Alipur Fire: भयंकर आग में कैसे तब्दील हुई एक चिंगारी? केमिकल के ड्रम नहीं इस वजह से अलीपुर की फैक्ट्री बन गई 'लाक्षागृह'
बाहरी दिल्ली के Alipur की पेंट फैक्ट्री में आग लगने की घटना ने सभी को दहला कर रख दिया है। उस दिन का मंजर याद कर ही प्रत्यक्षदर्शियों के रोंगटे खड़े हो जाते हैं। वहीं जांच के बाद एक बड़ा खुलासा हुआ है कि 11 मौतों की सबसे बड़ी वजह सिर्फ केमिकल ड्रम नहीं बल्कि फैक्ट्री के अंदर बने भूमिगत टैंक थे।

धर्मेंद्र यादव, बाहरी दिल्ली। अलीपुर स्थित पेंट फैक्ट्री में आग के बाद कैमिकल से भरे ड्रम ने ही तबाही नहीं मचाई, बल्कि फैक्ट्री के अंदर जमीन में बनाए गए टैंक जानलेवा साबित हुए। फैक्ट्री में जिस जगह जमीन में टैंक थे, वहीं सबसे ज्यादा शवों की बरामदगी हुई है।
बताया जाता है कि फैक्ट्री परिसर में तीन से चार भूमिगत टैंक भी मिले हैं और अनुमान लगाया जा रहा है कि सभी कैमिकल से भरे हुए थे।भूमिगत टैंक जानलेवा साबित हुए और फैक्ट्री से बाहर तबाही का कारण कैमिकल से भरे ड्रम बने।
टीन शेड के नीचे बने थे भूमिगत टैंक
कल देर रात सर्च अभियान के लिए घटनास्थल पर बुलाई गई एनडीआरएफ की टीम के एक सदस्य ने शुक्रवार को बताया कि खतरनाक कैमिकल से भरे ड्रम के अलावा फैक्ट्री के भीतर बने भूमिगत टैंकों ने भी जान और माल को हानि पहुंचाई है।
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800 से एक हजार वर्ग फीट आकार के फैक्ट्री परिसर के मध्य भाग से लेकर अंत तक टीन शेड बनाया गया था। इसी टीन शेड के नीचे तीन से चार भूमिगत टैंक मिले हैं। सभी टैंक छोटे आकार के लग रहे हैं।
टैंकों के पास मिले सबसे ज्यादा शव
अनुमान है कि ये टैंक कैमिकल से भरे थे, संभवतया यही कारण है कि इसी क्षेत्र में सबसे ज्यादा शव बरामद हुए हैं। उन्होंने बताया कि फैक्ट्री परिसर से एक एलपीजी गैस सिलेंडर भी मिला है।
आग लगने के बाद सर्च अभियान में शामिल दमकल सेवा विभाग के एक कर्मचारी ने बताया कि तीन शव फैक्ट्री के कार्यालय के आसपास मिले थे और दो साइड में मिले थे।
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दिनभर चला सर्च अभियान
स्थानीय लोगों के फैक्ट्री परिसर और शव के होने की शंका जाहिर करने के बाद एनडीआरएफ ने शुक्रवार को दिनभर सर्च अभियान जारी रखा।
एनडीआरएफ के अधिकारी ने बताया कि स्थानीय लोगों ने बताया कि आग लगने से कुछ समय पहले फैक्ट्री के अंदर 15 चाय गई थी, इसी आधार पर दिनभर सर्च अभियान चलाया गया।
टीम ने अर्थ मूवर की मदद फैक्ट्री परिसर से भारी भरकम टीन शेड के अलावा दीवार भी गिरा दी।
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