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    दिल्ली पुलिस ने म्यूल बैंक अकाउंट सप्लाई करने वाले दो बड़े साइबर गिरोह किए ध्वस्त, 8 आरोपी गिरफ्तार

    Updated: Wed, 17 Dec 2025 06:32 PM (IST)

    दिल्ली पुलिस ने म्यूल बैंक अकाउंट सप्लाई करने वाले दो बड़े साइबर गिरोहों का पर्दाफाश किया है। इस कार्रवाई में 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। पुलि ...और पढ़ें

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    प्रतीकात्मक तस्वीर।

    जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। पार्ट टाइम नौकरी लगवाने और म्यूल बैंक अकाउंट सप्लाई करने वाले रैकेट का भंडाफोड़ कर उत्तरी जिले की साइबर थाना पुलिस की टीम ने दो गिरोह का भंडाफोड़ किया है। आरोपित देशभर में बड़े पैमाने पर साइबर अपराधियों को म्यूल (आपराधिक गतिविधियों में इस्तेमाल होने वाले बैंक अकाउंट) और काॅर्पोरेट बैंक अकाउंट सप्लाई करने में शामिल थे। दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान में छापेमारी कर कुल आठ जालसाजों को दबोचा गया। इनके कब्जे से आठ मोबाइल फोन, सिम कार्ड और आपत्तिजनक डिजिटल सबूत बरामद किए गए हैं।

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    ऑफर देकर टेलीग्राम चैनल से जोड़ा

    उपायुक्त राजा बांठिया के मुताबिक, पहले मामले में मालका गंज के सुमन कुमार ने साइबर नार्थ थाने में एक लाख की ठगी की शिकायत दर्ज कराते हुए बताया था कि जालसाजों ने वाट्सऐप पर घर से काम करने का ऑफर देकर टेलीग्राम चैनल से जोड़ा। शुरुआत में छोटे भुगतान कर विश्वास जीता गया और बाद में अधिक कमाई का लालच देकर कई बैंक खातों में कुल 93 हजार रुपये ट्रांसफर करवा लिए गए।

    मामले में दो आरोपित फरार

    पुलिस ने मामला दर्ज कर लगभग 100 मोबाइल नंबरों, आईएमईआई डेटा और बैंक ट्रांजेक्शन खंगाले। इसके बाद गुरुग्राम और जयपुर छापेमारी कर जयपुर के हिमांशु शर्मा, छत्र अभिजीत लांबा और अलवर, राजस्थान के साहिल जोशी को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में पता चला कि आरोपित सात हजार से 25 हजार रुपये प्रति अकाउंट के कमीशन पर म्यूल बैंक अकाउंट खोलकर नेट बैंकिंग क्रेडेंशियल, सिम कार्ड और काॅर्पोरेट आईडी के साथ सप्लाई करते थे। इस मामले में दो आरोपित फरार हैं, जिनकी तलाश जारी है।

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    काॅमन सेट के बैंक अकाउंट्स से होकर गुजर रही

    अन्य मामले में एनसीआरपी पोर्टल पर आई कई शिकायतों के विश्लेषण में सामने आया कि ठगी की रकम एक ही काॅमन सेट के बैंक अकाउंट्स से होकर गुजर रही थी। बुराड़ी स्थित एसबीआइ की एक शाखा के अकाउंट का लिंक पांच अलग-अलग शिकायतों से मिलने पर संगठित सिंडिकेट का भंडाफोड़ हुआ। इसके बाद एफआईआर दर्ज कर दिल्ली समेत एनसीआर में छापे मारते हुए बुराड़ी के मन्नू, खारी बावली के अजय, लोनी गाजियाबाद के अनिकेत, गणेश राठी और बेगमपुर के प्रवीण को गिरफ्तार किया।

    ठगी नेटवर्क से उनके लिंक की हुई पुष्टि

    जांच में सामने आया कि मन्नू मुख्य हैंडलर था, जबकि अन्य आरोपित फर्जी अकाउंट जुटाने, पैसे निकालने और लेयरिंग में शामिल थे। सिंडिकेट इंटरनेट मीडिया और टेलीग्राम के जरिए विदेशी खरीदारों से संपर्क कर ठगी की रकम को क्रिप्टोकरेंसी में बदल देता था। पुलिस ने आरोपितों से छह मोबाइल फोन, छह सिम कार्ड और डिजिटल सबूत बरामद किए हैं, जिनसे अंतरराष्ट्रीय साइबर ठगी नेटवर्क से उनके लिंक की पुष्टि हुई है।

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