Monsoon 2022: दिल्ली समेत देशभर में चंद दिनों का मेहमान है मानसून, ठंड को लेकर आया IMD का ताजा अनुमान
Monsoon 2022 अगले तीन दिन में उत्तर पश्चिमी भारत से मानसून की विदाई शुरू हो जाएगी। इसके बाद 27-28 तक दिल्ली एनसीआर से भी मानसून विदा हो जाएगा। वहीं अक्टूबर की शुरुआत में तापमान सामान्य स्तर पर जबकि माह के मध्य से सामान्य के नीचे रहने का अनुमान है।
नई दिल्ली [संजीव गुप्ता]। मानसून की विदाई की बेला में फिलहाल भले ही दिल्ली एनसीआर वासी उमस भरी गर्मी का एहसास कर रहे हों, लेकिन जल्द ही उन्हें इससे राहत मिलने लगेगी। अधिकतम दो सप्ताह में सुबह और शाम के समय सर्दी की आहट महसूस होने लगेगी। अक्टूबर की शुरआत में तापमान के सामान्य जबकि माह के मध्य से सामान्य के नीचे रहने का पूर्वानुमान है। अलबत्ता, ठीकठाक सर्दी के लिए अभी नवंबर का इंतजार करना होगा।
30 सितंबर को पूरी तरह विदा हो जाएगा मानसून
मौसम विभाग के मुताबिक 21 तारीख से पश्चिमी राजस्थान, दक्षिण हरियाणा और पंजाब से मानसून की विदाई शुरू हो जाएगी। इसकी सामान्य तारीख 17-18 सितंबर है। 27- 28 तारीख के आसपास यह दिल्ली एनसीआर से विदा ले लेगा। यहां इसकी सामान्य तारीख 25 सितंबर है। फिर 30 तारीख तक यह समस्त उत्तर भारत से विदा हो जाएगा। अभी हवा की दिशा उत्तरी- पूर्वी चल रही है जिसमें गर्माहट एवं नमी भी रहती है।
हवा की दिशा बदलने के साथ ही शुरू होगा बदलाव
मानसून की विदाई के बाद हवा की दिशा उत्तर पश्चिमी हो जाएगी। यह जम्मू कश्मीर की ओर से आएगी। इसके साथ पहाड़ों की ठंडक भी दिल्ली एनसीआर तक पहुंचने लगेगी। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि हवा की दिशा बदलने के साथ ही सुबह-शाम के मौसम में फर्क महसूस होने लगेगा। इसके बाद अक्टूबर के पूर्वार्ध से अधिकतम व न्यूनतम तापमान में भी बदलाव नजर आने लगेगा। अभी जो तापमान सामान्य से ऊपर चल रहे हैं, वह सामान्य से नीचे आ जाएंगे। इसी के साथ गर्मी के स्थान पर गुलाबी ठंडक का एहसास होने लगेगा।
दिल्ली में 38 प्रतिशत कम हुई मानसून की बरसात
दिल्ली के लिए इस बार का मानसून सीजन बहुत अच्छा साबित नहीं हुआ। यही वजह है कि अबकी बार सामान्य से 38 प्रतिशत कम वर्षा हुई है। दिल्ली की मानक वेधशाला सफदरजंग में जून, अगस्त और सितंबर के महीने में सामान्य से कम बरसात रिकार्ड की गई। जून के महीने में सामान्य से 67 प्रतिशत, अगस्त में सामान्य से 82 प्रतिशत सितंबर में अब तक सामान्य से 53 प्रतिशत बरसात कम हुई है। सिर्फ जुलाई में ही सामान्य से अधिक बरसात हुई है।
अक्टूबर के पहले सप्ताह में बदलेगा मौसम का मिजाज
महेश पलावत (उपाध्यक्ष (मौसम विज्ञान एवं जलवायु परिवर्तन), स्काईमेट वेदर) का कहना है कि मानसून की विदाई के साथ ही हवा की दिशा बदल जाती है। हवा की दिशा बदलते ही मौसम भी बदलने लगता है। अक्टूबर की शुरुआत में सुबह-शाम का बदलाव नजर आएगा जबकि माह के मध्य में तापमान की गिरावट दिखाई देने लगेगी।
इस दौरान ठंड की सिर्फ दस्तक होगी, लेकिन असली ठंड का आगाज तो नवंबर के महीने की शुरुआत से होगा। इसके बाद लोगों को गर्म कपड़ों की जरूरत महसूस होने लगेगी।