IND vs PAK Final: पाकिस्तान को एक और सबक सिखाने का समय, जीत से कम कुछ भी मंजूर नहीं
भारतीय क्रिकेट टीम ने एशिया कप-2025 में अभी तक पाकिस्तान को दो मैचों में बुरी तरह से हराया है। अब इन दोनों टीमों का सामना तीसरी बार होने जा रहा है। दोनों टीमें दुबई में होने वाले फाइनल मैच में आमने-सामने होंगी। टीम इंडिया इस मैच में हर हाल में जीत चाहेगी।

अभिषेक त्रिपाठी, जागरण, दुबई : बात गुरुवार की है। पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच सुपर-4 का मैच चल रहा था। हम नाव से गोल्ड शूक से मीना बाजार की तरफ जा रहे थे। ये मुश्किल से एक किलोमीटर का रास्ता भी नहीं होगा। नाव वाला मुसाफिरों को बैठाते समय काफी खिसियाया हुआ लग रहा था लेकिन जैसे-जैसे नाव अपनी मंजिल पर पहुंच रही थी उसके चेहरे की मुस्कान बढ़ती जा रही थी।
10 मिनट का सफर जैसे ही पूरा हुआ, वह बोला अब रविवार को असली जंग होगी। हमें पता चल गया था कि पाकिस्तान ने बांग्लादेश को हराकर फाइनल में प्रवेश कर लिया है। उसने कहा कि हमने दिरहम बचाकर रखे हैं और पूरी तैयारी की है उस मैच को देखने की। अब मजा आएगा।
मैंने उससे कहा कि इसी एशिया कप में दो बार पाकिस्तान जंग हार चुका है। ये कैसी जंग है जो पाकिस्तान हमेशा हारता रहता है। वह सकपकाकर बोला हम तो खेलते ही हैं हारने के लिए लेकिन अगर जीत गए तो फिर देखिएगा.. ये कुछ लाइनें आपको ये बताने के लिए काफी हैं कि भारतीय टीम के लिए यह मैच जीतना क्यों जरूरी है। यह जीत सिर्फ भारत में रहने वाले लोगों के लिए जरूरी नहीं है बल्कि दुनियाभर में रहने वाले भारतीयों के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण है।
क्यों जरूरी है जीत
वैसे तो भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाला क्रिकेट मुकाबला हमेशा महत्वपूर्ण होता है लेकिन पहलगाम आतंकी हमले और उसके बाद ऑपरेशन सिंदूर ने इसको जीवन-मरण जैसा बना दिया है। हमने उन्हें इसी एशिया कप के लीग मैच और सुपर-4 में हराया है लेकिन अगर वे फाइनल जीत गए तो सब बेमानी हो जाएगा। सूर्य की टीम पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ भी नहीं मिला रही है।
दोनों देशों की तरफ से एक-दूसरे के खिलाड़ियों के व्यवहार की शिकायत आईसीसी तक की गई है। पाकिस्तान एक समय यूएई के विरुद्ध लीग मैच को बायकाट करने की स्थिति में आ गया था। उसने मैच रेफरी एंडी पायक्राफ्ट को हटाने की मांग भी कर दी थी, लेकिन जय शाह की अगुआई वाली अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने साफ कह दिया था कि बायकाट करना हो तो करो पायक्राफ्ट को हटाया नहीं जाएगा।
140 करोड़ लोगों की निगाहें
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष मोहसिन नकवी जो एशियाई क्रिकेट परिषद के भी मुखिया हैं, वे एक्स पर भद्दे-भद्दे पोस्ट कर रहे हैं। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड भी फाइनल जीतने का इंतजार कर रहा है। बीसीसीआई के एक पदाधिकारी ने कहा कि हम खिताब जीतने का इंतजार कर रहे हैं। इससे पूरी दुनिया को जवाब मिल जाएगा। इसके बाद पाकिस्तानी गृहमंत्री मोहसिन नकवी का भी एसीसी में इलाज किया जाएगा। कुल मिलाकर ये सिर्फ एक मुकाबला नहीं है। ये आत्मसम्मान की लड़ाई है जिस पर 140 करोड़ भारतीयों की निगाहें हैं।
भारतीय टीम
अभिषेक शर्मा 200 के स्ट्राइक रेट से रन बना रहे हैं। वह लगातार तीन अर्धशतक मार चुके हैं। वह 309 रन बनाकर इस टूर्नामेंट के सर्वश्रेष्ठ स्कोरर हैं। हार्दिक पांड्या श्रीलंका के विरुद्ध मैच में चोटिल हो गए हैं। अगर वह नहीं खेलते हैं तो भारत के लिए ये एक बड़ा झटका होगा। पिछले कुछ समय से जसप्रीत बुमराह बड़े मुकाबले में अच्छा नहीं कर पा रहे हैं।
उन्हें पाकिस्तान के शुरुआती दो विकेट लेने ही होंगे। शुभमन गिल ने इस टूर्नामेंट में एक बड़ी पारी खेली है लेकिन उन्हें अच्छा करना ही होगा क्योंकि उनकी वजह से पूरा बल्लेबाजी क्रम बदला गया है। कप्तान सूर्य कुमार यादव की फॉर्म चिंता का विषय है। उन्होंने पिछली 15 पारियों में कोई अर्धशतक नहीं लगाया है। उनकी भी कठिन परीक्षा होगी।
पाकिस्तानी टीम
तेज गेंदबाज शाहीन शाह अफरीदी और हारिस रऊफ भारत के शीर्ष क्रम को ध्वस्त करने की स्थिति में हैं। इन दोनों से फाइनल में बचना होगा। 2017 चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल और 2021 टी-20 विश्व कप के पहले मैच में भी पाकिस्तानी तेज गेंदबाजों ने भारतीय शीर्ष क्रम को झकझोरा था। स्पिन के विरुद्ध सलमान अली आगा की टीम बेहद कमजोर नजर आ रही है।
वरुण, कुलदीप और अक्षर पटेल को खेलना उनके लिए परेशानी होगी। साहिबजादा फरहान ने छह मैच में 160 रन बनाए हैं। उन्होंने भारत के विरुद्ध पिछले मैच में अर्धशतक भी लगाया था। उन्हें जल्द आउट करना होगा। नो हैंडशेक और बायकाट के बाद गन सेलिब्रेशन और आक्रामक व्यवहार तक पहुंचे इस टीम के खिलाड़ियों के आत्मबल पर हमला करना होगा।
यहां कहते हैं आंकड़े
13 बार भारत और पाकिस्तान के किसी बहुराष्ट्रीय या त्रिकोणीय सीरीज का फाइनल होगा। इससे पहले हुए 12 मुकाबलों में आठ बार पाकिस्तान और सिर्फ चार बार भारत को जीत मिली है- 2017 में आइसीसी चैंपियंस ट्राफी के फाइनल में दोनों टीमें आखिरी बार खिताब के लिए भिड़ी थीं। तब भी पाकिस्तान ने ही बाजी मारी थी। भारत को पाकिस्तान के विरुद्ध आखिरी खिताबी जीत 2007 के टी-20 विश्व कप में मिली थी।
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