हॉस्टल-बाथरूम के बाहर लगे कैमरे... मोबाइल से लाइव देखता था बाबा चैतन्यानंद, अब खुले खौफनाक राज
दक्षिणी दिल्ली के एक इंस्टीट्यूट के पूर्व मैनेजर चैतन्यानंद सरस्वती पर छात्राओं के कमरों में कैमरे लगाकर जासूसी करने का आरोप है। वह मोबाइल पर लाइव फुटेज देखता था और छात्राओं को अपने घर बुलाता था। विरोध करने पर डिग्री रोकने की धमकी देता था। पुलिस उसकी तलाश कर रही है लेकिन वह फरार है। पुलिस की दस टीमें उसकी खोज में लगी हैं।

जागरण संवाददाता, दक्षिणी दिल्ली। दक्षिणी दिल्ली में वसंत कुंज स्थित श्री शारदा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन मैनेजमेंट एंड रिसर्च के पूर्व मैनेजर चैतन्यानंद सरस्वती ने छात्राओं पर नजर रखने के लिए हॉस्टल में कॉरिडोर के अलावा छात्राओं के कमरों और बाथरूम के बाहर भी कैमरे लगवा रखे थे।
चैतन्यानंद अपने मोबाइल फोन पर लगातार इन कैमरों की लाइव फुटेज देखता था और छात्राओं की गतिविधियों पर नजर रखता था। हॉस्टल में मैनेजमेंट कोर्स की लगभग 75 छात्राएं रह रही थीं। इसी परिसर में चैतन्यानंद ने अपना निजी आवास भी बना रखा था।
आरोप है कि वहीं वह छात्राओं को देर रात अपने कमरे में आने के लिए मजबूर करता था। पुलिस ने बृहस्पतिवार को चैतन्यानंद सरस्वती की एक बीएमडब्ल्यू आइएक्स इलेक्ट्रिक कार भी बरामद की है।
जांच के दौरान पुलिस ने हॉस्टल में लगे सीसीटीवी कैमरों की डीवीआर व हार्डडिस्क को जांच के लिए कब्जे में ले लिया था। सूत्रों के अनुसार, वहां लगे डीवीआर सिस्टम से छेड़छाड़ कर कई फुटेज डिलीट की गई हैं।
वसंत कुंज उत्तर थाने में दर्ज एफआइआर के अनुसार, आरोपी चैतन्यानंद छात्राओं को अक्सर रात में अपने कमरे में बुलाता था और उसकी बात नहीं मानने पर उन्हें डिग्री रोक लेने की धमकी देता था। इस वजह से छात्राएं मानसिक तनाव में रहती थीं। पुलिस जांच में संस्थान की एक एसोसिएट डीन का भी नाम सामने आ रहा है।
छात्राओं ने आरोप लगाया है कि वह उन्हें चैतन्यानंद की अनुचित मांगों को पूरा करने के लिए दबाव बनाती थी। छात्राओं का यह भी आरोप है कि उन्हें उनके अभिभावकों से भी नहीं मिलने दिया जाता था। यदि किसी छात्रा के अभिभावक मिलने आ भी जाते थे तो छात्रा को इतना डरा धमका दिया जाता था कि वह डर के कारण उन्हें कुछ नहीं बता पाती थी।
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पुलिस की दस टीमें कर रही हैं तलाश
पुलिस के अनुसार, आरोपी चैतन्यानंद की तलाश में पुलिस की दस टीमें उत्तर भारत के कई राज्यों में छापामारी कर रही हैं। गिरफ्तारी से बचने के लिए चैतन्यानंद न तो मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर रहा है और न ही बैंक खाते से कोई लेन-देन कर रहा है। यही कारण है कि अब तक पुलिस उसके ठिकाने तक नहीं पहुंच सकी है।
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पुलिस सूत्रों के अनुसार, जब से उसके खिलाफ मामला दर्ज हुआ है, उसका कुछ नहीं पता चल पा रहा है। आशंका जताई जा रही है कि उसने अपना हुलिया भी बदल लिया है। पुलिस जांच में पता चला कि कुछ समय पहले उसकी लोकेशन मुंबई में थी। पुलिस वहां पहुंची, मगर वह वहां से निकल चुका था।
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