मोदी के मंत्री के निशाने पर केजरीवाल- सम्मान के साथ स्वीकार करें हार
अरविंद केजरीवाल के पंजाब विधानसभा चुनाव परिणाम को लेकर ईवीएम पर सवाल उठाने पर केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने आलोचना की है।
नई दिल्ली (जेएनएन)। आम आदमी पार्टी समेत कई अन्य दलों द्वारा इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) की विश्वसनीयता पर सवाल उठाने पर केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने आलोचना की है। उन्होंने कहा है कि विपक्षी दल हार को सम्मान के साथ स्वीकार करें।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जहां तक ईवीएम में छेड़छाड़ की बात है तो विपक्षी दलों को यह नहीं भूलना चाहिए कि जब परिणाम उनके पक्ष में आते हैं तो वही ईवीएम सही हो जाते हैं। वहीं, जब परिणाम विरोध में आते हैं तो ईवीएम में कमियां नजर आने लगती हैं। यह दोहरा व्यवहार किसी के लिए भी शोभा नहीं देता।
इससे पहले आज दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पत्रकार वार्ता कर एक बार फिर ईवीएम पर सवाल उठाते हुए आरोप लगाया था कि पंजाब विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) के वोट अकाली दल गठबंधन और कांग्रेस को ट्रांसफर किए गए। केजरीवाल ने बुधवार को आरोप लगाया कि आप को पंजाब से बाहर रखने के लिए ईवीएम में छेड़छाड़ की गई।
EVM की भूमिका पर सवाल उठाते हुए केजरीवाल ने आरोप लगाया कि भाजपा और अकालियों को 30 फीसद वोट कैसे मिल सकते हैं, जबकि लोग उनसे नाराज हैं।
केजरीवाल ने कहा कि हर सर्वे में आप की जीत की भविष्यवाणी की गई थी, लेकिन हम दूसरे नंबर पर चले गए। सबलोग मानकर चल रहे थे कि पंजाब में अकाली गठबंधन को हराने के लिए लोगों ने जमकर वोट डाले, लेकिन इसके बावजूद गठबंधन को 30 फीसद वोट कैसे मिल गए।
पंजाब के लोग तक मानकर चल रहे थे कि यहां आप जीत रही है, लेकिन हमें केवल 25 फीसद वोट ही मिले, आखिर ऐसा कैसे हो गया कि अकाली गठबंधन से करीब 6 फीसद वोट हमें कम मिले?। केजरीवाल ने आशंका जताई कि ईवीएम में छेड़छाड़ कर आप के वोट अकाली गठबंधन को ट्रांसफर कर दिए गए। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि हमारे 20-25 फीसद वोट अकाली गठबंधन और कांग्रेस में शिफ्ट कर दिए गए।
उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी के लिए पंजाब में लहर थी। हर कोई कह रहा था कि पंजाब में AAP को लेकर लहर थी। मगर पंजाब के नतीजे आए तो उलट निकला, जबकि हमारे कार्यकर्ता शपथपत्र देने को तैयार हैं कि उन्होंने वोट दिए हैं फिर कहां गए।
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केजरीवाल ने कहा कि यह एक जगह का नहीं, बल्कि कई इलाकों का मामला है। हमारे कार्यकर्ता कह रहे हैं कि उन्होंने वोट दिया है वे भी नहीं EVM से नहीं निकले। कुछ तो गड़बड़ है। सवाल तो उठता है। हालांकि, केजरीवाल ने कहा कि पंजाब का चुनाव हो गया है अब इंसाफ कुछ कर पाना मुश्किल है। मगर आगे के लिए किया सकता है।
उन्होंने कहा कि हमें पूरा शक है कि EVM के माध्यम से AAP के वोट भाजपा और अकाली गठबंधन को दे दिए गए। दिल्ली के सीएम केजरीवाल सवाल उठाया कि पहले भाजपा ने EVM का विरोध किया था अब सत्ता में आ गए हैं तो कहते हैं कि गड़बड़ी नहीं हो सकती। इसकी जांच होनी चाहिए। केजरीवाल ने कहा कि आगे के चुनाव EVM से न कराए जाएं। हालांकि, दिल्ली एमसीडी चुनाव ईवीएम से ही होंगे, इसका एलान मंगलवार शाम को चुनाव आयोग ने कर दिया था।
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पत्रकार वार्ता के दौरान आम आदमी पार्टी प्रमुख ने पंजाब चुनाव को लेकर कहा कि ज्यादातर लोग कह रहे हैं कि चुनाव परिणाम अकालियों के प्रति लोगों का गुस्सा है। अांकड़ों का हवाला देते हुए केजरीवाल ने कहा कि AAP को 25 फीसद वोट मिले और शिरोमणि अकाली दल को 31 फीसद वोट मिले। यह कैसे संभव है?
यह बोले केजरीवाल
- यूपी चुनाव में भी ईवीएम को लेकर सवाल उठ रहे हैं।
-लोगों के मन में सवाल पैदा हो रहा है।
-जो मुद्दे उठाए वे तथ्यों पर हैं।
गौरतलब है कि इससे पहले उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी को मिले भारी बहुमत के बाद सपा और बसपा ने ईवीएम यानी इलेट्रॉनिक वोटिंग मशीन में गड़बड़ी का मुद्दा उठाया था। इस मामले को और हवा देते हुए दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने चुनाव आयोग को मंगलवार को ही एक पत्र लिखा था।
इस पत्र में केजरीवाल ने दिल्ली में होने वाले आगामी नगरपालिका चुनाव में ईवीएम मशीन का इस्तेमाल ना करने की मांग की थी। अरविंद केजरीवाल ने चुनाव आयोग से कहा था कि MCD इलेक्शन ईवीएम मशीन की जगह बैलेट पेपर से कराए जाएं।
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दरअसल 11 मार्च को पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव नतीजे आने के बाद कई नेताओं ने ईवीएम मशीन में गड़बड़ी किए जाने का दावा किया था और जांच की मांग की थी। इनमें बसपा प्रमुख मायावती, यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव और आरजेडी नेता लालू यादव प्रमुख थे। इसी के मद्देनजर कांग्रेस नेता अजय माकन ने भी दिल्ली के मुख्यमंत्री को एमसीडी चुनाव बैलेट पेपर से कराए जाने की सलाह दी थी।
अजय माकन ने भी ट्विट कर लिखा था कि ईवीएम मशीन पर कई लोगों ने सवाल खड़े किए हैं। मैं चाहता हूं कि निष्पक्ष और निर्विवाद चुनाव के लिए अरविंद केजरीवाल बैलेट पेपर के जरिए एमसीडी चुनाव कराएं।।
बता दें कि चुनाव आयोग ने एमसीडी चुनाव का एलान कर दिया है। वर्तमान में एमसीडी पर भारतीय जनता पार्टी का कब्जा है।