पाक से लौटी गीता पर UP के परिवार का भी दावा, दिल्ली पहुंचे माता-पिता
14 साल बाद पाकिस्तान से दिल्ली लौटी मूक-बधिर गीता पर अपनी बेटी होने का दावा करने वाला यूपी का परिवार दिल्ली पहुंच गया है।
नई दिल्ली। 14 साल बाद पाकिस्तान से दिल्ली लौटी मूक-बधिर गीता पर अपनी बेटी होने का दावा करने वाला यूपी का परिवार दिल्ली पहुंच गया है।
गीता पर अपना दावा जताने वाला महेशगंज का परिवार उसे पाने के लिए हर जांच कराने को तैयार है। इसी सिलसिले में प्रतापगढ़ का यह परिवार आज सुबह आनंद विहार स्टेशन पहुंचा। यहां परिवार गीता से मिलने जाएगा। इससे पहले कल यानी 26 अक्टूबर की रात रामराज अपनी पत्नी के साथ दिल्ली के लिए रवाना हुआ था।
वहीं, खुद को उसकी मां बताने वाली अनारा देवी पति रामराज के साथ इस मामले को लेकर इलाहाबाद में कमिश्नर से मिलकर अपना दुखड़ा सुनाया था। इस दौरान परिवार ने कहा था कि उनका डीएनए टेस्ट करा लिया जाए। उसके प्रार्थना पत्र को गंभीरता से लेते हुए कमिशभनर ने प्रमुख सचिव गृह और जिलाधिकारी प्रतापगढ़ को डीएनए टेस्ट कराने के लिए पत्र भेजा है।
गौरतलब है कि 23 साल की गीता कराची में ईदी फाउंडेशन के आश्रय स्थल में रहती थी। वह करीब एक दशक पूर्व लाहौर स्टेशन पर समझौता एक्सप्रेस में मिली थी। पुलिस उसे लाहौर के चेरिटेबल ईदी फाउंडेशन में ले गई।
कुछ दिनों पूर्व जब मामला सामने आया तो महेशगंज थाना क्षेत्र के रामा का पुरवा पूरे रामा निवासी रामराज गौतम व उसकी पत्नी अनारा देवी ने दावा किया कि गीता उनकी खोई हुई बेटी सविता है।
पति-पत्नी का कहना था कि 11 साल पहले वह छपरा में उनसे बिछुड़ गई थी और किसी तरह पाकिस्तान चली गई। दोनों ने उसके बचपन की तस्वीर दिखाते हुए तमाम तर्क भी दिए।
उनकी बातों की सत्यता परखने के लिए एसडीएम कुंडा को भी लगाया गया। कुछ दिनों तक फोर्स भी उनके घर पर तैनात रही। जब रामराज को पता चला कि गीता का दूसरे परिवार से नाता जोड़ा जा रहा है तो वह बेचैन हो उठा।