इंडिगो संकट के बीच नहीं मिल रहा ट्रेन का कन्फर्म टिकट, टैक्सी तीन गुना हुईं महंगी-यात्री बोले, '9 की लकड़ी 90 खर्च'
इंडिगो एयरलाइन के संकट ने यात्रियों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। उड़ानें रद्द होने से ट्रेनों में टिकट मिलना मुश्किल हो गया है, और टैक्सी के किराए तीन गु ...और पढ़ें

प्रतीकात्मक तस्वीर।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। 'नौ की लड़की, 90 का खर्च', यह कहावत गुजरात से तीर्थाटन के लिए निकले यात्री जत्थे पर पूरी तरह लागू होती है। शुक्रवार को टर्मिनल-1 पर जब इंडिगो हाय-हाय के नारे लग रहे थे, तब वहां गुजरात के यात्रियों का दल भी मौजूद था। ये यात्री गुजरात से अयोध्या व खजुराहो की यात्रा कर नई दिल्ली लौटै थे और यहां से इन्हें सूरत जाना था, लेकिन ये यात्री यहां तीन दिन से फंसे हैं। कितने दिन और फंसे रहेंगे, इस बात की चिंता अब इन्हें सता रही है।
3 दिसंबर फंसे हैं यात्री
यात्रियों के दल में शामिल विभा, भविका, आरसी पटेल, कीर्ति पटेल ने बताया कि तीन दिसंबर को नई दिल्ली से उनकी कनेक्टिंग उड़ान थी लेकिन यह उड़ान रद हो गई। काफी हंगामे के बाद इंडिगो ने इनके लिए होटल का प्रबंध किया। चार दिसंबर की सुबह इन्हें होटल छोड़ना पड़ा, क्योंकि होटल सुबह तक के लिए बुक किया गया था।
इसके बाद ये होटल में अपने खर्च पर रुके। नाश्ते से लेकर खाना तक प्रबंध किया। इन्हें उम्मीद थी कि शायद चार दिसंबर को इन्हें उड़ान मिल जाएगी लेकिन चार दिसंबर को भी इन्हें निराशा हाथ लगी। पांच दिसंबर आ गया, लेकिन अभी भी उड़ान को लेकर कोई कुछ कहने को राजी नहीं है।
सर्दी से बचने के लिए करनी पड़ी खरीदारी
कीर्ति पटेल बताती हैं कि समस्या यह भी लगेज हमें नहीं मिला। दो दिन से हमलोग लगेज के लिए प्रयास कर रहे हैं, लेकिन नहीं मिला। अब सर्दी के कपड़े हमारे लगेज में हैं। सर्दी से बचने के लिए हमलोगों ने यहां दिल्ली के चांदनी चौक में सर्दी के कपड़े खरीदे। ब्रश, टूथपेस्ट, साबुन सर्फ सबकुछ खरीदना पड़ रहा है। कारण लगेज हमारे पास नहीं है।
दवाइयां भी हमारे लगेज में थीं, लेकिन दवाएं भी हमें बाहर से खरीदनी पड़ रही है। दो दिनों के होटल का किराया, खाना-पीना का खर्च, कपड़े का खर्च सब मिलाकर हमलोग देखें तो किराया से काफी अधिक खर्च हो चुका है।
परेशानी यहीं नहीं थम रहीं, हमलोगों ने सोचा कि ट्रेन ले लें, लेकिन ट्रेन में तत्काल का टिकट नहीं मिल रहा। टैक्सी वाले सामान्य किराया से तीन गुना अधिक किराए की मांग कर रहे हैं, जो हमारे बस की बात नहीं है।
उड़ान को रिशेड्यूल करने की बात कही
इसी तरह कोलकाता की रहने वाली देविका मित्तल नोएडा किसी काम से आई थी। काम पूरा होने के बाद शुक्रवार दिन में इन्हें कोलकाता पहुंचना था। दिन में 11 बजे की उड़ान थी।
टैक्सी लेकर ये नोएडा से एयरपोर्ट पहुंची। यहां पहुंचने पर पता चला कि उड़ान रद हो चुकी है। इंडिगो ने उड़ान को रिशेड्यूल करने की बात कही है।
देविका बताती हैं अब नोएडा वापस जाना होगा। होटल का खर्च, खाने पीने का खर्च, नोएडा का भाड़ा, सब जोड़ दें तो कोलकाता के किराए से अधिक का भुगतान करना होगा। आखिर इसका हिसाब कौन देगा?
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