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    Alipur Fire: आग का गोला बने केमिकल ड्रमों ने यूं मचाई तबाही, अपने भी नहीं पहचान पा रहे लाश; अब तक 11 लोगों की मौत

    By Sonu SumanEdited By: Sonu Suman
    Updated: Fri, 16 Feb 2024 01:16 PM (IST)

    बाहरी दिल्ली के अलीपुर में पेंट फैक्ट्री में लगी आग में मृतकों की संख्या 11 हो गई है। अस्पताल में 4 घायलों का भी इलाज चल रहा है। दिल्ली फायर सर्विस ने गुरुवार देर रात ही आग पर काबू पा लिया था लेकिन हादसे में लापता लोगों की तलाश शुक्रवार सुबह भी हो रही है। मलबे के अंदर कई लोगों के फंसे होने की संभावना जताई जा रही है।

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    आग का गोला बने केमिकल ड्रमों ने यूं मचाई तबाही, अपने भी नहीं पहचान पा रहे लाश।

    जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। बाहरी दिल्ली के अलीपुर में पेंट फैक्ट्री में लगी आग में मरने वालों की संख्या 11 हो गई है। अस्पताल में 4 घायलों का भी इलाज चल रहा है। गुरुवार शाम को लगी आग की चपेट में पेंट गोदाम भी आ गया था। इस कारण आग और ज्यादा भड़क गई थी।

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    दिल्ली फायर सर्विस ने गुरुवार देर रात ही आग पर काबू पा लिया था, लेकिन हादसे में लापता लोगों की तलाश शुक्रवार सुबह भी हो रही है। मलबे के अंदर कई लोगों के फंसे होने की संभावना जताई जा रही है। लापता लोगों के रिश्तेदार अपनों की तलाश कर रहे हैं। वहीं हादसे की जांच के लिए टीम भी गठित की गई है।

    ये भी पढ़ें- Alipur Fire: हर धमाके के साथ पेंट का ड्रम बना आग का गोला, 20 फीट उछलकर कई मकानों पर गिरे; पढ़ें अलीपुर में तबाही की कहानी

    ANI को घटना के प्रत्यक्षदर्शी सुमित भारद्वाज ने बताया कि विस्फोट की आवाज सुनते ही आसपास के लोग तेजी से दौड़कर फैक्ट्री के पास पहुंचे। वहां भीषण आग लगी हुई थी। मैं भी भीड़ में शामिल था। हम लोगों ने दिल्ली फायर सर्विस को फोन किया और आग बुझाने की कोशिश शुरू कर दी। हम लोगों ने बेहद कोशिश की, लेकिन आग बढ़ती ही चली गई। फायर सर्विस के 7-8 फायर टेंडर वहां पहुंचे और आग बुझाना शुरू कर दिया। करीब घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया।

    अपनों की तलाश में अस्पताल पहुंचे स्वजन 

    आग में जिंदा जले लोगों के स्वजन अपनों की तलाश में जहांगीरपुरी के बाबू जगजीवन अस्पताल पहुंच रहे हैं। पंजाब के नाभा से मदन ठाकुर अपने भाई अनिल ठाकुर की तलाश में अस्पताल पहुंचे। अनिल ठाकुर के 16 वर्षीय बेटे हर्ष ने बताया कि उनके पिता एक साल से इस पेंट फैक्ट्री में काम रहे हैं। कल रात हादसे के बाद से पिता के बारे में कोई जानकारी नहीं है। हर्ष का कहना है कि फैक्ट्री में किसी तरह के बचाव के कोई प्रबंध नहीं हैं। बाहर निकलने का रास्ता भी बहुत संकरा है।

    पीड़ित परिवार अपनों की तलाश में भटक रहे

    बाबू जगजीवन राम अस्पताल में मोर्चरी के बाहर सुबह 6 बजे से पीड़ित परिवार अपनों की तलाश में भटक रहे हैं। इन्हें कोई कुछ नहीं बता रहा है। वहीं, अलीपुर आग की घटना के बाद मौके पर पुलिस तैनात है। बुलडोजर की मदद से आग से कमजोर हुईं दीवार को गिराया जा रहा है।
    बता दें, बृहस्पतिवार रात ढाई बजे तक चले सर्च अभियान के दौरान फैक्ट्री परिसर से चार और शव निकाले गए। इस हादसे में चार लोग घायल हो गए हैं। इनमें 42 वर्षीय ज्योति, 20 वर्षीय, मोहित सोलंकी और कांस्टेबल करमबीर शामिल हैं। इन सभी का इलाज नरेला के रहा हरिश्चंद्र अस्पताल में चल रहा है।