्तीफा स्वीकार नहीं हुआ है। पहली परीक्षा सोमवार सुबह 9.30 बजे से थी। छात्र तय समय पर पहुंचे। छात्रों को बताया कि प्रश्न पत्र नहीं आए हैं। इसलिए परीक्षा समय पर शुरू नहीं हो पाई।
परीक्षा की तैयारी का जायजा लिया
डीन अमिताव चक्रवर्ती ने कहा, उन्होंने एक दिन पहले ही विभाग के साथ बात कर परीक्षा की तैयारी का जायजा लिया था। सब कुछ ठीक था। सुबह उनकी ऑनलाइनल मीटिंग थी। वह उसमें व्यस्त थे। जब वह 12 बजे पहुंचे तो उन्हें मामले की जानकारी हुई।
इस दौरान छात्र संघ अध्यक्ष रौनक खत्री, सचिव मित्रविंदा कर्णवाल आदि वहां आ गए। डूसू अध्यक्ष ने उनके साथ अभद्रता की। उन पर शराब पीकर आने के आरोप लगाए गए।
मुझे हिंदूराव अस्पताल लेकर गए
प्रो. चक्रबर्ती ने कहा, छात्रों के व्यवहार से मेरी तबीयत बिगड़ गई। मुझे सुरक्षा गार्ड परमानंद अस्पताल लेकर गए। फौरन इंसुलिन देकर मेरी जान बचाई गई। यहां छात्र नेता आए और हंगामा करने लगे। पुलिस आई और कहा कि मेरे खिलाफ शिकायत है। मुझे हिंदूराव अस्पताल लेकर गए। यहां मेडिकल कराया गया, लेकिन उसमें शराब की पुष्टि नहीं हुई। इसके बाद मैं घर आ सका।
उन्होंने कहा कि 1999 से मैं विभाग में हूं। पीजी की कक्षाएं ले रहा हूं। स्नातक पहली बार शुरू हुआ है। इसकी खामियों को ठीक किया जाएगा। कई छात्रों को पोर्टल में परेशानी के चलते लेट फीस भरनी पड़ी। उसे भी वापस करा दिया जाएगा।
उन्होंने कहा, छात्रों ने मुझे अपशब्द कहे और मैं उसके बारे में कुछ कहना नहीं चाहता। मैंने दक्षिणी परिसर के निदेशक प्रो. श्री प्रकाश सिंह को इस्तीफा सौंप दिया है।
लापरवाही का खामियाजा छात्रों को भुगतना पड़ा
उधर, छात्र संघ अध्यक्ष रौनक खत्री ने एक वीडियो एक्स पर डालकर लिखा कि भाषा विभाग के एचओडी और कला संकाय के डीन नशे में थे और उनकी बड़ी लापरवाही का खामियाजा आज छात्रों को भुगतना पड़ा। 60 से अधिक छात्र जेनरिक इलेक्टिव (जीई) राजनीति विज्ञान की परीक्षा नहीं दे पाए।
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हमें यह भी पता चला है कि डीन छात्रों और प्रशासनिक कर्मचारियों दोनों के साथ दुर्व्यवहार करते हैं। डीयू की परीक्षा शाखा का कहना है कि प्रश्न पत्र समय पर भेजा था, लेकिन विभाग के कोआर्डिनेशन की कमी के कारण गड़बड़ हुई है। नई परीक्षा की तिथि जल्द जारी की जाएगी।
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