‘बहुत खराब’ AQI के बीच दिल्ली में मनाया जा रहा नए साल का जश्न, 14.2 डिग्री पर सिमटा दिन का तापमान
राजधानी दिल्ली में वर्ष 2025 के अंतिम दिन कड़ाके की ठंड पड़ी, घना कोहरा छाया रहा जिससे यातायात प्रभावित हुआ। अधिकतम तापमान 14.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज क ...और पढ़ें

बुधवार को सुबह 9:18 बजे अक्षरधाम के समीप दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस वे पर बस के इंतजार के दौरान बढ़ी ठंड और घने कोहरे में सेल्फी लेते युवा। चंद्र प्रकाश मिश्र
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। वर्ष 2025 के अंतिम दिन राजधानी में कड़ाके की ठंड रही। सुबह घना कोहरा छाया रहा जिससे यातायात पर असर पड़ा। सड़कों पर वाहन रेंगते नजर आए। हवाई यातायात और ट्रेनों की आवाजाही भी बाधित हुी। दिनभर बादल छाए रहे और रात में फिर से कोहरा छा गया। न्यूनतम व अधिकतम तापमान में गिरावट से पूरे दिन ‘कोल्ड डे’ जैसे हालात बने रहे। वायु गुणवत्ता भी ‘बहुत खराब’ श्रेणी में बनी रही।
वर्ष 2019 के बाद यह सबसे ठंडा दिन दर्ज
मौसम विभाग के अनुसार, दिल्ली में वर्ष 2019 के बाद यह सबसे ठंडा दिन दर्ज किया गया। बृहस्पतिवार को भी इसी तरह का मौसम बने रहने के आसार हैं। दो दिनों बाद तापमान में कुछ वृद्धि हो सकती है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, बुधवार को अधिकतम तापमान 14.2 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 6.2 डिग्री कम है। यह वर्ष 2019 के बाद दिसंबर में सबसे कम है। 31 2019 को अधिकतम तापमान 9.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।

कब कहा जाता है 'कोल्ड डे'
वहीं, पिछले वर्ष सबसे कम अधिकतम तापमान 27 दिसंबर को 14.6 डिग्री सेल्सियस था। बुधवार को पालम में 13.6 डिग्री, लोधी रोड में 13.4 डिग्री, रिज में 13.8 डिग्री और आया नगर में 13.1 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान दर्ज किया गया। वहीं, न्यूनतम तापमान 6.4 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 0.4 डिग्री कम है। पालम में न्यूनतम तापमान 7.7 डिग्री, लोधी रोड में 6.8 डिग्री और रिज में 7.8 डिग्री सेल्सियस रहा। जब न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से नीचे और अधिकतम तापमान सामान्य से करीब 4.5 डिग्री कम रहता है, तो उसे ‘कोल्ड डे’ माना जाता है।
दृश्यता भी काफी कम रही
आईएमडी के अनुसार, एक जनवरी को आसमान में बादल छाए रहने के साथ हल्की वर्षा की संभावना है। स्काईमेट के अनुसार, पंजाब और हरियाणा के ऊपर बने चक्रवाती परिसंचरण के कारण एनसीआर में कुछ स्थानों पर बहुत हल्की वर्षा हो सकती है। घने कोहरे के कारण दृश्यता भी काफी कम रही।

सफदरजंग में सुबह 6.30 से 7.30 बजे के बीच दृश्यता 50 मीटर तक पहुंच गई थी, जो बाद में 100 मीटर हुई। इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा में भी सुबह के समय दृश्यता 50 मीटर तक दर्ज की गई। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार अगले पांच दिनों तक घना से बहुत घना कोहरा छाए रहने की संभावना है।
हवा बहुत खराब श्रेणी बनी रही
दिल्ली की हवा बहुत खराब श्रेणी बनी रही। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआइ) 373 दर्ज किया गया। सीपीसीबी के समीर एप के अनुसार 23 निगरानी केंद्रों पर हवा ‘बहुत खराब’ और 14 केंद्रों पर ‘गंभीर’ श्रेणी में रही। तीन जनवरी तक दिल्ली की हवा ‘बेहद खराब’ श्रेणी में ही बनी रह सकती है।

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