दिल्ली का दिल जीतने वाला मेट्रो का नया रूट, अब मिनटों में कनॉट प्लेस और इंडिया गेट का सफर
दिल्ली मेट्रो ने एक नया रूट शुरू किया है जो कनॉट प्लेस और इंडिया गेट के बीच यात्रा को आसान बनाएगा। इस नए रूट से यात्रियों का समय बचेगा और वे मिनटों मे ...और पढ़ें
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दिल्ली मेट्रो ने एक नया रूट शुरू किया है जो कनॉट प्लेस और इंडिया गेट के बीच यात्रा को आसान बनाएगा। फाइल फोटो
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली मेट्रो के नए फेज-5A के सबसे बड़े कॉरिडोर से उन लाखों लोगों को सबसे ज्यादा राहत मिलने वाली है, जो रोजाना कर्तव्य भवन, इंडिया गेट और भारत मंडपम जैसे महत्वपूर्ण इलाकों में आना-जाना करते हैं। यह 9.9 किलोमीटर लंबा कॉरिडोर रामकृष्ण आश्रम मार्ग से इंद्रप्रस्थ तक जाएगा और सरकारी दफ्तरों में काम करने वाले कर्मचारियों के साथ-साथ पर्यटकों के लिए गेम चेंजर साबित होगा।
- कॉरिडोर की शुरुआत: यह नया कॉरिडोर दिल्ली मेट्रो की ब्लू लाइन के रामकृष्ण आश्रम मार्ग (आरके आश्रम मार्ग) स्टेशन से शुरू होगा, जो कनॉट प्लेस के नजदीक है।
- कहां से कहां तक: कॉरिडोर शिवाजी स्टेशन, केंद्रीय सचिवालय, कर्तव्य भवन, इंडिया गेट और भारत मंडपम स्टेशनों से गुजरेगा, जो दिल्ली के केंद्रीय और ऐतिहासिक इलाकों को कवर करेगा।
- समाप्ति और कनेक्शन: यह रूट इंद्रप्रस्थ स्टेशन पर समाप्त होगा, जहां यह दोबारा ब्लू लाइन से जुड़ जाएगा, जिससे यात्रियों को आसान इंटरचेंज मिलेगा।
- कुल संरचना: यह एक लूप जैसा कॉरिडोर होगा जो ब्लू लाइन को मजबूत करेगा, केंद्रीय दिल्ली के महत्वपूर्ण सरकारी और पर्यटन स्थलों को सीधे जोड़ेगा।

1. रामकृष्ण आश्रम मार्ग से इंद्रप्रस्थ (9.9 किमी, लागत: 9570 करोड़)
यह कॉरिडोर ब्लू लाइन के आरके आश्रम मार्ग स्टेशन से शुरू होकर शिवाजी स्टेशन, केंद्रीय सचिवालय, कर्तव्य भवन, इंडिया गेट और भारत मंडपम होते हुए इंद्रप्रस्थ पर ब्लू लाइन से फिर जुड़ेगा। इससे कर्तव्य भवन और आसपास के सरकारी दफ्तरों में काम करने वाले करीब 60 हजार कर्मचारियों और रोजाना 2 लाख विजिटर्स को सीधा फायदा होगा।

2. एयरोसिटी से एयरपोर्ट टर्मिनल-1 (2.3 किमी, लागत: 1419.6 करोड़)
यह छोटा लेकिन महत्वपूर्ण कॉरिडोर एयरोसिटी को सीधे IGI एयरपोर्ट के टर्मिनल-1 से जोड़ेगा। टर्मिनल-1 का विस्तार पूरा हो चुका है और यहां से जल्द ही ज्यादा फ्लाइट्स ऑपरेट होंगी। यात्रियों को अब एयरोसिटी से इंटरचेंज कर आसानी से टर्मिनल-1 पहुंचने में मदद मिलेगी।

3. तुगलकाबाद से कालिंदी कुंज (3.9 किमी, लागत: 1024.8 करोड़)
यह कॉरिडोर मजेंटा लाइन और वॉयलेट लाइन को आपस में जोड़ेगा। नोएडा, फरीदाबाद और दिल्ली के दक्षिणी हिस्सों के यात्रियों को सबसे ज्यादा लाभ होगा। अब गुरुग्राम की ओर जाने वाले लोगों को भी आसान कनेक्टिविटी मिलेगी।इस विस्तार से दिल्ली-NCR में ट्रैफिक जाम से राहत मिलेगी और सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा मिलेगा। काम जल्द शुरू होने की उम्मीद है।


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