Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    इंडिगो संकट गहराया: बाजार में इंडिगो की हिस्सेदारी 64%, उड़ानें कम होते ही हवाई किराए में उछाल के मिल रहे संकेत

    Updated: Fri, 05 Dec 2025 09:08 PM (IST)

    इंडिगो एयरलाइन में गहराते संकट के कारण हवाई किराए में उछाल की आशंका है। बाजार में 64% हिस्सेदारी होने के बावजूद, इंडिगो की उड़ानें कम हो रही हैं, जिसस ...और पढ़ें

    Hero Image

    गौतम कुमार मिश्रा, नई दिल्ली। क्रू सदस्याें व उड़ानों की संख्या के बीच संतुलन कायम करने के लिए इंडिगो कुछ दिनों तक अपनी उड़ानों की संख्या काे कम करेगी, इतना तय है। यह भी तय है कि इंडिगो की समय सारिणी को पटरी पर आने में अभी कई दिन लगेंगे। तमाम परिस्थितियों को देखते हुए इन सभी का असर उड़ानों के किराए पर पड़ेगा, इसे जानकार तय मान रहे हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    शुक्रवार को आईजीआई टर्मिनल एक पर मुंबई जाने के लिए एक यात्री ने 49 हजार रुपये का किराए के तौर पर भुगतान किया। यात्री ने कहा कि उनके लिए मुंबई जाना अपरिहार्य है। तमाम एयरलाइंस से संपर्क के बाद उन्होंने स्पाइसजेट की टिकट बुक कराई और मुंबई के लिए निकल पड़े। एयरपोर्ट पर मौजूद कई यात्री ऐसे थे, जो गंतव्य तक पहुंचने की जल्दी में महंगी से महंगी टिकट खरीदने को आतुर नजर आ रहे थे। अभी ऐसी स्थिति कायम रहेगी।

    डायनामिक नियम बढ़ाएगा किराया

    जानकारों का कहना है कि इंडिगो के प्रति यात्रियों का भरोसा कम हुआ है। दूसरी बात है कि इंडिगो उड़ानों की संख्या भी कम करेगी। स्वभाविक तौर पर यात्रियों का रुख अब इंडिगो से इतर अन्य एयरलाइंस की ओर होगा। जब मांग बढ़ेगा तो डायनामिक नियम के हिसाब से यात्री किराया भी बढ़ता चला जाएगा।

    जानकार बताते हैं कि जब इंडिगो विमानन का बड़ा खिलाड़ी है, जब उसकी उपस्थिति बाजार में कम होगी तो अन्य एयरलाइंस यात्रियों के सीमित विकल्प का पूरी तरह लाभ उठाने को तत्पर रहेंगे। इसी का असर है कि हवाई किराया अभी धीरे धीरे बढ़ना शुरू हो चुका है।

    यहां तक कि इंडिगो भी जब उड़ानों की संख्या कम करेगा तो उसका भी किराया डायनामिक नियम के हिसाब से कम होने के बजाय बढ़ेगा। अंत में सभी को बोझ यात्रियों को ही उठाना है।

    हवाई यात्रियों के बाजार में किसकी कितनी हिस्सेदारी

    यात्रियों की हिस्सेदारी में बाजार में सबसे अधिक हिस्सेदारी इंडिगो की है। इसके पास करीब 64 प्रतिशत यात्रियों की हिस्सेदारी है। इसके बाद एअर इंडिया समूह का स्थान आता है, जिसके पास करीब 27 प्रतिशत हिस्सेदारी है। तीसरे स्थान पर अकासा एयर है। वहीं चौथे स्थान पर स्पाइजेट आता है।

    यह भी पढ़ें- इंडिगो संकट के बीच नहीं मिल रहा ट्रेन का कन्फर्म टिकट, टैक्सी तीन गुना हुईं महंगी-यात्री बोले, '9 की लकड़ी 90 खर्च'