राज खुलने के डर से चोरी कर ली एक माह की बच्ची, चेन्नई में रह रहे पति से छिपाई थी बात; महिला गिरफ्तार
नांगलोई पुलिस ने शानू सरकार नामक एक महिला को गिरफ्तार किया है जिसने अपने पति से गर्भपात छिपाने के लिए एक महीने की बच्ची का अपहरण कर लिया था। महिला ने बच्चे को अगवा करने के बाद पति को वीडियो कॉल कर उसे अपनी संतान बताया। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और मुखबिरों की मदद से महिला को गिरफ्तार कर लिया है और बच्ची को सुरक्षित बरामद कर लिया है।

जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली। चेन्नई में रह रहे पति से गर्भपात की बात छिपाने के लिए एक महिला ने एक माह की बच्ची को चुरा लिया। बच्ची के परिवार वालों की शिकायत पर पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों की जांच करते हुए आरोपी महिला को गिरफ्तार कर लिया है।
आरोपी महिला शानू सरकार है। उसके पास से बच्ची को सकुशल बरामद कर लिया गया है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि वारदात नांगलोई इलाके की है।
तीन अक्टूबर को मध्यप्रदेश के भिंड निवासी एक शख्स ने नांगलोई थाने में अपनी एक माह की बच्ची के चोरी होने की शिकायत की। उन्होंने बताया कि वह अपनी पत्नी और तीन साल की बेटी के साथ टीकरी कलां इलाके में रहते हैं।
31 अगस्त को उनकी पत्नी ने संजय गांधी अस्पताल मंगोलपुरी में एक बच्ची को जन्म दिया। अस्पताल में रहने के दौरान एक अज्ञात महिला ने उनकी पत्नी से मेल जोल बढ़ाया और उनका मोबाइल नंबर ले लिया।
कुछ दिन बाद आरोपी महिला ने उनकी पत्नी को फोन किया और बच्चों की देखभाल में मदद करने की पेशकश की। पीड़ित परिवार महिला को घर बुला लिया।
आरोपी महिला बच्ची के लिए कपड़े खरीदने के बहाने उसकी मां व बच्ची को नांगलोई मेट्रो स्टेशन ले गई। इसी दौरान बच्ची की मां को उल्टी होने लगी, उसने बच्ची को महिला को दे दिया। इसका फायदा उठाकर महिला बच्ची को लेकर वहां से गायब हो गई।
शिकायत मिलने पर नांगलोई थाना पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज कर लिया। नांगलोई थाना प्रभारी पवन तोमर के नेतृत्व में पुलिस टीम ने आरोपी महिला के फोन नंबर की जांच की। उसका फोन बंद था।
पुलिस घटनास्थल से लेकर पीड़ित के घर के आस पास के कई सीसीटीवी कैमरे की जांच की और मुखबिरों के जरिए महिला की पहचान कर उसे पांच अक्तूबर को प्रेम नगर से गिरफ्तार कर लिया।
आरोपी शानू ने पुलिस को बताया कि 11 साल पहले उसकी पश्चिम विहार निवासी विजय कुमार से शादी हुई थी। उसकी एक 10 साल की बेटी है।
बाद में दोनों काम की तलाश में दिल्ली आ गए और राजधानी पार्क स्थित जूता कारखानों में काम करने लगे। इस दौरान शानू बंगाल निवासी नजरुल शेख के संपर्क में आई।
फरवरी 2025 में उसने अपने पति विजय कुमार और बेटी को छोड़कर नजरुल से शादी कर ली। शादी के बाद नजरुल काम के सिलसिले में चेन्नई चला गया।
इस दौरान प्रेम नगर में रह रही शानू गर्भवती हो गई। जून 2025 में उसने अपने पति को बताए बिना ही गर्भपात करा दिया, लेकिन गर्भवती होने के नाम पर पति से पैसे मांगती रही।
नजरुल ने उससे गर्भावस्था और संभावित प्रसव के बारे में पूछताछ की तो उसने उसे गुमराह करने के लिए एक नवजात बच्ची को अगवा करने की योजना बनाई।
वह लगातार मंगोलपुरी स्थित संजय गांधी अस्पताल के प्रसूति वार्ड में जाने लगी। जहां उसकी पीड़िता से मुलाकात हुई। बच्ची की चोरी करने के बाद पति को वीडियो काॅल कर उसने उसे अपनी बच्ची बताकर दिखाया।
यह भी पढ़ें- वीजा की मांग करने वाली पाकिस्तानी महिला की याचिका पर दिल्ली हाईकाेर्ट ने केंद्र सरकार से मांगा जवाब
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।