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    दिल्ली-एनसीआर से मोबाइल चुराकर बेचते थे बांग्लादेश में, 116 फोन बरामद; चार गिरफ्तार

    Updated: Tue, 30 Dec 2025 08:57 PM (IST)

    मध्य जिले की स्पेशल स्टाफ टीम ने मोबाइल चोरी और झपटमारी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। यह गिरोह महंगे मोबाइल फोन चुराकर कोलकाता के रास्ते बांग्ल ...और पढ़ें

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    जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। मध्य जिले की स्पेशल स्टाफ की टीम ने एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है जो चोरी व झपटे गए महंगे मोबाइल फोन को कोलकाता के रास्ते बांग्लादेश में बेचते थे। पुलिस टीम ने गिरोह के चार आरोपितों को गिरफ्तार किया है, जिनके कब्जे से कुल 116 चोरी के मोबाइल फोन और एक स्कूटी बरामद की है।

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    गिरफ्तार आरोपितों की पहचान गिरोह के मास्टरमाइंड मौजपुर के समीर उर्फ राहुल, चौहान बांगर के सलमान, अयान और भलस्वा डेरी के दिलशाद यासीन कुरैशी के रूप में हुई है। ये चारों पहले भी हत्या के मामले सहित कई आपराधिक मामलों में नामजद रहे हैं।

    आरोपित चोरी के आईफोन को अनलाॅक करने के लिए विदेशी मोबाइल अनलाॅकिंग साॅफ्टवेयर का इस्तेमाल करते थे। चोरी किए गए वीआई सिम कार्ड का इस्तेमाल आईक्लाउड फ्राॅड के लिए किया जाता था, जिसमें पीड़ितों को गैर-कानूनी तरीके से आईक्लाउड आईडी हटाने के लिए धोखे वाले मैसेज भेजे जाते थे।

    एक मोबाइल अनलॉक करने की फीस थी 1500

    गिरोह का मास्टरमाइंड समीर दूसरों के लिए चोरी के मोबाइल फोन को गैर-कानूनी तरीके से अनलाॅक करने के लिए प्रति हैंडसेट 1,500 तक चार्ज करता था। पुलिस ने इनकी गिरफ्तारी से मध्य, उत्तरी, पश्चिमी, पूर्वी, नार्थ-ईस्ट और शाहदरा जिलों से संबंधित झपटमारी और चोरी के 42 मामले सुलझाने का दावा किया है।

    150 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाले

    उपायुक्त निधिन वल्सन के मुताबिक, 18 दिसंबर को पटेल नगर थाने में महिला ने शिकायत दर्ज कराई थी कि उनका आईफोन 16 प्रो स्कूटी सवार दो बदमाशों ने झपट लिया है। पुलिस ने मामला दर्जकर जांच शुरू करते हुए घटनास्थल के आस-पास लगे 150 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाले। जांच चल ही रही थी कि 19 दिसंबर को शिकायतकर्ता के दोस्त के मोबाइल पर एक वाट्सएप मैसेज मिला।

    लोकेशन जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के पास मिली

    तकनीकी निगरानी के आधार पर पता चला कि उपरोक्त सिम कार्ड स्टार वायर इंडिया लिमिटेड के एक कर्मचारी के नाम पर रजिस्टर्ड था, जिसका मोबाइल पहले कश्मीरी गेट मेट्रो स्टेशन के पास से चोरी हो गया था। इसके बाद, 27 दिसंबर को टेक्निकल सर्विलांस के आधार पर, संदिग्ध लोगों की लोकेशन जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के पास मिली। मुखबिर की निशानदेही पर छापेमारी कर समीर और सलमान को दबोचा गया।

    करता था सिक्योरिटी लाॅक को अनलाॅक

    पूछताछ में समीर ने बताया कि वर्ष 2022 में अपराधियों के संपर्क में आने के बाद उसने चोरी के आईफोन और एंड्राॅयड मोबाइल फोन खरीदना शुरू कर दिया और बांग्लादेश से लाए गए टेक्निकल साॅफ्टवेयर और टूल्स, जिसमें 3यू टूल्स, अनलाक टूल्स और अन्य मोबाइल अनलाकिंग सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल कर उनके सिक्योरिटी लाॅक को अनलाॅक करता था। इसके बाद उसके साथी अयान, सलमान और दिलशाद उसे चोरी के मोबाइल फोन सप्लाई करते थे। उन डिवाइस को अनलाक करने के बाद, वह उन्हें अपने साथियों को वापस कर देता था, जो बिचौलियों के जरिए उन्हें अवैध पैसे कमाने के लिए बांग्लादेश बेच देते थे।

    कुल 116 माेबाइल बरामद किए

    उसने यह भी बताया कि अपने खरीदे हुए मोबाइल फोन को अनलाॅक करने के अलावा, वह दूसरे लोगों से लाए गए मोबाइल फोन को अवैध रूप से अनलाक करने के लिए प्रति हैंडसेट 1,500 तक चार्ज करता था। बाद में पुलिस ने इसकी निशानदेही पर आरोपित अयान और दिलशाद यासीन कुरैशी को गिरफ्तार किया।

    पुलिस ने इनके पास से चोरी के कुल 116 माेबाइल बरामद किए। जांच में पुलिस को पता चला कि सभी आरोपितों पर पहले से मामले दर्ज हैं। पुलिस इनसे पूछताछ कर इन मोबाइल फोन का लिंक पता लगाने और दिल्ली और देश के दूसरे हिस्सों में चल रहे संगठित आपराधिक नेटवर्क का पता लगाने के लिए जांच में जुटी है।

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